प्रदेश
तपस्या करने से कर्मों की निर्जरा होती है- श्री बड़जात्या, महावीर जिनालय द्वारा तपस्वी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २० सितम्बर ;अभी तक ; श्री दिगम्बर जैन महावीर जिनालय द्वारा दसलक्षण पर्व में तपस्या करने वाले तपस्वियों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
जिनालय ट्रस्ट अध्यक्ष श्री जयकुमार बड़जात्या ने बताया कि श्रावक श्रेष्ठी श्री शांतिलाल बड़जात्या व श्री डॉ. मनसुखलाल गांधी के आतिथ्य में जिनालय से जुडे 13 तपस्वियों का बहुमान किया गया।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए श्री बड़जात्या ने कहा जैन धर्म में वर्ष में तीन बार दसलक्षण पर्व आते हैं किन्तु भादव महीने के पर्व का विशेष महत्व है। पर्व के इन दस दिनों में की गई तपस्या से अनन्त कर्मों की निर्जरा होती है।
समारोह में दस धर्मों के दस उपवास का तप करने वाले श्रीमती डॉली गौरव बाकलीवाल व शुभांगी रौनक जैन, पंच मेरु के पांच उपवास करने वाले तपस्वी श्रीमती टीला पाटनी, किरण रावका, मीना पाटनी, हैप्पी पाटनी व विदेह गांधी,अनंत व्रत के चार उपवास करने वाले श्रीमती नीलू पाटनी, उत्तम झांझरी तथा रत्नत्रय के तीन उपवास करने वाले तपस्वी निर्मल झांझरी, मंजुलता झांझरी, सीमा बड़जात्या व नुपुर पाटनी को अभिनन्दन पत्र भेंट कर बहुमान किया गया।
पर्व के दिनों में धार्मिक क्रियाओं व धर्मवाचना के लिए सांगानेर से आए पण्डित श्री नितेश जैन शास्त्री व ऋषि जैन का भी सम्मान किया गया।
महिला मण्डल संयोजकगण श्रीमती शर्मिला पाटनी, सुलोचना कोठारी व सुषमा झांझरी ने निर्विकल्प हो कर तपस्या करने का संदेश देने वाली नाटिका प्रस्तुत की।
इस अवसर पर स्वागत भाषण देते हुए ट्रस्ट अध्यक्ष जयकुमार बड़जात्या ने बताया नगर के 12 दिगम्बर जिनालयों में सर्वाधिक तप महावीर महावीर जिनालय से जुड़े परिवारों में से किए गए। दस धर्म, पंचमेरू, अनंत व्रत व रत्नत्रय के उपवास पर्व के दिनों में करके तपस्वीयों द्वारा आत्मकल्याण व धर्मप्रभावना की गई।
प्रारंभ में मंगलाचरण चैत्या बड़जात्या ने प्रस्तुत किया। अतिथि स्वागत अध्यक्ष जयकुमार बडजात्या, उपाध्यक्ष महावीर पाटनी, सचिव डॉ संजय गांधी, कोषाध्यक्ष अभय अजमेरा व ट्रस्टीगण श्री राजकुमार पाटनी, भरत कुमार कोठारी, प्रदीप पहाड़िया, राजकुमार गोधा, दिनेश बाकलीवाल व प्रदीप पाटनी, राजेश बडजात्या तथा भूपेन्द्र कोठारी ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. चंदा भरत कोठारी ने किया, आभार डॉ संजय गांधी ने माना।
इस अवसर पर सर्वश्री डॉ. वीरेन्द्र गांधी, पवन अजमेरा एड., नरेश बाकलीवाल, प्रकाशचन्द्र पहाड़िया, अशोक पंड्या, विजय बाकलीवाल, केसी जैन, चन्द्रकुमार पाटनी, नवीन कोठारी एड, मनीष पाटनी, विपुल गांधी, रौनक जैन आदि बडी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।
पर्व के दिनों में धार्मिक क्रियाओं व धर्मवाचना के लिए सांगानेर से आए पण्डित श्री नितेश जैन शास्त्री व ऋषि जैन का भी सम्मान किया गया।
महिला मण्डल संयोजकगण श्रीमती शर्मिला पाटनी, सुलोचना कोठारी व सुषमा झांझरी ने निर्विकल्प हो कर तपस्या करने का संदेश देने वाली नाटिका प्रस्तुत की।
इस अवसर पर स्वागत भाषण देते हुए ट्रस्ट अध्यक्ष जयकुमार बड़जात्या ने बताया नगर के 12 दिगम्बर जिनालयों में सर्वाधिक तप महावीर महावीर जिनालय से जुड़े परिवारों में से किए गए। दस धर्म, पंचमेरू, अनंत व्रत व रत्नत्रय के उपवास पर्व के दिनों में करके तपस्वीयों द्वारा आत्मकल्याण व धर्मप्रभावना की गई।
प्रारंभ में मंगलाचरण चैत्या बड़जात्या ने प्रस्तुत किया। अतिथि स्वागत अध्यक्ष जयकुमार बडजात्या, उपाध्यक्ष महावीर पाटनी, सचिव डॉ संजय गांधी, कोषाध्यक्ष अभय अजमेरा व ट्रस्टीगण श्री राजकुमार पाटनी, भरत कुमार कोठारी, प्रदीप पहाड़िया, राजकुमार गोधा, दिनेश बाकलीवाल व प्रदीप पाटनी, राजेश बडजात्या तथा भूपेन्द्र कोठारी ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. चंदा भरत कोठारी ने किया, आभार डॉ संजय गांधी ने माना।
इस अवसर पर सर्वश्री डॉ. वीरेन्द्र गांधी, पवन अजमेरा एड., नरेश बाकलीवाल, प्रकाशचन्द्र पहाड़िया, अशोक पंड्या, विजय बाकलीवाल, केसी जैन, चन्द्रकुमार पाटनी, नवीन कोठारी एड, मनीष पाटनी, विपुल गांधी, रौनक जैन आदि बडी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।