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रतलाम मंडल के नागदा-बेड़ावन्या के मध्य कर्व संख्या 130 का री-अलाइनमेंट
महावीर अग्रवाल
मंदसौर १३ जून ;अभी तक; पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के गोधरा-नागदा खंड में मिशन 160 किमीप्रघं के तहत इस खंड की गति बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। इसमें परिचालनिक अवरोधों, स्थाई गति प्रतिबंधों को समाप्त करने के साथ ही साथ कर्व को भी सीधा या री-अलाइनमेंट करने का कार्य जारी है। इसी के तहत रतलाम मंडल के नागदा-बेड़ावन्या खंड किमी 693/0 से 693/35 के मध्य कर्व संख्या 130 अप जिसकी पूर्व में गति सीमा 110 किमीप्रघं थी को री-अलाइनमेंट किया गया है।
नागदा-गोधरा खंड मुम्बई – दिल्ली मेन लाइन पर स्थित होने के कारण इस मार्ग से राजधानी सहित अन्य मेल/एक्सप्रेस एवं मालगाडियों का काफी बड़ी संख्या में परिचालन किया जाता है जिसके कारण इस खंड पर किसी भी प्रकार का मोडिफिकेशन कार्य काफी चैलेंजिंग होता है । रतलाम मंडल पर मंडल रेल प्रबंधक श्री रजनीश कुमार के निर्देशन में इंजीनियरिंग, सिगनल एंड टेलिकॉम एवं टीआरडी विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा बेहतर समन्वय कर इस री-अलाइनमेंट कार्य को सफलता पूर्वक निर्धारित समय में ब्लॉक लेकर पूरा किया गया है ।
री-अलाइनमेंट से पूर्व यहॉं 875 मीटर रेडियस के साथ 2 डिग्री का कर्व होने के कारण यहॉं पर ट्रैक की गति क्षमता 110 किमीप्रघं की थी। वहीं री अलाइनमेंट के बाद इस कर्व का रेडियस 1400 मीटर एवं कर्व 1.25 डिग्री कर दिया गया है जिससे इस खंड की गति क्षमता भी बढ़कर 145 किमीप्रघं हो गई है।
इस री अलाइनमेंट कार्य में इंजीनियरिंग विभाग द्वारा ट्रैक री-अलाइनमेंट करने के साथ ही सिगनल एवं टेलिकॉम विभाग द्वारा प्वाइंट मेंटेनेंस, ट्रैक सर्किट, सिगनल मेंटेनेंस सहित अन्य कार्य को समय पर पूरा किया गया तथा टीआरडी विभाग द्वारा ओएचई(ओवर हेड इक्यूपमेंट) कार्य को भी नियत समय में पूरा किया गया।
कहा जाता है कि समन्वय बड़े से बड़े कार्य को आसान बना देता है उसका एक उदाहरण कर्व संख्या 130 का री-अलाइनमेंट भी है जो इंजीनियरिंग, टीआरडी एवं सिगनल एंड टेलिकॉम विभाग के बेहतर समन्वय को प्रदर्शित करता है।