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नीमच  ज़िला चिकित्सालय और ब्लड सेप्रेशन यूनिट की आवश्यकता 

महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ७ अप्रैल ;अभी तक;  पूर्व विधायक डाक्टर सम्पत स्वरूप जाजू ने एक वक्तव्य में कहा कि नीमच ज़िला चिकित्सालय से प्रसव के लिये आई गर्भवती महिला को प्लेटलेट्स की कमी के कारण अन्य स्थान पर रिफ़र करने की घटना ने एक बार पुनः नीमच ज़िला चिकित्सालय की हालत और विधायक , संघटन मुखिया एवम् प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाया । ज़िले का आम से लेकर ख़ास व्यक्ति ज़िला चिकित्सालय में उपचार की कमियों और ख़ामियों  के कारण इलाज नहीं मिलने के कारण आक्रोश में हैं ।
                           डाक्टर जाजू ने कहा कि यह स्थिति नीमच ज़िले के सभी विधानसभा क्षेत्र के सरकारी हॉस्पिटलो की हैं गर्भवती महिला से लेकर दुर्घटनाग्रस्त लोगो के लिए सरकारी चिकित्सालय केवल रीफ़्रल सेण्टर की भूमिका निभा रहे हैं ।
                        डाक्टर जाजू ने बताया कि नीमच ज़िला चिकित्सालय स्थित ब्लडबैंक में ब्लडसेप्रेशन यूनिट की स्थापना की माँग विगत एक दशक से अधिक समय से की जा रही हैं।  पिछले वर्षों ब्लड प्लेट्सलेट्स काउंट की कमी के कारण सैकड़ो मरीजो को उदयपुर , मंदसौर एवम् अन्य स्थान पर इलाज करवाना पड़ा .!
                                     डाक्टर जाजू ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोस के राजस्थान  प्रदेश के ज़िले चितौड़गढ़ में जनप्रतिनिधियों ने बिरलाग्रुप की अल्ट्राट्रेक सीमेंट फ़ैक्ट्री शंभुपूरा के सहयोग से  चित्तौड़गढ़ ज़िला चिकित्सालय में ब्लडसेप्रेशन यूनिट लगाने के लिये लगभग पैतीस लाख रुपये का सहयोग दिया गया और ब्लडसेप्रेशन यूनिट स्थापित करवाई गई  और लगभग दो वर्षों से वहाँ मरीजो को उसका लाभ मिल रहा हैं ।
प्रश्न हैं कि क्या हमारे क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और प्रशासन नयागाँव जावद स्थित विक्रम सीमेंट फ़ैक्ट्री से सीएसआर फंड से ब्लड सेप्रेशन यूनिट नहीं लगवा सकते ।
डाक्टर जाजू ने कहा कि बाते हैं बातो  का क्या , क्या हुआ तेरा वादा पूछ रहा हैं नीमच ज़िला प्लट्स लेट्स की कमी के कारण जिस प्रसव पीड़ित महिला को भटकना पड़ा वह जावद विधानसभा क्षेत्र की ही हैं .. मंत्रीजी ने दो- ढाई वर्ष  पूर्व ब्लड सेप्रेशन यूनिट की स्थापना तीन माह में करने  की घोषणा नीमच में ज़िला चिकित्सालय के निरीक्षण के समय की थी ।

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