प्रदेश

आदिवासी महिलाओं की कमाई का जरिया बनता जा रहा है, मुर्गी पालन, पांच महीने में हुआ तेरह लाख रूपये का लाभ

दीपक शर्मा

पन्ना २९ जुलाई ;अभी तक; जिला प्रशासन पन्ना के नवाचार से एमपीडब्लूपीसीएल संस्था के सहयोग से मनरेगा योजना और डी एम एफ मद से फरवरी 2024 से कल्दा पठार क्षेत्र की गरीब आजीविका मिशन समूह की आदिवासी महिलाओं के लिए मुर्गी शेड बनवाकर मुर्गी पालन की गतिविधि शुरू की गई थी। इन महिलाओं का आजीविका का मुख्य साधन वनोपज, मजदूरी थी। प्रत्येक महिला सदस्य को 500 मुर्गी की क्षमता का शेड बनवाया जा रहा है। अभी तक एक सेकड़ा शेड पूर्ण होकर 88 शेड में मुर्गी पालन आरंभ किया जा चुका है। महिला सदस्यो द्वारा केवल 35 दिन के चक्र में प्रति दिन 3 बार मुर्गी को दाना पानी खिलाकर साफ सफाई की जाती है।

मुर्गी क्रय एवं विक्रय का कार्य एमपीडब्लूपीसीएल संस्था के द्वारा किया जाता है। गतिविधि के सफल क्रियान्वयन हेतु महिलाओं द्वारा संयुक्त रूप से श्यामगिरी पोल्ट्री प्रोड्यूसर कंपनी खोली गई है। वर्ष के अंत मे कंपनी को हुए मुनाफे को बोनस के रूप में भी सभी सदस्यों में वितरित किया जायेगा। अभी तक 88 महिलाओं को 13 लाख 28 हजार 144 रूपये 5 माह में प्राप्त हो चुके है। प्रत्येक महिला को 35 दिन के चक्र में मुर्गियों के वजन अनुसार 5 से 9 हजार रूपये की बचत हो रही है। महिलाऐं मुर्गी पालन गतिविधि के संचालन से काफी खुश है। अब उन्हें जंगल मे लकड़ी इकट्ठा करने एवं महुआ एकत्र करने की जरूरत नहीं पड़ रही है। गतिविधि के निरंतर विस्तार हेतु द्वितीय चरण में 107 मुर्गी शेड निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। सिंतबर माह तक 200 महिलाओं द्वारा मुर्गी पालन आरंभ कर दिया जाएगा।

इसके अलावा 100 नवीन महिला सदस्यों का चिन्हांकन किया जा चुका है जिनके मुर्गी शेड निर्माण का कार्य आरंभ किया जाएगा। आगामी 2 वर्ष में कल्दा क्षेत्र की कुल 500 आजीविका मिशन समूह महिलाओं को मुर्गी गतिविधियों से लाभ दिया जाएगा। प्रत्येक महिला एक वर्ष में 250 दिन प्रत्येक दिन 3 घंटे कार्य कर गतिविधि से वर्ष में 50 हजार से 70 हजार रुपये तक की बचत करेगी।

इनका कहना हैः-

शासन का उद्देश्य समूहो के माध्यम से लोगो को गांव मे भी रोजगार उपलब्ध कराने की योजना है, इसी कड़ी में आदिवासी बाहूल्य क्षेत्र कल्दा में मुर्गी पालन योजना प्रारंभ की गई है, जिसमें ग्रामीण विकास के तहत मनरेगा योजना एवं डीएमएफ के द्वारा यह कार्य कराया जा रहा है। जिससे महिलाओें को अधिक से अधिक लाभ मिल सकें, पांच महिना में मुर्गी पालन से महिलाओं को 13 लाख 28 हजार का लाभ हुआ है।
संघ प्रिय मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत पन्ना

Related Articles

Back to top button