प्रदेश
भीषण गर्मी देखते हुए आंगनवाड़ी का समय बदले या गर्मी का अवकाश घोषित करें-श्याम सोनावत
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २० मई ;अभी तक; बुलंद आवाज नारी शक्ति आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संगठन के प्रदेश संरक्षक श्याम सोनावत ने बताया कि वर्तमान में पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी का प्रकोप है, कई आंगनवाड़ी केन्द्रों पर पंखे तक नहीं है ऐसे में केन्द्र पर आने वाले बच्चों व आंगनवाड़ी वकर्स को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वहीं पालक भी अपने बच्चों को नहीं भेज रहे है। साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मिनी कार्यकर्ता सहायिका देश की ऐसी वर्कर है जो महिला बाल विकास की रीढ़ की हड्डी की तरह काम कर रही है ऐसी भीषण गर्मी में विभाग और सरकार का सारा काम कर रही है । उसके बाद भी विभाग के परियोजना अधिकारी और पोषण टेकर का कार्य देखने वाली मेडम, सुपरवाइजर दादागिरी कर आंगनवाड़ी वर्कर की बिना वजह से सेलेरी काटी जा रही है। जिससे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता काफी आहत है।
मन्दसौर २० मई ;अभी तक; बुलंद आवाज नारी शक्ति आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संगठन के प्रदेश संरक्षक श्याम सोनावत ने बताया कि वर्तमान में पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी का प्रकोप है, कई आंगनवाड़ी केन्द्रों पर पंखे तक नहीं है ऐसे में केन्द्र पर आने वाले बच्चों व आंगनवाड़ी वकर्स को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वहीं पालक भी अपने बच्चों को नहीं भेज रहे है। साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मिनी कार्यकर्ता सहायिका देश की ऐसी वर्कर है जो महिला बाल विकास की रीढ़ की हड्डी की तरह काम कर रही है ऐसी भीषण गर्मी में विभाग और सरकार का सारा काम कर रही है । उसके बाद भी विभाग के परियोजना अधिकारी और पोषण टेकर का कार्य देखने वाली मेडम, सुपरवाइजर दादागिरी कर आंगनवाड़ी वर्कर की बिना वजह से सेलेरी काटी जा रही है। जिससे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता काफी आहत है।
श्री सोनावत ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने विभाग द्वारा लोकसभा चुनाव का दिया गया सारा कार्य किया गया उसके बाद भी वर्कर के कार्य के पैसे काटे गये है। वर्तमान में भी भीषण गर्मी में ऑनलाइन का सारा काम आंगनवाड़ी वर्कर घर-घर जाकर पूरा करके सरकार को दे रही है वो भी सबसे कम वेतन में। जबकि 30 से 70 हजार सेलेरी ले रहे सरकार से जिला अधिकारी, सुपरवाइजर, परियोजना इन सबका कार्य भी आंगनवाड़ी वर्कर ही कर रही है और ये अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग कर अपने आफीस में बैठकर वीडियो कॉल पर जानकारी ले रहे जबकि इनका काम है अपने-अपने सेक्टर ओर परियोजना में भ्रमण करना पर वो ऐसा नही कर रहे। जबकि आगंनवाड़ी केन्द्र जहां पंखे भी नहीं है वहां बेबस आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका और केंद्र पर वाले बच्चे गर्मी में हाल बेहाल हो रहे है। ऐसे में बच्चो के परिजन भी आंगनवाड़ी केन्द्र पर बच्चों को नहीं भेज रहे है।
श्री सोनावत ने कहा कि पोषण ट्रैकर एप मंे आये दिन नये-नये बदलाव होते है जिसकी कार्यकर्ता की कोई ट्रेनिंग नहीं दी जाती और बिना ट्रेनिंग के कार्य सौंप दिया जाता है नतीजा अनुभव के अभाव में कार्य सही से नहीं हो पाता है और कार्यकर्ता के पैसे सजा के नाम पर काट लिए जाते है । जबकि विभाग द्वारा दिये गये फोन भी काम नहीं कर रहे है। विभाग की लापरवाही से कई आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की बड़ी राशी मानदेय से काट ली गई है तथा कुछ कार्यकर्ता ऐसी भी है जिन्हेें कई माह से मानदेय नहीं मिला तथा उनका घर चलाना मुश्किल हो गया है।
श्री सोनावत ने शासन व प्रशासन व सभी जनप्रतिनिधियों की ओर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं की समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि गर्मी को देखते हुए आंगनवाड़ी का समय प्रातः 8 बजे से दोप. 12 बजे तक किया जाए या गर्मी के दिनों में अवकाश घोषित किया जाये। साथ ही महिला बाल विकास के अधिकारियों की एक्शन ले और कार्यकर्ताओं सहायिकाओं की समस्या को हल करवाये, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण टेकर कार्य से मुक्त करके विभाग के सुपरवाईजर व कर्मचारी को दिया जाए अन्यथा बुलन्द आवाज नारी शक्ति संगठन आचार संहिता खत्म होने के बाद उग्र आंदोलन और धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होगा।