प्रदेश

ओवैसी की एंट्री, बुरहानपुर  सीट के लिये उम्मीदवार अमान मोहम्मद गोटेवाला को मिली हरी झंडी

मयंक शर्मा

खंडवा २५ अक्टूबर ;अभी तक;  खंडवा ससंदीय क्षेत्र में हिस्ससेदारी की मुस्लिम बहुलता वाली सीट बुरहापुर  में तीसरे मोर्चे के रूप में  एआईएमआईएम ने  मुस्लिम कैंडिडेट चुनावी रण में उतार दिया है, ।

एमआईएम के चुनावी प्रदेश कोर कमेटी के सदस्य मोहम्मद उमर ने बताया कि  उनकी पार्टी प्रदेश के बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, इंदौर, जबलपुर, भोपाल सहित कई जिलों में अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर रही है। उनकी पार्टी की बैठक लगातार हैदराबाद स्थित पार्टी मुख्यालय में पार्टी के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी के साथ जारी है, और जल्द ही इन सभी सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा भी कर दी जाएगी। मोहम्मद उमर ने कहा कि अल्पसंख्यकों में शिक्षा, स्वास्थ्य, न्याय और विकास के साथ ही उनकी पार्टी मुस्लिम समाज की लगातार राजनीतिक अनदेखी करने जैसे मुद्दों को लेकर चुनावी मैदान में उतरेगी।

कांग्रेस व भाजपा दोनो प्रमुख दलो के प्रत्यशी का अपने ही दलों में े कडा विरोेेेेेेध है। बुरहानपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस ने सुरेंद्र सिंह शेरा को टिकट दिया है, जिसका लगातार यहां के अल्पसंख्यक समाज और कांग्रेस के अल्पसंख्यक नेता विरोध कर रहे हैं, और इसी विरोध के चलते 23 अल्पसंख्यक कांग्रेसी पार्षदों ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा भी दिया है। तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस को ही अपना उम्मीदवार बनाया है, लेकिन बीजेपी के ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चैहान के पुत्र हर्षवर्धन चैहान ने भी सोमवार को बुरहानपुर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में फॉर्म लिया है। जिससे इस सीट पर कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए ही मुश्किलें खड़ी होती दिख रही हैं,।

इस बीच कट्टरपंथी छवि के नेता असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम की बुरहानपुर से  एंट्री हो गई है। सोमवार कोे एआईएमआईएम उम्मीदवार अमान मोहम्मद गोटेवाला ने अपनी दावेदारी पेश करने के लिए फॉर्म खरीद लिया है।

यहां किसी अल्पसंख्यक मुस्लिम समाज के व्यक्ति को टिकट देने की मांग को कांग्रेस भाजपा द्धारा  नकारे जाने के बाद  एआईएमआईएम ने यहां से अपना मुस्लिम कैंडिडेट चुनावी रण में उतार दिया है,। हाल के  नगर निगम चुनाव में एआईएमआईएम पार्टी ने अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई थी। एक पार्षद जीतकर आ चुका  है। मुस्लिम बहुल इलाकों से अधिकांश वोट ओवैसी की पार्टी को मिले थे।
सीट का मुकाबला रोचक होने के आसार  है।

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