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ऊँ इग्नोराय नमः से जीवन में रहेगा सुकून-मुनि आदित्य सागर जी नवनिर्मितभिनंदन नाथ जिनालय में हुए प्रवचन

 महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर ९ जून ;अभी तक;  श्री दिगंबर जैन अभिनंदन नाथ जिनालय के 13 से 17 जून तक होने वाले पांच दिवसीय पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज ससंघ सानिध्य प्रदान कर रहे हैं। प्रतिष्ठा चार्य ब्रह्मचारी पीयूष प्रसून के निर्देशन में महोत्सव के पूर्व की तैयारियां चल रही है।

                              इस अवसर पर आयोजित धर्मसभा में पूज्य मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज ने संबोधित करते हुए कहा हर कार्य में विशेषता लाने के लिए लीक से हटकर कुछ करना पड़ता है। आपने कहा दान के साथ प्रिय वचनों की विशेषताएं तथा शौर्य के साथ क्षमा की विशेषता होना चाहिए। व्यक्ति अपनी कमी को ना देख कर दूसरों की कमियां देखता है, यही उसकी सबसे बड़ी कमी है। आपने कहा क्रोध जीवन का सबसे बड़ा शत्रु है, वह सुनामी की तरह आ तो जाता है परंतु उसका तूफान जब शांत होता है तब पता चलता है कि कितनी बड़ी हानि हुई है। मुनि श्री ने कहा ऊँ इग्नोराय नमः के मंत्र से जीवन में सुकून रहेगा। जिंदगी में बिना किसी से कोई सवाल किए केवल जी बोलने की आदत डालें आपने कहा राम में जल जैसे शीतलता, क्षमा, उदारता, नीतिज्ञता होने से सर्व पूज्य है। उन्होंने कहा क्रोध हटाने से जीवन की आधी समस्याएं तो वैसे ही खत्म हो जाएगी।

महोत्सव की मीडिया प्रभारी डॉ चंदा भरत कोठारी ने बताया धर्मसभा के आरंभ में आचार्यश्री के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्वलन डॉ. पी.सी. गांधी, विजेंद्र सेठी, जयंतीलाल जुआ ने किया। मंगलाचरण उषा महावीर पाटनी ने किया। गुरु वंदना सुश्री झलक जैन द्वारा प्रस्तुत की गई। मुनिश्री के पाद प्रक्षालन सर्व श्री विमल मच्छीरक्षक, सुरेश जैन ललित दोशी, राजेश जैन, राकेश जैन, निर्मल जैन सांवरिया, विनीत जैन आदि ने किए। मुनिश्री को शास्त्र भेट श्री आदिनाथ जिनालय महिला मंडल द्वारा किए गए। श्रीफल भेंट करने वालों में रमेश जैन, विनोद जैन कुलथाना, दिलीप जैन भोलियां, मधु जैन नगरी, अभय अजमेरा व महावीर जिनालय महिला मंडल शामिल थे। संचालन कोमल प्रकाश जैन ने किया, अध्यक्ष सुरेश जैन ने आभार माना।
पात्र चयन-धर्म सभा में बचे हुए शेष पात्रों का चयन भी किया गया जिनमें, भगवान के माता-पिता बनने का सौभाग्य श्री सुरेंद्र कुमार सुषमा दोशी को प्राप्त हुआ। इसके साथ ही ब्रह्म इंद्र राजेश कुमार शंकरलाल बनी वाला, ब्रमोतर इंद्र श्री के.सी. राजकुमारी जैन, लांतव इंद्र विनीत सुरेश जैन, अष्ट कुमारीयों में कु. रिद्धिमा अभय अजमेरा, स्तुति राकेश जैन, तानिया राजेश जैन, अर्चना सौरभ दोषी नेहल जैन व प्रांजल संजय शाह पुण्यार्जक रहे। 56 कुमारीयो में आध्या मयंक गांधी, निशिका बाकलीवाल, वेदिका देवेंद्र बंडी, अनिका विनीत जैन, प्रांजल पंकज जैन बनी तथा आध्या अर्पित बंडी सौभाग्यशाली रहे। लोकांतिक देव में अर्हम दोषी, कुणाल राजेश जैन बनी, यश राजेश जैन बनी, वीर दोषी, मोहित जैन व पलक नीलेश दोषी को लाभ प्राप्त हुआ।
डॉ. चंदा भरत कोठारी ने बताया कि मुनि आदित्य सागरजी के आज प्रवचन यश नगर स्थित वात्सल्य स्कूल में 8.15 बजे से होंगे। आहारचर्या भी यश नगर में होगी तथा दिन का प्रवास वात्सल्य स्कूल में होकर शाम 5 बजे यश नगर से महावीर जिनालय जनकुपूरा के लिए विहार करेंगे। महावीर जिनालय में सायकालीन आरती व गुरुभक्ति होगी। 11 जून रविवार को प्रातः 6.45 बजे महावीर जिनालय में मुनि संघ के सानिध्य में अभिषेक व शांति धारा एवं नित्य पूजन के पश्चात जीवन विलास में मुनि श्री के प्रवचन होंगे। पंचकल्याणक महोत्सव समिति अध्यक्ष श्री शांतिलाल बड़जात्या ने समाजजनों से समस्त कार्यक्रमों में उपस्थित होकर धर्म लाभ लेने का आग्रह किया है।

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