प्रदेश
40 लाख रुपए की सनसनीखेज चोरी का मन्दसौर पुलिस ने किया सफल उदभेदन
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १३ अक्टूबर ;अभी तक; 25 से अधिक वारदातो को दे चूके है अंजाम, अपने कार्यो में पूर्ण रूपेण निपूण चोर गिरोह अपनी चालाकीयो के बावजूद भी नही बच सके मन्दसौर पुलिस की पकड से ।अन्य वारदात को अंजाम देने की फिराक में गिरोह के दो सदस्य को किया गिरफ्तार ।
घटना का संक्षिप्त विवरण- श्री अनुराग सुजानिया पुलिस अधीक्षक मंदसौर के द्वारा कंट्रोल रूम पर पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि जिले में लगातार संपत्ति संबंधी अपराध की वारदातों पर अंकूश लगाने व घटनाओ की पतारसी हेतु जिले के समस्त पुलिस अधिकारियों को धरपकड हेतु विशेष अभियान के तहत लगातार विशेष दिशा निर्देश देकर नियंत्रण रखने हेतु निर्देशित किया जा रहा है ।
उन्होंने बताया कि मंदसौर शहर में दिनांक 25 व 26 सितम्बर की मध्यरात्री को फरियादी होलसेल व्यवसायी राजमल पिता बाबूलाल गर्ग के सेकण्ड होम के पास स्थित गोदाम से लगभग २५ लाख रुपए कीमत की महंगी सिगरेट व तानसेन के कार्टून से भरी पिकअप अज्ञात चोरों द्वारा गोदाम का ताला तोड़कर चुराकर फरार हो गए । शहर के मुख्य होलसेल व्यवसायी के गोदाम में एक बड़ी गंभीर संपत्ति संबंधी अपराध घटित होने की सूचना अगले दिन प्रातः मिलने पर तत्काल पुलिस अधीक्षक श्री अनुराग सुजानिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री गौतम सोलंकी एवं नगर पुलिस अधीक्षक श्री सतनाम सिंह के साथ शहर के समस्त पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहॅुचकर गहनता से निरीक्षण कर पर्यवेक्षण किया गया । शहर के मध्य एक मुख्य होलसेल व्यवसायी के गोदाम से लाखो रुपए कीमत की सिगरेट आदि चोरी होने की एक गंभीर घटना घटित होने से थाना कोतवाली पर अप.क्रं. 563/23 धारा 457,380 भादवि. दर्ज किया गया ।
पुलिस अधीक्षक मंदसौर द्वारा उक्त घटना की पतारसी व आरोपियों की धरपकड़ हेतु तत्काल समुचित दिशा निर्देश देते हुए अलग-अलग दिशाओं में साक्ष्य संकलन हेतु अलग-अलग पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में टीमों का गठन कर घटना की पतारसी हेतु स्पष्ट निर्देश दिये गए । अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री गौतम सोलंकी व नगर पुलिस अधीक्षक श्री सतनाम सिंह के निर्देशन में निरीक्षक जितेंद्र सिंह सिसोदिया प्रभारी थाना नारायणगढ़ एवं श्री राकेश मोदी थाना प्रभारी कोतवाली के नेतृत्व में अलग-अलग दिशाओं में कार्य करने हेतु अलग-अलग टीम उप निरीक्षक रितेश नागर, उप निरीक्षक शैलेंद्र सिंह कनेश, उप निरीक्षक संदीप मौर्य के नेतृत्व में गठित कर पतारसी हेतु प्रयास प्रारंभ किए गए । उक्त घटना रात्रि के अंधेरे में घटित होकर आरोपियों द्वारा कोई भी सुराग नहीं छोड़ा गया था जो पुलिस के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती घटना की पतारसी के संबंध में स्पष्ट रूप से बनी हुई थी । बिना किसी ठोस आधार के पुलिस टीम के द्वारा अपने प्रयास प्रारंभ करते हुए घटना स्थल से शुरुआत की गई । पुलिस अधीक्षक ने बताया की घटना दिनांक से लेकर लगभग 15 दिनों तक पुलिस टीमों के द्वारा हर दिशा में