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श्री जैन दिवाकर श्री चौथमलजी म.सा. की जन्मजयंति व पण्डित रत्न श्री कस्तुरचंदजी म.सा. की दीक्षा जयंति के उपलक्ष्य में श्री जैन दिवाकर नवयुवक परिषद के तत्वावधान में चल समारोह निकला
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १४ नवंबर ;अभी तक ; जगत वल्लभ गुरू, जैन दिवाकर श्री चौथमलजी म.सा. की 147वीं जन्म जयंति व पण्डित रत्न श्री कस्तुरचंदजी म.सा. की 119वी दीक्षा जयंति कल मंदसौर में संयुक्त स्थानकवासी जैन समाज के द्वारा हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। श्री जैन दिवाकर नवयुवक परिषद के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत कल गुरूवार को दोनों जैन संतों के जनम व दीक्षा जयंति के उपलक्ष्य में स्थानकवासी जैन समाज की परम्परानुसार सादगीपूर्ण रूप से चल समारोह निकाला गया।
यह चल समारोह जीवागंज स्थित मूल तपो भवन (जनकूपुरा स्थानक) से प्रारंभ हुआ तथा नगर के मुख्य मार्गों पर भ्रमण कर नईआबादी शास्त्री कॉलोनी स्थित श्री जैन दिवाकर स्वाध्याय भवन पहुंचा। यहां चातुर्मास हेतु विराजित प.पू. जैन साध्वी श्री रमणीककुंवरजी म.सा. साध्वी श्री चंदनाश्रीजी म.सा., साध्वी श्री लाभोदयाजी म.सा. व साध्वी श्री जिज्ञासाजी म.सा. की पावन प्रेरणा व निश्रा में भव्य गुणानुवाद सभा का आयोजन किया गया। गुणानुवाद सभा में साध्वी श्री रमणीकुंवरजी म.सा. ने कहा कि जैन दिवाकर श्री चौथमलजी म.सा. जैन संतों, साध्वियों के लिये ही नहीं अपितु पूरे मानव समाज के लिये प्रेरणा स्त्रोत है। उन्होनंे स्थानकवासी जैन समाज की एकता के लिये कार्य किया। सदैव सादगीपूर्ण जीवन निर्वहन करने वाले श्री चौथमलजी म.सा. की मालवा व मेवाड़ क्षेत्र पर विशेष कृपा रही। नीमच जिले के चीताखेड़ा ग्राम में जन्मे श्री चौथमलजी की दीक्षा गरोठ के समीप बोलिया ग्राम में हुई तथा उनका देवलोकगमन कोटा में हुआ। चौथमलजी म.सा. के शिष्यों ने उनके देवलोकगमन के उपरांत पूरे स्थानकवासी जैन समाज में भगवान महावीर के विचारों के प्रचार प्रसार में अपना जीवन समर्पित किया।
साध्वी श्री चंदनाश्रीजी म.सा. ने कहा कि आज हम पण्डित रत्न श्री कस्तुरचंदजी म.सा. की दीक्षा जयंति भी मना रहे है। उनकी भी मालवा व मेवाड़ क्षेत्र पर विशेष कृपा रही। मंदसौर नगर व जिले में कस्तुरचंदजी म.सा. ने अपने संयम जीवन के कई वर्ष व्यतीत किये। आज इन दोनों महापुरूषों, महान संतों का पुण्य स्मरण करके जैन दिवाकर नवयुवक परिषद ने जो कार्यक्रम किये है वह सराहनीय है।
गुणानुवाद सभा में चंदनबाला महिला मण्डल, दिवाकर विचार मंच की श्राविकाओं, जैन दिवाकर महिला मण्डल नईआबादी, जैन दिवाकर बहुमण्डल, सपना कुदार, सोनाली कुदार, रीना चौपड़ा, राखीनाहर के द्वारा चौथमलजी म.सा के गुणों को बताने वाले कई स्तवन (गीत) प्रस्तुत किये गये। धर्मसभा में शांतक्राति महिला मण्डल, श्रीमती कांता कुदार, श्रीमती शशि मारू ने भी स्तवन (गीत) प्रस्तुत किये। धर्मसभा में नईआबादी श्रीसंघ अध्यक्ष अशोक उकावत, नवयुवक परिषद अध्यक्ष पवन जैन एचएम, श्री साधुमार्गी शांत क्रांति जैन श्रावक संघ अध्यक्ष विमल पामेचा ने भी अपने विचार रखे। धर्मसभा में विशेष रूप से विधायक विपिन जैन, पूर्व विधायक यशपालसिंह सिसौदिया, सकल जैन समाज संयोजक सुरेन्द्र लोढ़ा, जिला कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष प्रकाश रातड़िया, नईआबादी श्रीसंघ महामंत्री मनोहर नाहटा, राजीव मेहता, खानपुरा श्रीसंघ अध्यक्ष अशोक मारू, मंत्री अजीत नाहर, जनकूपुरा श्रीसंघ के विजय खटोड़, नरेन्द्र मारू, समाजसेवी कांतिलाल रातड़िया, लोकेन्द्र जैन गोटावाला, सुभाष नाहर, निर्विकार रातड़िया, राहुल नाहटा, सोमिल नाहटा, कपिल नाहटा, विनोद उकावत, मनीष मारू, पंकज मुरड़िया, मनीष बोहरा, संजय जैन विक्रम भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन नवयुवक परिषद के निवृत्तमान अध्यक्ष अशोक झेलावत ने किया तथा आभार नवयुवक परिषद के अध्यक्ष पवन जैन एचएम ने माना।
