देश व प्रदेश में भाजपा सरकार पूरी तरह विफल, मंहगाई, बेरोजगारी, के मुद्दो को भूलकर हिन्दू, मुस्लमान कर सीमित रह गई हैः-राजा पटैरिया
दीपक शर्मा
पन्ना मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री राजा पटैरिया एक दिन के प्रवास पर पन्ना पहुंचे तथा उन्होंने इस दौरान पूर्व ग्रहमंत्री कैप्टन जयपाल सिंह के घर पंहुचकर शोक संवेदनाए व्यक्त करने के बाद स्थानीय सक्रिट हाउस में प्रेसवार्ता आयोजित कर अनेक मामलों में अपनी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने पन्ना बंद को लेकर कहा कि लव जिहाद के नाम पर आज पन्ना में पुलिस और प्रशासन के संरक्षण में विशाल जुलूस निकाला गया, यह असंवैधानिक है। इस तरह के जुलूस कभी भी मॉवलिंचिंग का कारण बन सकते हैं। क्योकि जुलूस में शामिल कार्यकर्ताओं द्वारा अनेक दुकानदारों से मारपीट की तथा उनके सामान को भी फैका गया। जो घोर निन्दनीय है, प्रजातंत्र के देश में इस प्रकार तानाशाही किसी भी स्तर पर उचित नहीं है। पूरे देश मे मंहगाई, बेराजगारी से देश की जनता परेशान है, लेकिन केन्द्र तथा मध्य प्रदेश की सरकार द्वारा इन मुद्दो पर कोई बात नहीं की जाती है, सिर्फ हिन्दु मुसलमान तथा धर्म के नाम पर जनता को गुमराह किया जा रहा है।
उन्होने पन्ना जिला सहित बुंदेलखण्ड की चर्चा की तथा कहा कि जिस प्रकार की राजनीति चल रहीं है यह पहले कभी नहीं होती थी। इतिहास रहा है, यहां हिन्दू-मुसलमान मिलकर प्रेम के साथ रहते थें। भाजपा विकास सहित हर क्षेत्र में फेल हो चुकी है, इस लिए, रोजी-रोजगार, मंहगाई से ध्यान हटाने अब बांटने की राजनीति कर रही है। उन्होंने केन-बेतवा लिंक परियोजना को पन्ना के लिए अभिषाप बताया और कहा कि हर राजनैतिक दल के लोगों को इस मामले पर एक साथ मिलकर विरोध करना चाहिए। लिंक परियोजना से पन्ना की हजारों हैक्टयर जमीन दलदली होगी, यहां का वन्यजीव वापस लौट जायेगा, परियोजना से किसी को कोई फायदा नहीं होने वाला नहीं हैं। इसी तरह उन्होंने जेके सीमेंट प्लांट की मनमानी पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि कुछ समय में पुरैना क्षेत्र में सांस लेना दूबर हो जायेगा, जेके कम्पनी से पन्ना के लोगों को कोई लाभ नहीं हो रहा है। सिर्फ गिने चुने राजनेतओं, अधिकारीयों को उक्त सीमेंट कंपनी से कमीशन मिल रहा है।
श्री पटैरिया ने कांग्रेस कार्यालय को लेकर तहसीलदार द्वारा दिए गए नोटिस पर भी नाराजगी जताते हुए कहा कि न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका स्वतंत्र है, इन्हें स्वतंत्र रूप से काम करना चाहिए। साथ ही जिला चिकित्सालय के निजीकरण पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि पन्ना अस्पताल यदि निजी हांथों में जाता है, तो पन्ना के लोगों के लिए अपना उपचार कराने का कोई साधन नहीं रहेगा। पन्ना के लोग भारी भरकम बिल देने में समर्थ नहीं है, यह पिछडा जिला है और यहां इस तरह का निजीकरण कतई नहीं होना चाहिए। श्री पटैरिया नें आंगे कहा कि जो सरकार लोगो को शिक्षा, स्वास्थ, सड़क, बिजली, पानी जैसी मूल भूत सुविधाए न दे सकें, उक्त सरकार को सरकार चलाने का कोई अधिकार ही नहीं है। पन्ना जिले के सत्ताधारी दल के जन प्रतिनिधि सिर्फ जिले का शोषण कर रहें है, आम जनता के मुद्दो पर कभी कोई बात हीं नहीं करते है।