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टीकमगढ़ नगरपालिका के एक तिहाई पार्षदों ने अपने अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार उर्फ़ पप्पू मलिक के खिलाफ अविश्वास व्यक्त करके,उनकी मुश्किलें बढ़ाई

पुष्पेंद्र सिंह
टीकमगढ़ 20 अगस्त!’अभी तक;  ‘टीकमगढ़ नगरपालिका के एक तिहाई पार्षदों ने अपने अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार उर्फ़ पप्पू मलिक के खिलाफ अविश्वास व्यक्त करके,उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं!
                                  मंगलवार को कलेक्टर अवधेश शर्मा को प्रस्तुत  अविश्वास प्रस्ताव के पत्र में बीजेपी के दस और कांग्रेस के छह पार्षदों समेत तीन अन्य निर्दलीय पार्षदों के हक्ताक्षर हैं जिससे साफ है कि उनकी ही कांग्रेस पार्टी के छह पार्षद मलिक से नाराज़ हैं!हालांकि कलेक्टर अवधेश शर्मा द्वारा उक्त प्रस्ताव पर वोटिंग के लिए आगामी 2सितम्बर की तिथि नियत की गयी है इन दस -बारह दिनों में नपा अध्यक्ष पप्पू मलिक को नाराज पार्षदों को मनाने का समय है यद्यपि ये अलग बात कि वे किन शर्तो पर मानते हैं या मानते भी हैं या नहीं?
                               टीकमगढ़ अपर कलेक्टर पी एस चौहान ने बताया कि आगामी 2सितम्बर को अविश्वासप्रस्ताव पर होने जा रही चर्चा और वोटिंग की तैयारियों के लिए  सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं और अन्य कार्रवाई की जा रही है!
                               नपा अध्यक्ष मलिक के खिलाफ वह प्रस्ताव ऐसे समय आया जब राज्य सरकार,नपा अध्यक्षों और मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दो  के वजाय तीन साल की अवधि करने पर विचार कर रही है!अभी किसी भी निर्वाचित अध्यक्ष के खिलाफ उन्हें पद से हटाने के लिए चुने जाने के 2वर्ष पूर्ण होने के बाद ही उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का विधान है यहाँ उल्लेख करना प्रासांगिक होगा कि दो साल पहले 10अगस्त 2022को राज्य में सम्पन्न हुए स्थानीय निकायों के चुनाव में टीकमगढ़ नगरपालिका के सभी 27वार्डों में से कांग्रेस समर्थित 14प्रत्याशी निर्वाचित घोषित हुए थे और  13अगस्त को स्थानीय निकाय केअध्यक्ष पद के लिए अब्दुल गफ्फार को चुना गया था लेकिन गुजरे दो वर्षों में अध्यक्ष ने नगर के न सिर्फ विकास के लिए बल्कि आम नागरिकों को मूलभूत सुबिधाएं उपलब्ध हों, इसके लिए उन्होंने कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं किये,इसी आशय के आरोपों को लेकर मंगलवार को उक्त पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है विद्रोही पार्षदों के प्रस्ताव का नतीजा क्या होगा यह 2सितम्बर को स्पष्ट होगा!लेकिन बीजेपी और कांग्रेस के स्थानीय नेता कथित तौर पर पार्षदों के जोड़ -तोड़ में लग गए हैं!
                         उल्लेखनीय हैं कि कांग्रेस के स्थानीय विधायक यादवेन्द्र सिंह बुंदेला ने इसी नगरपालिका में पिछली तीन पंचवर्षीय कार्यकाल के दौरान, सैकड़ों दुकानों के निर्माण और उनके आवंटन में व्यापक धांधली के बारे में सदन में जानकारी चाही थी जिसके परिप्रेक्ष्य में आयुक्त नगरीय प्रशासन ने उन गड़बड़ियों की जाँच के निर्देश दिए थे दुकानों के आवंटन के अलावा गुजरे वक्त में उस कार्यालय के कथित भ्रष्टाचार की चर्चा होती रही हैं!
                           पिछले करीब 20साल से भी अधिक समय टीकमगढ़ नपा के अध्यक्ष के पद पर बीजेपी का कब्ज़ा रहा हैं इसलिए बीजेपी नेता पुनः प्रयास करेंगे कि कांग्रेस से वह छीन लिया जाय!

 


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