ये धर्मालुजन शामिल हुए चलसमारोह व गुणानुवाद सभा में- जैन दिवाकर नवयुवक परिषद के तत्वावधान में निकाले गये चल समारेाह व गुणानुवाद सभा में विधायक विपिन जैन, सकल जैन समाज पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कीमती, सकल जैन समाज संयोजक सुरेन्द्र लोढ़ा, महामंत्री प्रतापसिंह नलवाया, कोषाध्यक्ष विकास भण्डारी, समाजसेवी सुभाष नाहर, कपिल नाहटा, निर्विकार रातड़िया, पियुष मुरड़िया, विनोद कुदार, सुनील तलेरा, गौरव तलेरा, हेमन्म मेहता, गजराज जैन, नवयुवक परिषद अध्यक्ष पवन जैन एचएम, निवृत्तमान अध्यक्ष अशोक झेलावत, महामंत्री आशीष उकावत, मनीष मारू, पंकज मुरड़िया, नीतिन भटेवरा, कोषाध्यक्ष मनीष बोहरा, समाजसेवी दिनेश जैन सीए, आनन्द नाहर, विरेन्द्र मारू, अशोक जैन फिटिंग, यशपाल बाफना, विरेन्द्र कुदार लाला, संजय जैन विक्रम, संजय पोरवाल, अजय पोरवाल, आशीष चौरड़िया, सुनील मारू, अरूण मुरड़िया, अंकित कीमती, जयंत चौधरी, संजय ढेलावत, कुशल नाहर, संजय नाहर, रामू नलवाया, राजेश सिंघवी, डॉ. गुंजन मेहता, अशोक मारू, पूर्व पार्षद विपुल कीमती, अजित खटोड़, इशान जैन, भूपेन्द्र तातेड़, गौरव तांतेड़, नितिन तरवेचा, पूर्व पार्षद रवि रांका, अरूण मारू, पत्रकार संजय भाटी विनोद उकावत, सिद्धार्थ मुरड़िया, डॉ. संजीव मेहता, जवाहरलाल जैन, डॉ. बी.आर. नलवाया, बाबूलाल जैन नगरीवाला, अनिल डूंगरवाल एड., भूपेन्द्र भण्डारी, सुनील पामेचा, राजेश भटेवरा, सूरजमल तलेरा, यशपाल बाफना, मोहित बाफना, रितेश तरवेचा, राहुल तरवेचा, नीतिन तरवेचा, वीरेन्द्र मारू, राकेश जैन भाग्यश्री, श्रेणिक उकावत परम्परा भी उपस्थित थे।
एक शाम दिवाकर के नाम कार्यक्रम भी हुआ- दो दिवसीय कार्यक्रम के प्रथम दिवस बुधवार की रात्रि को जैन दिवाकर नवयुवक परिषद के द्वारा एक शाम दिवाकर के नाम कार्यक्रम आयोजित किया गया। रात्रि 8 बजे से 10 बजे तक आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन जैन महाविद्यालय के परिसर में किया गया। इस कार्यक्रम में संगीतकार राजाभाई सोनी, प्रभा खाबिया, हेमा खाबिया ने गुरू जैन दिवाकर की महिमा का गुणानुवाद करने वाले कई गीतों की प्रस्तुतियां भी दी जिसे सभी ने सराहा। इन भक्ति गीतों को श्रवण कर धर्मालुजन इतने भाव विभोर हो गये कि वे भक्ति रस में नृत्य करने लगे। रात्रि 10 बजे तक भक्ति गीतों की श्रृंखला चलती रही।
एक शाम दिवाकर के नाम कार्यक्रम भी हुआ- दो दिवसीय कार्यक्रम के प्रथम दिवस बुधवार की रात्रि को जैन दिवाकर नवयुवक परिषद के द्वारा एक शाम दिवाकर के नाम कार्यक्रम आयोजित किया गया। रात्रि 8 बजे से 10 बजे तक आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन जैन महाविद्यालय के परिसर में किया गया। इस कार्यक्रम में संगीतकार राजाभाई सोनी, प्रभा खाबिया, हेमा खाबिया ने गुरू जैन दिवाकर की महिमा का गुणानुवाद करने वाले कई गीतों की प्रस्तुतियां भी दी जिसे सभी ने सराहा। इन भक्ति गीतों को श्रवण कर धर्मालुजन इतने भाव विभोर हो गये कि वे भक्ति रस में नृत्य करने लगे। रात्रि 10 बजे तक भक्ति गीतों की श्रृंखला चलती रही।