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पन्ना होटल एसोसिएशन ने पर्यटन को बढ़ावा देने आईएटीओ ग्रुप को दिए सुझाव 

दीपक शर्मा
पन्ना ३ सितम्बर ;अभी तक ;   पन्ना होटल एसोसिएशन द्वारा आज पर्यटन को बढ़ावा देने आईएटीओ ग्रुप को सुझाव दिए गए।इसके द्वारा बुंदेलखंड क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक नया रोड़ मैप तैयार किया जा रहा है।जिसके लिए आईएटीओ ग्रुप खजुराहो, चंदेरी व रीवा का भ्रमण कर रहा है।जिसमे पर्यटन के क्षेत्र में क्या क्या संभावनाएं है।उसे आंकने के लिए मंगलवार को  आईएटीओ ग्रुप ने पन्ना बाया खजुराहो दौरा किया।
                                       पन्ना से निकलने के दौरान स्थानीय एक निजी होटल  के सामने पर्यटन संवर्धन बोर्ड के सदस्य मनोज केसरवानी एवं एसोसिएशन के अन्य साथियों द्वारा  द्आईएटीओ ग्रुप का स्वागत किया। इसके साथ ही होटल मोहन राजविलास में पर्यटन के क्षेत्र में पन्ना जिले में क्या-क्या संभावनाएं है उसके संबंध में ज्ञापन के माध्यम से अपने विचार रखें।
                                          इस दौरान पर्यटन संवर्धन बोर्ड के सदस्य मनोज केसरवानी ने बताया कि मध्यप्रदेश में मुख्य जगहों पर पर्यटन की संभावनाएं तलाशी जा रही है। जिसमें पन्ना भी एक ऐसा स्थान है। जो पर्यटन के क्षेत्र में आगे बढ़ सकता है। श्री केसरवानी ने कहा कि पन्ना इंटरनेशनल टूरिज्म प्लेस है, इसके साथ ही पन्ना में हीरे की खान है, पन्ना टाइगर रिजर्व की सफारी हरे-भरे जंगल जो पर्यटकों के लिए एक मनमोहक और अच्छी जगह है।आईएटीओ ग्रुप ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि अभी इससे पहले तक खजुराहो ओरछा और झांसी क्षेत्र में पर्यटन विकसित हुआ है।मगर पन्ना में भी कई संभावना टूरिज्म के क्षेत्र में तलाशी जा सकती है। इसीलिए खजुराहो, पन्ना बाया होते हुए जा रहे हैं। पन्ना जिले में कई ऐसी जगह है। जो पर्यटकों के हिसाब से बहुत ही अच्छी है। पन्ना के लोगों को रोजगार देने के लिए टूरिज्म का माध्यम बेहतर हो सकता है।
                                    वही होटल एसोसिएशन ने कहा कि पन्ना एक सास्कृतिक और नेचुरल हेरिटेज साइट है,जो कि पर्यटन के विषय से एक बहुत ही अच्छा स्थान हैं।पन्ना में प्राकृतिक स्थलों में पन्ना जिले के जलप्रपात जैसे पाण्डव फॉल और गुफाएं,पन्ना टाइगर रिज़र्व की जंगल सफारी,केन नदी साइड व्यू, बृहस्पति कुंड, रनेह फॉल्स, सिल्वर चंद फॉल, पहाड़ कोठी, कौवा सेहे आदि है।ऐतिहासिक धरोहरें में अजयगढ़ फोर्ट,कालिंजर फोर्ट, सारंग मंदिर (रामपथ गमन मार्ग), डायमंड माइंस, एनएमडीसी, पाषाणकालीन मानव निर्मित चित्र कला स्थापत्य कलाएं है। धार्मिक स्थलों में विश्व प्रसिद्ध श्री प्राणनाथ मंदिर, मथुरा के जैसा हमारा श्री जुगल किशोर जी मंदिर, विश्व का एक मात्र विशेष स्थापित्य कला से परिपूर्ण बलदेव जी का मंदिर,श्री गोविन्द जी मंदिर,श्री जन्नानाथ जी मंदिर,श्री रामजानकी मंदिर,श्री पदमपुरी धाम,श्री खेजरा मंदिर, श्री जन्नानाथ स्वामी मंदिर जनकपुर ,सिद्धनाथ आश्रम, चौमुखनाथ मंदिर सलेहा आदि शामिल हैं।जहाँ अच्छा खासा पर्यटन स्थापित हो सकता है।

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