अपनी व्यावसायिक दक्षता कार्य कुशलता व तकनीकी कौशल के आधार पर विशेष व हर संभव प्रयास किये गए । पुलिस टीम द्वारा लगातार अपनी पहचान छूपाते हुए दिन रात हर प्रकार की तकनीकी विश्लेशण , भौतिक विश्लेषण, कुशल जनसम्पर्क तथा सीमावर्ती व समीपवर्ती जिलो एवं राज्यो में पूर्व की वारदातो के संबंध में जानकारी एकत्र कर अपने-अपने अनुभवों के आधार पर दक्षता व कार्य कौशल के साथ हर छोटी से छोटी कडी को जोडकर दिन रात जागते हुए लग्न परिश्रम व स्वयं रूची के साथ आगे बढते हुए आरोपियों के संबंध में राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर तरफ की दिशा परिलक्षित होने से पुलिस बल को एक नई ऊर्जा प्राप्त हुई । विभिन्न टीमों द्वारा एक साथ होकर पुनः आरोपियों की पतारसी हेतु लगातार प्रयास करना प्रारंभ किया गया । चूंकी आरोपी कुख्यात पेशेवर अंतर राज्यीय गिरोह के सदस्य होने से अपने पेशे में परीपूर्ण रूप से माहीर होकर पूर्णत: अभ्यस्त हैं । पेशेवर आरोपियों द्वारा अपराध की पतारसी के संबंध में कोई भी सुराग को नहीं छोड़ा गया एवं अपनी पहचान को भी पूर्ण रूप से छुपाए रखा । पुलिस टीम के द्वारा भी लगातार चुनौती को सहर्ष स्वीकार कर लगातार कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए, सडक के किनारे चलकर दिन रात जागते हुए हॉटल ढाबो, चौराहो बस स्टेण्ड पर दिन रात वेश बदल बदल कर घूमते हुए आगे बढ़ते बढ़ते लगभग आरोपी की पहचान तक पहुंचने में एक कामयाबी हासिल की इसी कामयाबी के साथ पूरी टीम में एक नया जोश और उत्साह से परिपूर्ण होकर एक लक्ष्य को निर्धारित किया गया । लगातार वरीष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन व समुचित दिशा निर्देश प्राप्त करते हुए संपूर्ण टीम के द्वारा अपनी अदम्य साहस व दक्षता के साथ हर दिशा में अपनी अपनी काबिलियत का प्रयोग करते हुए घटना की पतारसि के समीप तक पहुंचने में सफलता अर्जित की गई । यह एक महती सफलता थी क्योंकि आरोपी पेशेवर होकर अंतरराज्यीय गिरोह संचालित करते हैं ऐसे अपराधियो को पकड़ना पुलिस के सामने एक और बड़ी चुनौती प्रकट हुई । पुलिस टीम के द्वारा अपना हौसला ना हारते हुए लगातार चुनौती को स्वीकार कर आरोपियों की रेकी करते हुए कार्य कुशलता वह कुशल जनसंपर्क के आधार पर आरोपीयो को पुन: अगली वारदात में स्वयं की इटियोस कार से रेकी करते हुए जाते समय कूशल घेराबंदी कर योजनाबद्ध तरीके से धर धबोचने में सफलता अर्जित की गई अभिरक्षा में लिये गए दोनो आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों द्वारा उक्त घटना कारित करना स्वीकार करने पर आरोपियों को हिरासत में लेकर मन्दसौर लाया गया । आरोपियों की निशान देही से चोरी की वारदात में चुराया गया कुछ मश्रुका व पिकअप वाहन बरामद किया गया ।
पेशेवर कुख्यात अंतर राज्य आईटीसी कंपनी की महंगी सिगरेट चुराने वाले गिरोह की पृष्ठभूमि कुख्यात अंतरराज्यीय चोर गिरोह का सरगना कजोड़ उर्फ रूडमल एक पेशेवर अपराधी होकर एक गिरोह संचालित करता है, जिसमें हर बार अलग-अलग सदस्यों को साथ लेकर आईटीसी कंपनी की महंगी सिगरेट के गोदाम की जानकारी प्राप्त कर घटना के पूर्व रैकी कर गोदाम को निशाना बनाते हैं । चुराई गयी सिगरेटों को अपने क्षेत्र में अन्य लोगों को बेच देते हैं । आरोपी पेशेवर अपराधी होकर लगभग 25 से ज्यादा वारदात को अंजाम दे चुके हैं तथा संपूर्ण भारतवर्ष के कंई भाग में घटना कारित कर अपने पेशे में पूर्णत: अभ्यस्त हो चुके हैं ।
