प्रदेश

सेठ टीएस अंकलेसरिया के निधन से जो क्षति हुई है, उसे नहीं भरा जा सकता- गुजराती समाज 

अरुण त्रिपाठी
रतलाम, 05 अगस्त  ;अभी तक;  स्व.सेठ टीएस अंकलेसरिया इस संस्था के पितृपुरुष थे| संस्था की हर एक ईंट में उनका समर्पण दिखता है| वे यहीं के विद्यार्थी रहे और यहीं पर 40 वर्षों से अधिक समय तक कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे| विद्यालय और समाज के प्रति उनकी चिंता, उनके समर्पण और उनकी उदारता के बारे में जितना भी कहा जाए, वह कम है।
                     ये उदगार प्रसिद्ध समाजसेवी उद्योगपति और श्री गुजराती समाज विद्यालय के कार्यकारी अध्यक्ष स्वर्गीय सेठ टीएस अंकलेसरिया के निधन पर श्री गुजराती समाज स्कूल में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में समाजजनों ने व्यक्त किए| सभा को ट्रस्टी हसमुख भाई शाह, डॉ कीर्ति कुमार शाह, राकेश देसाई, विनीता देसाई, भूमिका कृष्टि,प्राचार्य संजय राज दुबे आदि ने संबोधित किया ।इस अवसर पर समाज अध्यक्ष किशोर भाई खिलोसिया, उपाध्यक्ष राजेश पटेल, सदस्य सुरेश भाई शाह, नवनीत भाई पटेल,हरीश भाई ठक्कर सहित समस्त पदाधिकारी, गुजराती समाज के सदस्य, भगिनी समाज के सदस्य,समस्त शिक्षक गण और समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे|
 स्वर्गीय टीएस अंकलेसरिया का स्मरण करते हुए वक्ताओं ने कहा कि विद्यार्थियों सहित सबके प्रति उनका लाड-प्यार और स्नेह बहुत अधिक रहा | शिक्षकों के परिवार और स्वास्थ्य की चिंता भी वे बहुत ज्यादा करते थे, कोरोना काल में उन्होंने व्यक्तिगत रूप से फोन कर करके परेशानियां पूछी थी| वे विद्यालय में जब भी आते, तो जो भी शिक्षक या कर्मचारी मिलते, उनसे बहुत प्यार से उनसे स्वास्थ्य के बारे में,परिवार के बारे में, विद्यालय के बारे में, शिक्षा के बारे में बहुत अच्छे से पूछते और कहते कि कोई भी समस्या हो तो बताइए। विद्यालय के विकास के लिए संसाधन की हर आवश्यकता हम जरूर पूरी करेंगे ।वे समिति के माध्यम से स्कूल की आवश्यकता को हर संभव पूरा करते रहे | उनके निधन से विद्यालय परिवार और गुजराती समाज को जो क्षति हुई है, वह अपूरणीय है| इसे कभी भरा नहीं जा सकता है | इस दुखद प्रसंग पर सभी विद्यार्थियों और पधारे हुए अतिथियों ने मौन रखकर पुष्पांजलि अर्पित की ।संचालन मयूर व्यास द्वारा किया गया |

Related Articles

Back to top button