बालाघाट जिला अमानक धान बीज एवं नकली कीटनाशक सहित रासायनिक खाद बिक्री का हब बना
आनंद ताम्रकार
बालाघाट ३ अगस्त ;अभी तक; बालाघाट प्रदेश का प्रमुख कृषि प्रधान जिला है जहां जिसमें सर्वाधिक मात्रा में धान का उत्पादन होता है। इस वर्ष समर्थन मूल्य पर 5 लाख 85 हजार मैट्रिक टन खरीदी गई और किसानों को 13 अरब रुपये का भुगतान प्राप्त हुआ। इस वर्ष भी अनुकूल मौसम की वजह से भारी मात्रा में धान का उत्पादन होने की संभावना है। जिले में खरीफ और रबी मौसम की धान की पैदावार की जाती है। इतनी बड़ी मात्रा में धान की पैदावार होने के कारण किसानों को धान बीज, रासायनिक खाद एवं कीटनाशक औषाधियां की भारी मात्रा में मांग बनी रहती है।
इसी के चलते बालाघाट जिला अमानक धान बीज एवं नकली कीटनाशक सहित रासायनिक खाद बिक्री का हब बन गया है जहां कंपनीयां अपना उत्पाद बैखोफ होकर विक्रेताओं के माध्यम से खपा रही है इस कारगुजारी में कृषि विभाग अधिकारियों और राजनेताओं का खुला संरक्षण है जो अपने आप को किसानों का मसीहा बताते है।
नकली खाद,नकली बीज और नकली कीटनाशक का कारोबार बिना लिखा पडी के चल रहा है कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा नियमित निरीक्षण ना किये जाने कारण नकली उत्पाद खपने में कोई व्यवधान नही होने से पिछले 5 सालों में इस कारोबार को खुला सरंक्षण मिला हुआ है।
जिले के वारासिवनी में कृषि विभाग ने एक शिकायत के आधार पर छापा मारा तो अवैध गोदाम में भारी मात्रा में नकली खाद,कीटनाशक और एक्सपायरी डेट की दवाइयां और नामचीन कंपनियों के नाम की खाद की प्रिंटेड बोरियां बरामद हुई।
जिस गोदाम में अवैध उत्पाद बरामद हुये है उसका व्यापारी के लाइसेंस में कही उल्लेख नहीं था।
मेंडकी ग्राम के सांई कृषि केन्द्र में बिना लाइसेंस के कीटनाशक और खाद की बिक्री की जा रही थी। यहां नकली खाद के बोरे बरामद हुये जिस कंपनी की खाद बरामद हुई उसको मध्यप्रदेश में बेचने की अनुमति ही नहीं है। व्यापारी से बरामद हुए उत्पाद बालाघाट की न्यू नकोडा किसान भण्डार से कच्चे कागजों में खरीदना बताया है। इस आधार पर कृषि विभाग ने व्यापारी तथा खाद कंपनी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई जिन कंपनियों के विरूद्ध रामपायली थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है उनमें कविता बायो फर्टिलाइजर कंपनी परमालकसा राजनांदगांव छत्तीसगढ़, धरती एग्रो केमिकल कंपनी प्राइवेट लिमिटेड हिंगना नागपुर, हरबुजा एग्रो केमिकल गांधीनगर गुजरात के नाम शामिल है।
कृषि विभाग और राजस्व विभाग की टीम ने इतवारी बाजार में स्थित न्यू नकोडा कृषि केन्द्र में छापा मारा तो जांच के दौरान अनेक खामियां पाई गई लेनदेन के नाम कच्चे देयक पाए गए पाए गए स्टाक का कोई लेखा जोखा नहीं पाया गया इतना ही नही गोदाम में बिना ओ फार्म के पारादीप फास्फेट के उत्पाद जिप्माईट प्लस पाया गया है जिसकी मध्यप्रदेश में बिक्री किये जाने की अनुमति ही नहीं है। इस संबंध में कंपनी से विभाग द्वारा पत्र लिखकर जानकारी मांगी है।
जानकारी मिली है कि बालाघाट जिले के कुछ नामचीन कृषि उत्पाद बेचने वाले व्यापारी कीटनाशक बनाने वाली ब्रांडेड कंपनियों से एक्सपायर होने वाले उत्पाद को भारी मात्रा में खरीद कर उसे विभिन्न नामों से पैकिंग कर धड़ल्ले से बेच रहे है यह कारोबार विगत अनेक वर्षो से चल रहा है। उनका यह कारोबार जिन स्थानों पर चल रहा है उसका लाइसेंस में जिक्र नही है। कृषि विभाग के अधिकारियों को सब पता है लेकिन जानकर भी अनजान बने हुये है।
यह कैसी विडम्बना है की कृषि विभाग द्वारा मारे जा रहे छापों पर किसी भी राजनैतिक दल अथवा राजनेताओं ने इस कार्यवाही पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की और चुप्पी साधे हुये है।
शासन प्रशासन और कृषि विभाग नकली कीटनाशक,खाद और बीज के जिले में चल रहे कारोबार पर यदि प्रभावी कार्यवाही नहीं गई तो वो दिन दूर नहीं है जब जिले का किसान कंपनियों तथा व्यापारी के मकड जाल में फंस कर फसल को चौपट देखकर अपनी जान देने लगेगा।