शासकीय सहायक शिक्षक वर्ग तीन में नियुक्ति होने पर महिला ने सरपंच पद से दे दिया इस्तीफा
मयंक शर्मा
खंडवा १९ अप्रैल ;अभी तक; दमोह की ग्राम पंचायत खैजा लखरौनी की नवनिर्वाचित सरपंच सुधा ी भरत सिंह ने शासकीय सहायक शिक्षक वर्ग तीन में नियुक्ति होने पर सरपंच का पद त्याग दिया। मंगलवार को वे अपने पति भरत सिंह और भाई राजकुमार सिंह के साथ जिले के आदिम जाति कल्याण विभाग के कार्यालय नियुक्ति पत्र लेने के लिए पहुंचीं। सुधा की नियुक्ति जिले क जनजातीय ब्लाक खालवा के वनाचंल ग्राम गुलई माल में हुई है जो खैजा लखरौनी से करीब
500 किमी दूर है।
मीडिया से रूबरू होते हुये सुधा ने बताया कि आठ महीने पहले ही वे गांव खैजा लखरौनी में निर्विरोध रूप से सरपंच चुनी गई थीं। सहायक शिक्षक वर्ग तीन की परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद नियुक्ति मिलने पर उन्होंने सरपंच पद से त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने अपने त्यागपत्र के साथ अन्य दस्तावेज सहायक संचालक विवेक पांडे को सौंपे।
सुधा सिंह ने बताया कि गांव की सरपंच रहते हुए उन्होंने वहां ग्रामीणो की सुविधा के लिए कई काम करवाए हैं। इसके बाद अब वे शिक्षिका बनकर आदिवासी इलाके में बच्चों को पढ़ाकर उनके जीवन में बदलाव लाएंगी। सुधा का मानना है कि सरपंच बनकर वे केवल एक गांव का विकास ही कर पातीं, लेकिन शिक्षिका बनकर वे कई बच्चों के जीवन में ज्ञान का उजाला लाएंगी। शिक्षिका के इस कदम की अंचल में चर्चा है।