लोक स्वास्थ यांत्रकीय विभाग तथा जल निगम के जिम्मेवार उदासनी, पीने के पानी के लिए परेशान है जिले के लोग
दीपक शर्मा
पन्ना २३ मई ;अभी तक; जिले मे लगातार जल संकट बढता जा रहा है। उसके बावजूद जिले के जिम्मेवार अधिकारीयो द्वारा पूर्व से कोई इन्तजाम नही किये है तथा पेयजल के जो भी श्रोत है वह बंद पडें हुए है तथा लगातार खराब भी हो रहे है, गांव गांव मे पानी को लेकर त्राही त्राही मची हुई है। हैन्ड पंपो मे सुधार कार्य नही हो रहे है, नल जल योजनाए कागजो मे संचालित हो रही है। जबकी पेयजल श्रोत बनाने के लिए विभागो द्वारा करोडो की राशि का भ्रष्टाचार किया जा चुका है।
लोक स्वास्थ यांत्रीकीय विभाग मे कार्यपालन यंत्री के पद पर पांच वर्ष से पदस्थ महेन्द्र सिंह की मनमानी लगातार चल रही है। अनेक ग्रामो मे नल जल योजनाओं के लिए राशि खर्च की गई लेकिन उक्त नल जल योजना संचालित नही है। सिर्फ कागजो मे संचालित दिखाई जा रही है। महेन्द्र सिंह से लोगो द्वारा शिकायते के करने के बावजूद कोई कार्यवाही भी नही की जाती है। इसके अलावा बेहरत पेयजल उपलब्ध कराने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा हर घर नल से पानी देने की योजना तैयार की गई थी तथा गांव गांव मे पाईप लाईन डालने का प्लान है, टंकियो के माध्यम से पाईप लाईन के तहत जल निगम का अलग से विभाग खोला गया है, लेकिन उसके बावजूद जिले मे लोग पीने के पानी के लिए परेशान है। सबसे बुरी स्थिती आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र की है जहां पर लोग बूंद बूंद पीने के पानी के लिए परेशान हो रहे है।
स्थानीय लोगो द्वारा बताया जाता है कि हैन्ड पंप भी खराब है नल जल योजनाए बंद पडी हुई है। बताया कि जल निगम के माध्यम से टंकी बनाई गई है तथा घर घर पानी देने के लिए पाईप लाईन डाली गई थी। लेकिन उक्त टंकी से पानी ही नही सप्लाई हो रहा है। दो चार दिन मे कभी कभार थोडी बहुत पानी सप्लाई किया जाता है। स्थानीय लोगो ने जिला कलेक्टर से कल्दा क्षेत्र मे पेयजल व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है।