प्रदेश

नवकार भवन में चातुर्मास समापन पर विशेष व्याख्यान का आयोजन

महावीर अग्रवाल 
मन्दसौर २६ नवंबर ;अभी तक;  रविवार को कार्तिक शुक्ल की चौदस के उपलक्ष्य में चातुर्मास समापन पर विशेष प्रवचन (व्याख्यान) का आयोजन किया गया। अधिक मास होने से इस वर्ष का चातुर्मास पांच माह का रहा। मंदसौर में पांच माह तक चातुर्मास की अवधि में नवकार भवन में विराजित प.पू. जैन संत साधु श्रेष्ठ श्री पारसमुनिजी म.सा. , श्री अभिनंदनमुनिजी म.सा., श्री अभिनवमुनिजी म.सा., श्री दिव्यममुनिजी म.सा. की पावन निश्रा में रविवार को शास्त्री कॉलोनी स्थित नवकार भवन में चातुर्मास समापन पर विशेष प्रवचन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर चातुर्मास अवधि में मंदसौर व दलौदा में 10 मासखमण (एक माह तक उपवास) करने वाले 10 श्रावक श्राविकाओं का श्री साधुमार्गी शांतक्रांति जैन श्रावक संघ मंदसौर के द्वारा बहुमान किया गया तथा चातुर्मास अवधि में श्री संघ के दिशा निर्देशों के अनुरूप चातुर्मास व्यवस्था में सहयोग करने वाले श्रावक श्राविकाओं के प्रति भी कर्तज्ञता ज्ञापित की गई। चातुर्मास समापन प्रवचन में बड़ी संख्या में श्रावक श्राविकायें उपस्थित थे।
                                प.पू. जैन संत श्री पारसमुनिजी म.सा. ने धर्मसभा में कहा कि चातुर्मास की अवधि समाप्त होने के बाद भी श्रावक श्राविकायें निरंतर धर्म आराधना मंे लगे रहे। चातुर्मास अवधि में जो ज्ञान, दर्शन व चरित्र की प्रेरणा मिली है। उसका जीवन में सदुपयोग करे। प्रभु महावीर ने साधु, साध्वी, श्रावक श्राविका केा मिलाकर चतुर्विद संघ का स्थापना की इसमें चारों का अपना अपना महत्व है सभी अपनी जिम्मेदारी को समझे और धर्म के अनुसार प्रभु महावीर के बताये मार्ग पर चलने का प्रयास करो।
                              धर्मसभा में प.पू. श्री अभिनंदनमुनिजी ने भी अपने विचार रखे तथा धर्मालुजनांे को प्रभु महावीर की वाणी को जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
                                श्रीसंघ अध्यक्ष श्री विमल पामेचा ने कहा कि चातुर्मास अवधि में श्रीसंघ के पदाधिकारियों व सदस्यों से जाने या अनजाने में कोई गलती हुई है तो मैं सभी की ओर से संतगणों से क्षमाप्रार्थी हूॅ। सांसारिक व्यक्तियों से गलतियां होना स्वाभाविक है मुझे विश्वास हे कि आप हम सांसारिक व्यक्तियों को गलतियों को क्षमा करेंगे। आप चातुर्मास के पश्चात भी और समय तक मंदसौर में विराजित रहे ताकि मंदसौर में धर्म आराधना का दौर जारी रहे। आपने पांच माह तक मंदसौर मंे जो धर्म आराधना का ठाठ लगाया उसे हम मंदसौरवासी कभी भी भुल नहीं पायेंगे। आपने इस मौे पर चातुर्मास की व्यवस्थाओं में करने वाले धर्मालुजनों के प्रति भी आभार व्यक्त किया।
                                    धर्मसभा में साधुमार्गी शांतक्रांति जैन श्रावक संघ राष्ट्रीय महामंत्री विरेन्द्र जैन सीए, युवा संघ जिलाध्यक्ष विनोद मेहता, महिला संघ की राष्ट्रीय अध्यक्ष अंजना हस्तीमल कोचट्टा, जिलाध्यक्ष मधू चौरड़िया, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश रातड़िया, समाजसेवी प्रो. बी.आर. नलवाया, अभय कुदार, विजय मोगरा, नरेन्द्र मेहता, वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ नईआबादी अध्यक्ष अशोक उकावत, सकल जैन समाज महिला प्रकोष्ठ महामंत्री राखी नाहर, समाजसेवी कांतिलाल रातड़िया, मणीलाल नगरीवाला ने भी अपने विचार रखे। संचालन महामंत्री अनिल डूंगरवाल ने किया तथा आभार शिखर कासमा ने माना ।

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