शंकराचार्य प्रकल्प जल्द पूरा होगा ; शिवराज सिंह चैाहान
मयंक शर्मा
खंडवा ५ मई ;अभी तक; मुख्यमंत्री शिवरज सिंह चैाहान ने शंकराचार्य प्रकल्प के संबंध में कहा कि यह जल्द पूरा होगा। बीच में अपनी सरकार नहीं होने से यह मामला खटाई में पड़ गया था। शुक्रवार को इस पर सभी पक्षों से चर्चा और निरीक्षण कर प्रगति की समीक्षा करूंगा।
नर्मदा तट की जिले की ज्योंतिर्लिग नगरी ओंकारेश्वर में आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापना के संबंध में यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने गुरुवार को एनएचडीसी गेस्ट हाउस में जनप्रतिनिधियों और भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं से चर्चा के दौरान कही।
मुख्यमंत्री चैहान ने बड़े ही सहज भाव से बताया कि शंकराचार्य को लेकर दिमाग में आई कल्पना अब साकार रूप ले रही है। वर्ष 2017 में नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान यह विचार आया था। यहीं ओंकारेश्वर में इस विचार ने जन्म लिया, जहां आदिगुरु शंकराचार्य ने आठ वर्ष की उम्र में दीक्षा ग्रहण की। यहां से ज्ञान प्राप्त कर भारत भ्रमण पर निकले। तीन बार भारत की परिक्रमा की। उन्होंने चार धाम और चार पीठ की स्थापना की। सनातन की रक्षा और सांस्कृतिक रूप से भारत एक करने वाले कोई महापुरुष है तो वह शंकराचार्य है। उनके कारण देश का आज यह स्वरूप है। मन में विचार आया कि दीक्षास्थली पर उनकी प्रतिमा हो, संग्रहालय हो। अद्वैत वेदांत का यह दुनिया का केंद्र बने। अद्वैत वेदांत का मूल सिद्धांत एक ही चेतना हम सब में है। वसुधैव कुटुम्बकम् ,प्राणियों में सदभावना हो, सबका कल्याण हो, सर्वे भवन्तु सुखिनरू सर्वे सन्तु निरामया, मैं नहीं सब या एक, जीव और ब्रह्म एक है।
उन्होने कहा कि दुनिया में जितनी भी समस्याएं है, उनका समाधान अगर कहीं है तो आदिगुरु शंकराचार्य के अद्वैतवाद के सिद्धांत में है।दुनिया को शाश्वत शांति का संदेश ओंकारेश्वर से देने के लिए यहां शंकराचार्य प्रकल्प अंतर्गत उनकी प्रतिमा की स्थापना की जा रही है। सीएम ने उम्मीद की कि रूस और यूक्रेन न लड़े, दुनिया में शांति स्थापित हो। हम केवल मनुष्य मात्र के कल्याण की ही नहीं प्राणी, पेड़, नदियां, पहाड़ सभी के बारे में सोचे। ब्रह्म एक ही है और वह सभी में है।’
त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग के चलते प्रतिष्ठित चिकित्सक दपत्ति परस्पर आपस मे उलझे।
खंडवा ।पति-पत्नी के बीच ‘वो’ की एंट्री ने चिकित्सक दंपत्ति का पारिवारिक कलह उग्र कर दिया है। महिला थाने के हेड कांस्टेबल दीपक सोनटक्के ने
ेबताया कि के डॉ. रूपलता पटेल निवासी लवकुश नगर की शिकायत पर डॉ. मलिकेंद्र पिता डाॅ. वीआर पटेल निवासी दीनदयाल पुरम के खिलाफ केस दर्ज किया है। मारपीट, मानसिक प्रताड़ना, अश्लील गालियां देने, जान से मारने की धमकी देने तथा यह सारे कृत्य जानबूझकर करने संबंधी धाराओं में केस दर्ज किया है। डॉ. रूपलता ने दहेज प्रताड़ना का जिक्र अपनी शिकायत में नहीं किया है।
प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. दंपत्ति के बीच लंबे समय विवाद चल रहा है। पति डॉ. मलिकेंद्र पटेल ने तलाक की अर्जी लगा रखी है, तो वही डॉ. पत्नी ने बुधवार को उनके खिलाफ केस दर्ज कराया है।
गौरतलब है कि, पिछले महीने डॉ. रूपलता पटेल ने अपने पति डॉ. मलिकेंद्र पटेल की गुमशुदगी रपट दर्ज कराई थी। इस दौरान थाना मोघट रोड पर जोरदार विवाद हुआ था। डॉ. मलिकेंद्र का जिस नर्स युवती के साथ कथित प्रेम प्रसंग वल रहा है वह भी थाने आ धमकी।डॉ. रूपलता ने युवती से मारपीट भी की थी। युवती शहर के एक निजी अस्पताल में नर्स है, जहां डाॅक्टर मलिकेंद्र पटेल प्रैक्टिस करते है। इनके बीच च अफेयर है, यही बात डॉ. रूपलता पटेल को नागवार गुजर गई। पति की इन्ही हरकतों से वह मानसिक रूप से कमजोर हो गई है। डॉ. रूपलता फिलहाल जिला अस्पताल में गायनिक के पद पर पदस्थ है। वही, पेट रोग विशेषज्ञ मलिकेंद्र पटेल स्वयं का निजी क्लिनिक चलाते है।
महिला हेड कांस्टेबल दीपक सोनटक्के ने कहा कि रपट लिखने के बाद नोटिस जारी कर डॉ. पटेल को जारी कर जवाब तलब करेंगे।