प्रदेश
मंदसौर भारतीय सिंधु सभा, युवा शाखा, महिला शाखा के तत्वावधान में विश्व सिन्धी भाषा दिवस की पूर्व संध्या पर किया गया सिन्धी व्याख्यान
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १० अप्रैल ;अभी तक; सिंधी भाषा दिवस की पूर्वसंध्या को भारतीय सिंधु सभा युवा शाखा के द्वारा मध्यप्रदेश सिंधी साहित्य अकादमी के तत्वाधान में सिंधी व्याख्यान माला का आयोजन स्थानीय झूलेलाल मंदिर प्रांगण आनंद विहार में रखा गया जिसमें की सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष एवं बच्चों ने भाग लिया एवं सिंधी भाषा की महत्वता एवं इतिहास के बारे में कई रोचक एवं उपयोगी जानकारी हासिल की कार्यक्रम की शुरुआत में सिंधी समाज के इष्ट देव भगवान श्री झूलेलाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्वलन किया गया।
उसके पश्चात कार्यक्रम में व्याख्यान हेतु इंदौर शहर से पधारे हुए प्रख्यात कवि ताराचंद लालवानी एवं मशहूर सिंधी कवित्री वह राष्ट्रीय लेखिका ओजस्वी वक्ता दीदी रश्मि रामाणी व ग्वालियर से आए हुए मध्यप्रदेश सिंधी साहित्य अकादमी के निदेशक श्री राजेश वाधवानी का स्वागत वरिष्ठ समाजजनों द्वारा किया गया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाज के वरिष्ठ काका दृष्टानंद नैनवाणी ने कहा कि हमें अपनी मातृभाषा को भूलना नहीं चाहिए एवं अपनी रोजमर्रा की दिनचर्या में इसको अनिवार्य रूप से शामिल कर बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए।
उसके पश्चात कार्यक्रम में व्याख्यान हेतु इंदौर शहर से पधारे हुए प्रख्यात कवि ताराचंद लालवानी एवं मशहूर सिंधी कवित्री वह राष्ट्रीय लेखिका ओजस्वी वक्ता दीदी रश्मि रामाणी व ग्वालियर से आए हुए मध्यप्रदेश सिंधी साहित्य अकादमी के निदेशक श्री राजेश वाधवानी का स्वागत वरिष्ठ समाजजनों द्वारा किया गया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाज के वरिष्ठ काका दृष्टानंद नैनवाणी ने कहा कि हमें अपनी मातृभाषा को भूलना नहीं चाहिए एवं अपनी रोजमर्रा की दिनचर्या में इसको अनिवार्य रूप से शामिल कर बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए।
राष्ट्रीय सिंधी लेखिका रश्मि रामाणी ने कहा कि सिंधी भाषा का इतिहास बहुत ही समृद्ध है हमें इसे अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल कर अपने इतिहास एवं संस्कृति को संरक्षित रखना चाहिए। आपने इस अवसर पर सिंधी भाषा से जुड़े हुए कई स्मरण सिंधी संतजनों के किए व उनके प्रेरक किस्से सुना कर मंदसौर सिंधी समाज को अधिक से अधिक सिंधी भाषा को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
मशहूर कवि ताराचंद लालवानी में इस अवसर पर अपने काव्य पाठ के जरिए लोगों को खूब गुदगुदाया साथ ही कविता के जरिए बहुत ही सारगर्भित बातें भी कहीं। जिनसे की हम अपनी संस्कृति अपनी मातृभाषा से जुड़े रहे। सिंधी साहित्य अकादमी के निर्देशक राजेश वाधवानी ने कहा कि मध्यप्रदेश सिंधी साहित्य अकादमी द्वारा समय-समय पर प्रदेश के सभी जिलों में सिंधी नाटक, सिंधी कवि सम्मेलन, सिंधी व्याख्यानमाला एवं अनेक सांस्कृतिक आयोजन किए जाते हैं जिससे कि हम अपनी जड़ों से जुड़े रहे । साथ ही साथ ही उन्होंने सिंधी साहित्य अकादमी के बारे में और भी कहीं महत्वपूर्ण जानकारियां दी। जिनसे की मंदसौर सिंधी समाज भी लाभान्वित हो सकें। कार्यक्रम के पश्चात सिंधी भाषा दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में सिंधी व्यंजन कढ़ी चावल एवं कचरी का लुत्फ बड़ी संख्या में सभी समाजजनों ने मिलकर उठाया। कार्यक्रम का संचालन भारतीय सिंधु सभा प्रदेश मंत्री विजय कोठारी एवं शहर युवा अध्यक्ष दिनेश चंदवानी ने किया एवं आभार युवा महासचिव चंद्रप्रकाश आडवाणी ने माना।