श्री सुजानिया ने बताया कि यह पेशेवर आरोपी वारदात के समय तथा वारदात के पूर्व रैकी करते समय एवं वारदात के बाद में कोई भी सुराग नहीं छोड़ते हैं तथा अपनी पहचान को हमेशा गुप्त रखते हुए वारदात को अंजाम देते हैं ताकि पुलिस उन तक पहुंच ना सके ।
पुलिस टीम के द्वारा किया गया अथक परिश्रम :- पुलिस की अलग-अलग टीमों के द्वारा अपने अपने क्षेत्र में दक्ष होकर अपनी कार्यकुशलाता, व्यवसायिक दक्षता एवं तकनीकी विश्लेषण के आधार पर लगातार घटना दिनांक से ही सडक के किनारे किनारे, चौराहो चौराहो, होटल, ढाबा, बस स्टेण्ड , रेल्वे स्टेशन, मुख्य मार्ग, टोल नाको पर कडी से कडी जोडते हुए अनवरत रूप से दिन रात एक करते हुए अपनी पहचान छूपाते हुए, अपने वेष बदल बदल कर अपने अपने दक्षता के आधार पर हरसंभव प्रयास कर लगभग ६०० किमी की दूरी तय कर आगे बढते रहे तथा अपने विशेष प्रयासों के परिणाम स्वरुप आरोपियों को गिरफ्तार कर मश्रूका बरामद करने में एक बहुत ही महत्वपूर्ण सफलता अर्जीत कर अत्यंत ही सराहनीय कार्य निष्पादित किया गया है । अत्यंत ही चालाक, पेशवर कुख्यात अज्ञात आरोपियों तक पहॅुच पाना बहुत बड़ी चुनौती थी जिसे सहर्ष स्वीकार कर अभेद लक्ष्य को प्राप्त भी किया गया और कुख्यात पेशेवर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया ।
गिरफ्तारशुदा आरोपी का विवरण – 1. रुडमल उर्फ कजोड़ पिता रामू राम जाट उम्र 38 साल निवासी हिरनोदा थाना फुलेरा जयपुर हाल मुकाम ओम वाटिका सिरसी रोड जयपुर
2. रामकिशन उर्फ किशन पिता मांगीलाल गुर्जर उम्र 20 साल निवासी ग्राम महेश वास भंडे बालाजी के पास थाना जोबनेर जयपुर ग्रामीण राजस्थान
फरार आरोपी का विवरण :- गोपाल पिता बोदू राम निठारवाल जाति जाट निवासी जाना बाबा की ढाणी समालपुरा थाना फुलेरा जयपुर ग्रामीण
नरेंद्र पिता प्रभु सिंह राजपूत निवासी डिंडा थाना फुलेरा जयपुर ग्रामीण
जप्तशुद मश्रूका- बिना नंबर की सिल्वर रंग की टोयोटा इटिओस कार कीमती 7 लाख,
पिक अप क्रमांक एमपी 14 जेसी 0462 किमती 800000, 2 लिबर्टी कार्टून किमती 1 लाख 5० हजार , 4 तानसेन के कट्टे किमती 85००० रूपये कूल किमती 17,35,000/-
सराहनीय भूमिका निर्वाहन करने वाली पुलिस टीम – उक्त कार्यवाही में श्री जितेंद्र सिंह सिसोदिया थाना प्रभारी नारायणगढ़, श्री राकेश मोदी निरीक्षक थाना प्रभारी कोतवाली, उपनिरी रितेश नागर प्रभारी सायबर सेल, उप.निरी. संदिप मोर्य, उप.निरी. शेलेन्द्र सिंह कनेश, सउनि अभिेषेक पाल, प्र.आर. 121 अर्जून सिंह, प्र.आर. 116 रमीज राजा, प्र.आर. 359 जितेन्द्र सिंह, प्र.आर.639 आशिष बैरागी, प्र.आर. 235 मुजफ्रफर उद्रदीन, आर. 467 मनीष बघेल, आर. 765 गौरव, 768 महेश चौहान, आर. भानूप्रताप सिंह, आर. हरिश यादव, आर. नरेन्द्र सिंह, आर. मोहित यादव, 349 राजीव राठौर, एफआरबी चालक प्रदीप सिंह , की विशेष सराहनीय भूमिका रही।
उक्त कार्य में राजस्थान पुलिस के आरक्षक कानि. 57 धनराज एवं कानि. 314 रामस्वरूप का महत्वपूर्ण सहयोग प्रकरण की पतारसी में सराहनीय रहा