प्रदेश
आधार केंद्रों पर आम नागरिक हो रहे परेशान- विजय गुर्जर
महावीर अग्रवाल
मंदसौर १५ जून ;अभी तक; शहर के आधार केंद्रों पर लगातार नागरिकों को परेशानियों और अवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है। आधार केंद्रों पर दस्तावेजों के नाम अलग अलग जानकारी अलग अलग केद्रों पर देकर लोगो को परेशान ओर गुमराह किया जा रहा है जिससे लोगो को एक ही काम के लिए बार बार आधार केंद्रों के चक्कर लगाने पड रहे हैं आधार केंद्रों पर कोई भी सही जानकारी किसी कार्य के लिए नागरिकों को देने को तैयार नहीं होता है बल्कि लोगो को यहां से वहां भटकने के लिए मजबूर करते रहते हैं जिससे आम नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । यह बात पूर्व पार्षद, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भाजपा किसान मोर्चा विजय गुर्जर ने मंदसौर कलेक्टर दिलीप कुमार यादव को अवगत कराते हुवे कही हैं।
विजय गुर्जर ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड सरकार का महत्वपूर्ण बोर्ड सरकारी उपक्रम है इसी बोर्ड से दसवीं की मार्कशीट प्रदान की जाती है और कोई भी सरकारी नौकरी में नियुक्ति होने पर दसवीं की मार्कशीट को महत्वपूर्ण माना जाता है इसी को प्रमाणित दस्तावेज मानकर इसी आधार पर नियुक्ति देकर सर्विस बुक में इसी मार्कशीट के आधार पर जन्मतिथि दर्ज की जाती है लेकिन आधार केंद्रों पर महिला पुरुषों को इस दस्तावेज को नहीं मानकर यह कहकर भ्रमित किया जाता है कि अन्य दस्तावेज जन्म प्रमाण पत्र भी अनिवार्य है जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए यहां स्थिति स्पष्ट किए जाने की आवश्यकता है।
श्री गुर्जर ने बताया कोई भी लड़की अपने पिता के घर में रहकर ही पढ़ती है इसलिए 10वी की अंकसूची में पिता का नाम ही दर्ज होता है। विवाह होने के बाद पति का नाम उसके साथ जुड़ जाता है ऐसी स्थिति में भी आधार केंद्रों पर यह कहकर परेशान किया जाता है कि इसमें पति का नाम आ रहा है और उसमें पिता का नाम आ रहा है इस तरह की अनेक विसंगतियों को दूर किये जाने की अति आवश्यकता है ताकि नागरिकों को आधार केंद्रों पर भटकने और परेशान होने से राहत मिल सके।
अंत में विजय गुर्जर ने कलेक्टर दिलीप कुमार यादव को अवगत कराते हुए कहा है कि आधार केंद्रों पर हो रही अवस्था को सुधारने हेतु तत्काल निर्देशित करें साथ ही आधार केंद्रों पर दस्तावेज संबंधी जानकारी स्पष्ट रूप से बोर्ड पर लगाने के निर्देश जारी करें।
श्री गुर्जर ने बताया कोई भी लड़की अपने पिता के घर में रहकर ही पढ़ती है इसलिए 10वी की अंकसूची में पिता का नाम ही दर्ज होता है। विवाह होने के बाद पति का नाम उसके साथ जुड़ जाता है ऐसी स्थिति में भी आधार केंद्रों पर यह कहकर परेशान किया जाता है कि इसमें पति का नाम आ रहा है और उसमें पिता का नाम आ रहा है इस तरह की अनेक विसंगतियों को दूर किये जाने की अति आवश्यकता है ताकि नागरिकों को आधार केंद्रों पर भटकने और परेशान होने से राहत मिल सके।
अंत में विजय गुर्जर ने कलेक्टर दिलीप कुमार यादव को अवगत कराते हुए कहा है कि आधार केंद्रों पर हो रही अवस्था को सुधारने हेतु तत्काल निर्देशित करें साथ ही आधार केंद्रों पर दस्तावेज संबंधी जानकारी स्पष्ट रूप से बोर्ड पर लगाने के निर्देश जारी करें।