बंगाली डॉक्टर ने 53 किसानों को ठगा, 50 लाख का गेहूं, मक्का खरीदकर भागा
मयंक शर्मा
खंडवा एक अप्रैल ;अभी तक; जिले के जनजातीय ब्लाक के खालवा थाना प्रभारी जीएल कनेल ने बताया कि कलकत्ता (पश्चिम बंगाल) के एक बंगाली डॉक्टर सुब्रत पिता मणिलाल विश्वास पर शुक्रवार को धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। ब्लाक के ग्राम आड़ाखेड़ा के 53 किसानों ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। किसानों ने गेहूं, मक्का, कपास और सोयाबीन फसल की खरीदी के बाद रूपए नहीं देने का आरोप लगाया है। 51 किसानों से 41 लाख रूपए फसल खरीद कर ाुगतान किये बिना लापता हो गया है। दो अन्य किसानों से उसने 10-12 लाख रूपए उधार लिए थे। कहा था कि फसल बेचकर सबके पैसे देगा। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
शिकायत में कहा गया कि कोई ं 15 साल पहले झोला उठाकर आए एक बंगाली डॉक्टर ने ग्राम के लोगोे का उधारी में इलाज करना शुरू किया। कुछ दिन बाद फसल आने पर पैसे के बदले अनाज लेने लगा। इस तरह वह झोलाछाप डॉक्टर के साथ व्यापारी बन गया। अब उन्ही गांव वालों को मुनाफे का लालच देकर करीब 50 लाख रूपए की फसल खरीद ली। तय समय पर रूपए देने की बारी आई तो बंगाली डॉक्टर भाग निकला।
पीडित किसान महेश यादव ने बतााया कि पहले वह इलाज के पैसे के एवज में अनाज लेता था। व्यापारी बनकर भी दो-चार लाख की खरीदी बहुत थी। पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में उसने दोनों सीजन खरीफ व रबी की फसलें खरीदी। किसानों से मंडी और मार्केट से 10-20: ज्यादा भाव में सोयाबीन, कपास, मक्का और गेहूं खरीद लिया। एक-दो साल बाद उसने पड़ोस के गांव सावलीधड़ में भी पैर पसार लिए। लोगों का भरोसा जीता और यहीं बस गया। उसने खालवा में एक प्लाट भी खरीद लिया।
डाक्टर बनाम व्यापारी बना आरोपी ने बडी तादाद में फसल खरीदी और किसानो को भरोसा दिया कि 15-20 रोज में अनाज का पैसा लौटा देगा। फिर उसने 30 मार्च को रूपए देने की बात कहीं लेकिन इसके पहले 24 मार्च से लापता हे। किसानोने थक हारकर पुलिस को रपट दर्ज कराई है।
श्री कनेल ने बताया कि आड़ाखेड़ा गांव के 53 किसानों ने उसके खिलाफ शिकायत र्की है। फरार आरोपी की पुलिस तलाश क रही है।