मोहन भागवत ने हिन्दू राष्ट् की वकालत की
मयंक शर्मा
खंडवा १६ अप्रैल ;अभी तक; हिन्दू राष्ट् की वकालत करते हुये आरएसएस के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि योगी अरविंद ने भी कहा था सनातन धर्म ही हिन्दू राष्ट्र है और सनातन धर्म के उत्थान की इच्छा भगवान की इच्छा है। उसके लिए धर्म देने वाला समाज स्वंय धर्मनिष्ठ चाहिए।
उन्होने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया है कि लोभ, लालच, जबरदस्ती से मतांतरण ठीक नहीं है। जैसे जैसे देश खड़ा हो रहा है वैसे वैसे जो नुकसान हुआ है वह पूरा होने के आसार दिख रहे हैं। धर्म देने वाला भारत ही है। लोगों को धर्म, संस्कृति, नीति से जोड़ना है। 100 साल की अवधि में पूरा बदल देने वाले लोग यहां आए, लेकिन जो सैकड़ों साल से काम कर रहे हैं उनके हाथों में कुछ नहीं लग रहा है।
मप्र की चर्चा करते हुये कहा कि 150 साल पहले यहां पूरा का पूरा गांव ईसाई बना था। बाद में पूरा गांव वापस आ गया। हजारों मिल दूर से मिशनरी आकर उनका खाता, पीता है और उसे ही बदलता है। बहुत शीघ्र धर्म के मूल्यों के आधार पर दुनिया चलने वाली है और सबसे पहले भारत चलेगा। 20-30 साल में यह परिवर्तन हम सभी के प्रयासों से देखने को मिलेंगे। संघ में नीचे से काम होता है।