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बृहस्पति कुण्ड में मध्य प्रदेश का पहला ग्लास ब्रिज बनेगा
दिलीप शर्मा(दीपक)
पन्ना (म.प्र) 23 अगस्त ;अभी तक; बुंदेलखंड का नियाग्रा कहे जाने वाले पन्ना जिले में स्थित बृहस्पति कुण्ड जलप्रपात की खूबसूरती निहारने के लिए ग्लास ब्रिज का निर्माण किया जाएगा ।
गौरतलब है कि पन्ना के पूर्व कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने अपने कार्यकाल में बृहस्पति कुण्ड जलप्रपात और आसपास के क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के उद्देश्य से प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग शिवशेखर शुक्ला को प्रस्ताव भेजा था । उस प्रस्ताव का एवम लोकेशन का अध्ययन करने प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग श्री शुक्ला द्वारा मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के वास्तुविद सतीश कालान्तरे (जबलपुर), कार्यपालन यंत्री क चौरसिया (सागर) और विवेक चौबे, उपयंत्री (खजुराहो) की टीम को पन्ना भेजा ।
पन्ना के सर्किट हाउस में पूर्व कलेक्टर संजय कुमार मिश्र द्वारा मध्य प्रदेश पर्यटन निगम की उक्त टीम के साथ बैठक लेकर बृहस्पति कुण्ड जलप्रपात और आसपास के क्षेत्र का पर्यटन बढ़ाने के उद्देश्य से बनाये प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा कर अपने सुझाव दिए गए । इस बैठक में आबकारी उपनिरीक्षक मुकेश पाण्डेय जिला पुरातत्व,पर्यटन और संस्कृति परिषद पन्ना के सदस्य के रूप में शामिल हुए ।
मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम की तकनीकी टीम द्वारा बृहस्पति कुण्ड जलप्रपात पहुँच कर वास्तविक स्थिति और लोकेशन का अध्ययन और सर्वे किया गया । वास्तुविद सतीश कालान्तरे ने बताया कि बृहस्पति कुण्ड जलप्रपात के आसपास फिलहाल सुरक्षा की कोई व्यवस्था नही है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना हमेशा बनी रहती है । इसलिए बृहस्पति कुण्ड जलप्रपात के चारो तरह सुरक्षा हेतु रेलिंग लगाई जाएगी । रेलिंग भी इस तरीके से लगाई जाएगी कि स्थान की खूबसूरती भी बनी रहे और सुरक्षा भी । बृहस्पति कुण्ड आश्रम की तरफ़ एक मजबूत ग्लास ब्रिज बनाया जाएगा, जिस पर चढ़कर पर्यटक जलप्रपात के ठीक सामने खड़े होकर जलप्रपात की खूबसूरती को निहार सकेंगे । यह देश का दूसरा और मध्यप्रदेश का पहला ग्लास ब्रिज होगा ।
कार्यपालन यंत्री श्री चौरासिया ने बताया कि जलप्रपात के आसपास लोगो को धूप-बारिश से बचने के लिए पैगोडा डिजाइन के विश्राम स्थल भी बनाये जाएंगे । दिनों-दिन पर्यटकों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए समुचित संख्या में प्रसाधन गृह और एक बड़ी पार्किंग की भी व्यवस्था होगी । जलप्रपात के पास खाली पड़े चट्टानी मैदान में खूबसूरत लैंडस्केप और उद्यान विकसित किया जाएगा । इस क्षेत्र के महत्व और जानकारी को दर्शाते हुए कई सूचना पट्ट लगाए जाएंगे । मौके पर इस तकनीकी दल को स्थान दिखाने और उसकी जानकारी देने का कार्य आबकारी उपनिरीक्षक मुकेश पाण्डेय और पत्रकार सचिन मिश्रा ने किया ।
श्री पाण्डेय ने बताया कि बृहस्पति कुण्ड क्षेत्र को विकसित करने का कार्य कई चरणों मे पूर्ण होगा । पहले चरण में जलप्रपात के चारो तरह सुरक्षा रेलिंग, ग्लास ब्रिज, विश्राम स्थल, पार्किंग, प्रसाधन गृह, कैफेटेरिया आदि का निर्माण होगा । दूसरे चरण में जलप्रपात के नीचे की तरफ स्टॉप डैम बनाकर नौकायन और एडवेंचर गतिविधियों की व्यवस्था की जाएगी ।
बृहस्पति कुण्ड अपने आप में एक अद्भुत स्थल है । यह प्राकृतिक रूप से तो सुंदर है ही साथ ही श्रीराम वनपथ गमन मार्ग का एक महत्वपूर्ण स्थल है । नीचे की तरह चंदेलकालीन शिव मंदिर है । हजारों साल पुराने आदिमानव के समय के अद्भुत शैलचित्र है । इस स्थान के विकसित होने से जहाँ यहाँ पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी वही स्थानीय लोगो के लिए रोजगार के नए साधन मिलेंगे । पन्ना जिले को भी पर्यटन के नक्शे में एक नयी पहचान मिलेगी ।