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बालाघाट सिवनी संसदीय क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला

आनंद ताम्रकार

बालाघाट १५ अप्रैल ;अभी तक;  19 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के लिये मतदान के पूर्व चुनावी शोर चरम पर पहुंच गया है । सुंगधित चिन्नौर चांवल एवं प्रदेश के प्रमुख धान उत्पादक सिवनी बालाघाट संसदीय क्षेत्र सतपुडा वनाचल में स्थित है जहां की धरती के गर्भ में अपार वनसम्पदा और खनिज सम्पदा पटी पडी है।

                       इस बार का चुनाव अब तक के चुनाव से जरा हटकर दिखाई दिया जिसमें स्थानीय मुद्दे चुनाव प्रचार से गायब रहे वहीं लांजी,बैहर,परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र जो नक्सल प्रभावित इलाके माने जाते है में आज भी आदिवासी आदिमयुग जैसा जीवन व्यतीत कर रहे है। उन्हें आजादी के 7 दशक गुजर जाने के बाद भी मूल सुविधायं उपलब्ध नही है।

                         खनिज और वनसम्पदा रहने के बावजूद उद्योग और जिविका चलाने के लिये रोजगार के साधन ना होने से लगभग 40 प्रतिशत आबादी सीमावर्तीय राज्यों में पलायन कर जाती है। इन विसंगतियों के चलते बालाघाट सिवनी संसदीय क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला  दिखाई दे रहा है भाजपा के उम्मीदवार भारती पारधी को उम्मीदवार बनाकर जहां पवार जाति जिसका संसदीय क्षेत्र में बाहुल्य है वह भाजपा के साथ दिख रही है परिवारवाद के आरोप से परे विगत कई वर्षों से राजनीति में सक्रिय भारती की अपने क्षेत्र में गहरी पेठ है वहीं कांग्रेस उम्मीदवार सम्राट सिंह सरसवार राजनीति में नया नाम है जिनके साथ कोई उपलब्धियां नही है।

बालाघाट जिले से 4 कांग्रेसी विधायकों की सक्रियता से चुनाव प्रचार में रंगत नजर आ रही है वहीं बसपा उम्मीदवार कंकर मुजारे चुनावी मैदान में सिंद्धातों के आधार पर भाजपा और कांग्रेस को भला बुरा कहे रहे है वहीं उनकी पत्नी अनुभा मुंजारे जो बालाघाट से विधायक है उन्हें कैकई निरोपित करते हुये कहते है की राम को कैकई के कारण वनवास हुआ वहीं मैं अनुभा के कारण राजनीति में रहकर भी जंगल में रहते हुये वनवास भुगतना  पड़ा रहा है हालाकी कांग्रेस आकर अनुभा को विधायक बनाने का श्रेय कांग्रेस को तो है लेकिन सिंद्धात की आड़ में कांग्रेस का विरोध जनता के गले नही उतर रहा है।

अब तक के चुनाव प्रचार और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव तथा पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की सभा होने के बाद सिवनी बालाघाट क्षेत्र में भाजपा के पक्ष में वातावरण दिखाई दे रहा है। मतदान के बाद जनता में किसको अपना प्रतिनिधि चुनकर लोकसभा में भेजेगी यह तो भविष्य ही बतायेगा।

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