इस अवसर पर भारतीय सिन्धु सभा जिलाध्यक्ष नरेश चंदवानी, प्रदेश महामंत्री विनोद शर्मा, रमेश लवाणी, देवीदास हरवानी, अर्जुनदास टोंकवाले, नन्दूभाई आडवानी, हीरालाल बेलाणी, भगवानदास वासवानी, विजय अचवानी, नितेश मोटवानी, राजू गंगवानी, रमेश रायमलानी, लक्ष्मणदास रायमलानी, शांेकी ककनानी, नितेश सतीदासानी, दुर्गेश बेलानी, भगवानदास लालवानी, डॉ. प्रकाश चंदवानी, जगदीश हरवानी, प्रकाश लालवानी सीए, भगवानदास मेघनानी, रूपेश चंदवानी, हेमंत टेकचंदानी, प्रकाश बैलानी, हेमन्त कोतक, रामजी होतवानी, दिनेश जेठवानी, ललित हरवानी, नितिन शिवदासानी, अशोक कोतक, हरिश कोतक, बबलू कोतक, शंकरभाई मोटवानी, जितुभाई हरवानी, गोपालदास पारवानी, शीतल कोतक, किशोर आनन्द, दिनेश जेठवानी, नितिन शिवदासानी, दयाराम लवाणी, भगवानदास सेवानी, दास प्रदनानी, नन्दू किडवानी, सोनू बाबानी, जगदीश पारवानी, कांता हरवानी, गोमती हरवानी, प्रिया अचवानी, दीपा बेलानी, आशा गोविन्दानी, किशन लवाणी, ओमप्रकाश श्यामयानी, खानचंद हतवानी, मंगाराम हरवानी, हरिश उत्तवानी, प्रकाश टेहलानी, सुनील सोनी, कमलेश सोनी, मुकेश हरवानी, जयेश राजवानी, नरेश वासवानी, शेरू धिरवानी, दीपक हरवानी, भारत समयानी, हरिश वाधवानी, हितेश मोटवानी, जगदीश सेवानी, किशोर आनन्द, शंकर बेलानी, रेखा उत्तवानी, सारिका हरवानी, खुशबु टेहलानी, लता वासवानी, भावना वासवानी, ममता श्यामयानी, ज्योति श्यामयानी, गीता अचवानी, रितु लवाणी, मिस्टी लवाणी सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।
मशहूर कवि ताराचंद लालवानी में इस अवसर पर अपने काव्य पाठ के जरिए लोगों को खूब गुदगुदाया साथ ही कविता के जरिए बहुत ही सारगर्भित बातें भी कहीं। जिनसे की हम अपनी संस्कृति अपनी मातृभाषा से जुड़े रहे। सिंधी साहित्य अकादमी के निर्देशक राजेश वाधवानी ने कहा कि मध्यप्रदेश सिंधी साहित्य अकादमी द्वारा समय-समय पर प्रदेश के सभी जिलों में सिंधी नाटक, सिंधी कवि सम्मेलन, सिंधी व्याख्यानमाला एवं अनेक सांस्कृतिक आयोजन किए जाते हैं जिससे कि हम अपनी जड़ों से जुड़े रहे । साथ ही साथ ही उन्होंने सिंधी साहित्य अकादमी के बारे में और भी कहीं महत्वपूर्ण जानकारियां दी। जिनसे की मंदसौर सिंधी समाज भी लाभान्वित हो सकें। कार्यक्रम के पश्चात सिंधी भाषा दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में सिंधी व्यंजन कढ़ी चावल एवं कचरी का लुत्फ बड़ी संख्या में सभी समाजजनों ने मिलकर उठाया। कार्यक्रम का संचालन भारतीय सिंधु सभा प्रदेश मंत्री विजय कोठारी एवं शहर युवा अध्यक्ष दिनेश चंदवानी ने किया एवं आभार युवा महासचिव चंद्रप्रकाश आडवाणी ने माना।
इस अवसर पर भारतीय सिन्धु सभा जिलाध्यक्ष नरेश चंदवानी, प्रदेश महामंत्री विनोद शर्मा, रमेश लवाणी, देवीदास हरवानी, अर्जुनदास टोंकवाले, नन्दूभाई आडवानी, हीरालाल बेलाणी, भगवानदास वासवानी, विजय अचवानी, नितेश मोटवानी, राजू गंगवानी, रमेश रायमलानी, लक्ष्मणदास रायमलानी, शांेकी ककनानी, नितेश सतीदासानी, दुर्गेश बेलानी, भगवानदास लालवानी, डॉ. प्रकाश चंदवानी, जगदीश हरवानी, प्रकाश लालवानी सीए, भगवानदास मेघनानी, रूपेश चंदवानी, हेमंत टेकचंदानी, प्रकाश बैलानी, हेमन्त कोतक, रामजी होतवानी, दिनेश जेठवानी, ललित हरवानी, नितिन शिवदासानी, अशोक कोतक, हरिश कोतक, बबलू कोतक, शंकरभाई मोटवानी, जितुभाई हरवानी, गोपालदास पारवानी, शीतल कोतक, किशोर आनन्द, दिनेश जेठवानी, नितिन शिवदासानी, दयाराम लवाणी, भगवानदास सेवानी, दास प्रदनानी, नन्दू किडवानी, सोनू बाबानी, जगदीश पारवानी, कांता हरवानी, गोमती हरवानी, प्रिया अचवानी, दीपा बेलानी, आशा गोविन्दानी, किशन लवाणी, ओमप्रकाश श्यामयानी, खानचंद हतवानी, मंगाराम हरवानी, हरिश उत्तवानी, प्रकाश टेहलानी, सुनील सोनी, कमलेश सोनी, मुकेश हरवानी, जयेश राजवानी, नरेश वासवानी, शेरू धिरवानी, दीपक हरवानी, भारत समयानी, हरिश वाधवानी, हितेश मोटवानी, जगदीश सेवानी, किशोर आनन्द, शंकर बेलानी, रेखा उत्तवानी, सारिका हरवानी, खुशबु टेहलानी, लता वासवानी, भावना वासवानी, ममता श्यामयानी, ज्योति श्यामयानी, गीता अचवानी, रितु लवाणी, मिस्टी लवाणी सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।