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हर युग में लिया है भगवान ने अवतार पाप अत्याचार अंत के लिए इस कलयुग में भी होगा भगवान का अवतार पापियों के अंत के लिए –  पंडित शुभम जोशी

महावीर अग्रवाल
मंदसौर १६ जून ;अभी तक;  भगवान श्री बंजारी बालाजी की असीम कृपा से मंदिर प्रांगण पर श्री हनुमंत भागवत कर्मकांड परिषद के संस्थापक पंडित श्री मुकेश शर्मा नारायण जी के सानिध्य में श्रीमद् भागवत संकल्प यात्रा के तहत श्रीमद् भागवत कथा का सुंदर आयोजन किया जा रहा है।
                                श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस में पंडित शुभम जोशी उज्जैन वाले के द्वारा कहा गया कि भगवान का अवतार हर युग में हुआ है पृथ्वी पर पाप अत्याचार एवं पापियों का भार बढ़ने पर भगवान ने कई रूप में अवतार लेकर पापियों का सर्वनाश किया है जिस प्रकार रावण के अत्याचार के साम्राज्य को समाप्त करने के लिए भगवान श्री राम स्वरूप में अवतार लेकर उसके पाप का अंत किया अपने भक्तों की रक्षा के लिए भगवान श्री नरसिंह अवतार लेकर भक्त पहलाद की रक्षा के लिए अवतार लिया मथुरा के भक्तों को राजा कंस के अत्याचार से मुक्त करने के लिए भगवान श्री कृष्ण स्वरूप अवतार लेकर अत्याचार का अंत किया हर युग में अनेकों स्वरूप के अंदर भगवान  अवतार लेकर पापियों का अंत करते हैं इस कलयुग में भी पाप कर्म के मार्ग पर चलने वाले उन समस्त पापियों को ज्ञात होना चाहिए कि पाप का अंत निश्चित है इसलिए कलयुग के अत्याचारों के लिए भी भगवान का अवतार निश्चित होगा इस कलयुग में भी गौ माता की रक्षा के लिए भगवान अवतार लेकर गौ माता की रक्षा करेंगे इस कलयुग के समस्त राक्षसों को भी अवगत हो जाना चाहिए कि अपने भक्तों की रक्षा के लिए राक्षसों के अंत के लिए भगवान किसी भी समय अवतार लेकर इन राक्षसों का अंत कर सकते हैं इसके लिए कोई समय निश्चित नहीं श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस में भगवान श्री कृष्ण जन्म उत्सव मनाया गया भगवान श्री कृष्ण का जन्म मथुरा के कारागृह में कंस के अंत के लिए हुआ लेकिन योग माया अवगत कराती है कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म नंद बाबा एवं मां यशोदा को वृद्धावस्था में संतान का सुख प्राप्त करवाने के लिए भी हुआ है इस कारण भगवान के बाल रूप को अत्याचारी कंस से  बचाने के लिए नंद बाबा की नगरी मां यशोदा के पास छोड़ आओ और वहां जिस कन्या ने जन्म लिया है उससे यहां ले आओ वासुदेव जी भगवान श्रीकृष्ण को पालने में सुला कर यमुना नदी पार करते हुए मां यशोदा के पास छोड़ आते हैं वहां से छोटी सी कन्या लाकर देवकी जी के पास सुलाते हैं वही कन्या योग माया के स्वरूप में आकर कंस को अवगत कराती है कि अत्याचारी कंस तेरा काल जन्म ले चुका है तेरा अंत अब तय हो चुका है तेरे पाप के साम्राज्य का विनाश तई हो चुका है भगवान श्री कृष्ण का बाल स्वरूप पूर्ण रूप से सुरक्षित होकर अपने भक्तों को बाल स्वरूप के दर्शन दे रहे हैं इस कारण कहा जाता है कि हर युग में पाप अत्याचार एवं पापियों के अंत के लिए भगवान ने अवतार लिया है इस कलयुग में भी निश्चित होगा श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस की आरती बंजारी बालाजी मंदिर पुजारी महंत श्री मोहनदास एवं समस्त भक्तों के द्वारा की गई समस्त जानकारी मनीष शर्मा के द्वारा दी गई

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