आटो पार्ट्स व्यापारी के साथ अनोखी धोखाधड़ी
प्रदीप सेठिया
बड़वाह ६ जुलाई ;अभी तक; करही नगर के आटो पार्ट्स व्यापारी के साथ अनोखी धोखाधड़ी हों गई है, व्यापारी की कार नंबर एम.पी.०९ झेड.पी.८९७७ उनके घर के सामने खड़ी हैं और कैथी यूं.पी. वाराणसी हाइवे के टोल प्लाजा पर टोल काटने का मैसेज आ गया। व्यापारी ने मोबाइल देखा तों हैरान रह गया। तुरंत क्राइम ब्रांच और नगर थाना पर इसकी सूचना दर्ज कराई।
नगर करही के व्यापारी सुरेश चंद छाजेड़ ने बताया बुधवार दोपहर मोबाइल पर कैथी यू पी वाराणसी हायवे टोल प्लाजा का SBI NICT के फास्टैग से टोल टैक्स कटने का मैसेज आया,यह देख कर हैरान रह गया, क्योंकि मेरी कार घर के सामने खड़ी हैं तो टोल कटने का तो सवाल ही नहीं होता। यह फास्टैग SBI NICT का है, और फास्टैग के जारी होने से लेकर एक्टीवेट होने तक में SBI NICT केवायसी एवं कार तथा मालिक का संपूर्ण डाटा साफ्टवेयर पर डाउनलोड कर SBI NICT के साफ्टवेयर पर एप्रो होने पर ही फास्टैग वर्क करता है, तो प्रश्न यह उठता है कि SBI NICT ने एक ही मालिक एवं कार के नाम पर अन्य फास्टैग जारी किया है, तभी यह धोखाधड़ी हों रहीं हैं, इससे साफ़ प्रदर्शित होता है कि SBI NICT भी इस धोखाधड़ी में सम्मिलित है।
व्यापारी ने तुरंत SBI NICT के टोल फ्री नंबर पर फोन किया लेकिन वह इससे संबंधित जानकारी देने अथवा मदद करने में आनाकानी करने लगे, उनके जवाब से व्यापारी को आभास हुआ कि उन्हें कुछ आता जाता नहीं है, मात्र खानापूर्ति के लिए कस्टमर केयर का नंबर है, या यह भी हो सकता है कि इस धोखाधड़ी में SBI NICT के कस्टमर केयर भी मिलीभगत है, फिर व्यापारी ने क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई,जिसे थाना प्रभारी ने गंभीरता से लेते हुए कुछ आवश्यक सुझाव व्यापारी को दिया। कार घर के सामने खड़ी होने के GPS मेप फोटो लेकर बताया जिसमें समय दिनांक और लोकेशन जहां वाहन खड़ा है, कि पुष्टि होती है।