प्रदेश
संदिग्ध मौत के चलते गुजरात के मौरवी से लाकर मप्र में दफनाया गया मासूम का शव को जांच के लिये बाहर निकाला
मयंक शर्मा
खंडवा ६ नवंबर ;अभी तक ; खडवा एसपी मनोज राय द्धारा जिले के पिपलौद थाना प्रभारी को दिये निर्देश के बाद एक हफतें पहले उफन की गयी 5 साल की बालिका का शव बाहर निकाला गयां पुलिस ने मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में उस शव केा निकाल कर लाश पंचनामा बनवाया और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गयां।मामला मंगलवार को है।
बालिका की मौत कां घटनास्थल गुजरात का मोरबी है । एसपी ने कहा कि इसलिये आगे की कार्रवाई के लिए मोरबी पुलिस से सम्पर्क करके मर्ग जांच वहां भेजी जाएगी, और इसमें यदि किसी तरह के अपराधिक कृत्य की बात सामने आती है, तो वह जांच भी गुजरात पुलिस ही करेगी।
खंडवा जिले के पिपलोद थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम गुड़ी खेड़ा का एक मजदूर परिवार गुजरात के मोरबी जिले में रहकर एक टाइल्स फैक्टरी में मजदूरी करता था। इसी बीच उनकी 5 साला बालिका परी की टाइल्स फैक्ट्री के गड्ढे में डूब कर गत 29 अक्तूबर को मृत्यु हो गई थी। जिसको लेकर मृत बालिका परी के पिता अनिल गाडरे का कहना था कि वहां टाइल्स फैक्टरी के ठेकेदार और फैक्ट्री मालिक ने उन्हें डरा धमका कर बालिका के शव को खंडवा ले जाकर दफनाने का दबाब बनाया। इसके बाद 30 अक्तूबर को बालिका के शव को पिपलोद थाना क्षेत्र में दफना दिया था।
पिता ने एसपी खंडवा से कहा कि उन्हें आशंका है कि टाइल्स फैक्टरी के जिस गड्ढे में बालिका डूबी थी, वह केमिकल युक्त पानी था, जिसके चलते ही बालिका की मौत हुई है।श्री राय ने बताया कि उनके पास पिपलोद थाना क्षेत्र के एक पति पत्नी आए थे, जिन्होंने बताया था कि वे पिछले दो महीने से गुजरात के मोरबी जिले की एक टाइल्स कंपनी में काम कर रहे थे। इस दौरान उनकी 5 साल की बच्ची की वहीं पर मृत्यु हो गई थी, जिसमें उनका शंका थी कि वहां पर काम के दौरान किसी तरह के केमिकल के रिएक्शन की यह घटना हो सकती है। हालांकि वहां से वे लोग डेड ॉडी लेकर खंडवा वापस आए थे, और यहां उसे विधिवत जमीन में दफना भी दिया गया था।
एसपी ने बताया कि जैसे ही बच्चों के माता-पिता के द्वारा उन्हें इसको लेकर जानकारी दी गई, तब उन्होंने तुरन्त ही डीएसपी हेडक्वार्टर के साथ ही थाना प्रभारी को निर्देश दिए ।