प्रदेश
बस चालक ने शिक्षक को पीछे से मारी टक्कर, सर कुचलते हुए मौके से फरार
मंडला संवाददाता
मंडला ३० अप्रैल ;अभी तक; नवनियुक्त प्राथमिक शिक्षक रघुनाथ भलावी जिसने कि 24 अप्रैल को संकुल केंद्र बबलिया में और उसके उपरांत प्राथमिक शाला बनार में ज्वाइनिंग की थी । 27 अप्रैल को अपने विद्यालय में ड्यूटी करने के लिए अपने घर बैगा पिपरिया विकास खंड लखनादौन जिला सिवनी से मोटर साईकिल से बकायदा हेलमेट लगाकर निकले थे। विद्यालय का लगभग 10 से 12 किमी का सफर शेष था डोभी और खारी के निकट कोई बस उन्हें पीछे से टक्कर मारकर और उनके सर को कुचलते हुए मौके से फरार हो गई और मौके पर ही उनकी जान चली गई।
संकुल केंद्र से ही रघुनाथ भलावी के किसी मित्र ने रघुनाथ भलावी को यह पूछने के लिए फोन लगाया कि वह अब तक संकुल केन्द्र बबलिया क्यों नहीं पहुंचा तो फोन किसी पुलिस वाले ने उठाया और उन्होने बताया कि रघुनाथ भलावी का एक्सीडेंट हो गया है और उनकी मृत्यु हो गई है। यह खबर क्षैत्र में फैल गई। यद्दपि सभी शिक्षक सीएम के कार्यक्रम में ड्यूटी में थे। इसलिए कोई मौके में नहीं पहुंच सके।
शुक्रवार को प्रभारी संकुल प्राचार्य डी के सिंगौर अपने शिक्षक टीम के साथ लखनादौन ब्लॉक के बैगापिपरिया गांव में जाकर उनके परिजन से मुलाकात की। रघुनाथ भलावी परिवार में इकलौते बेटे थे। उनकी दो बहने हैं एक की शादी हों गई है दूसरी बहन शादी योग्य है। पिछले साल ही रघुनाथ भलावी की शादी हुई थी। वे सरकारी शिक्षक बनने के पहले पौड़ी धूमा में अतिथि शिक्षक के रुप में पढ़ाते थे। जब उनकी सरकारी शिक्षक के रुप में नौकरी लगी तो पूरा परिवार बहुत खुश था । परिवार निर्धन है। यह अत्यंत दुर्लभ और गंभीर मामला है कि सरकारी नौकरी कितने संघर्ष के बाद लगी और उनकी सेवापुस्तिका भी नहीं बन पाई थी और ज्वाइनिंग के तीसरे ही दिन हृदय विदारक उनकी मौत हों गई। परिवार में छाई सारी खुशियां मातम में बदल गई।बिलख बिलख कर रोते परिजनों के सामने मुलाकात करने गए। शिक्षक भी काफी देर असहज रहे। फिर सभी शिक्षकों ने परिजनों को ढाढस बंधाया ।
संकुल प्राचार्य द्वारा अनुग्रह राशि से संबंधित दस्तावेज लिए और अनुकंपा नियुक्ति के सम्बन्ध में विस्तार से परिजनों को जानकारी दी। इसी बीच सहायक आयुक्त विजय तेकाम के माध्यम से मंडला क्लेक्टर के मौखिक निर्देश भी संकुल प्राचार्य को प्राप्त हुए कि उनकी अनुग्रह राशि भुगतान और अनुकंपा नियुक्ति की कार्यवाही नियमानुसार शीघ्र की जाए। शिक्षकों की टीम में दिलीप मरावी, शिवशंकर पांडे, ओमकार ठाकुर और घंसौर से रामनरेश भगदिया थे।