प्रदेश
साध्वी श्री मुक्तिरत्नाश्रीजी व मुक्तिदर्शिता श्रीजी म.सा. का चातुर्मास हेतु हुआ भव्य मंगल प्रवेश
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १७ जुलाई ;अभी तक; श्री श्रेयांशनाथ मंदिर नईआबादी में साध्वी श्री मुक्तिरत्नाश्रीजी व मुक्तिदर्शिता श्रीजी म.सा. आदि ठाणा 5 का चातुर्मास होने जा रहा है। चातुर्मास के पूर्व कल बुधवार को साध्वी मण्डल ने चातुर्मास हेतु श्री श्रेयांशनाथ जैन श्वेताम्बर मंदिर में प्रवेश किया। प.पू. साध्वी श्री मुक्तिश्रीजी म.सा. की सुशिष्या प.पू. श्री मुक्तिरत्नाश्रीजी म.सा. व साध्वी श्री मुक्ति दर्शिता श्रीजी म.सा. आदि ठाणा 5 चातुर्मास हेतु श्रीसंघ व चातुर्मास समिति की विनती पर मंदसौर पधारी है। कल चातुर्मास मंगल प्रवेश पर श्रीसंघ व चातुर्मास समिति के द्वारा भव्य चल समारोह निकाला गया। जिसमें बड़ी संख्या में त्रिस्तुतिक श्वेताम्बर जैन समाज एवं नगर के विभिन्न जैन श्रीसंघों के श्रावक श्राविकायें शामिल हुए। चल समारोह के प्रारंभ में कल्पेन्द्र डांगी, हर्षित राजवीर, गर्वित डांगी परिवार के द्वारा बीपीएल चौराहा के अपने प्रतिष्ठान पर साध्वीजी की अगवानी कर गहुली की गई। लाभार्थी परिवार के द्वारा नवकारसी का भी आयोजन किया गया।
बीपीएल चौराहा से चातुर्मास प्रवेश के उपलक्ष्य में भव्य चल समारोह निकाला गया। यह चल समारोह गोल चौराहा, पुरानी कृषि उपज मण्डी रोड़ एवं नईआबादी के विभिन्न मार्गों से होकर संजय गांधी उद्यान पहुंचा। यहां विशाल धर्मसभा का आयोजन किया गया। बैण्ड बाजे के साथ निकले इस चल समारोह में श्राविकाओं ने जैन प्रतीक चिन्ह हाथों में लेकर चल समारोह की शेाभा बढ़ाई। गुरू राजेन्द्रसूरि के चित्र की चल समारोह के पूरे मार्ग में गहुलिया की गई। श्रावक श्राविकाओं ने अपने निवास स्थान के बाहर आकर साध्वीजी के दर्शन वंदन का भी धर्मलाभ लिया। प्रभु महावीर एवं गुरू राजेन्द्रसूरिजी के जयकारे लगाते हुए श्रावक श्राविकाओं ने पूरे उत्साह से चल समारोह में सहभागिता की। संजय गांधी उद्यान में साध्वीजी के मंगल प्रवेश पर धर्मसभा हुई जिसमें साध्वी श्री मुक्तिरत्नाश्रीजी म.सा. ने कहा कि चातुर्मास के चार माह का समय हम सभी को धर्म आराधना तप तपस्या में लगाना है। चार माह में जो भी धर्म आराधना होती है वह हमारे पूण्य कर्म का बेलेंस बड़ाती हैत था पाप कर्म का क्षय करती है। इसलिये इस समय का उपयोग धर्म आराधना में करें।
साध्वी श्री मुक्तिदर्शिता श्रीजी म.सा. ने कहा कि श्री सौधर्म वृहत्त तपागच्छीय त्रिस्तुतिक जैन संघ, बोधिलाभ वर्षावास समिति, श्री श्रेयांशनाथ मंदिर ट्रस्ट सभी मिलजूलकर चातुर्मास की व्यवस्थाओं के कार्य में लगे रहेंगे तो यह वर्षावास सभी के लिये श्रेष्ठ रहेगा। संचालन राकेश जैन ने किया। कार्यक्रम में हस्तीमल नाहर, बोधिलाभ वर्षावास समिति अध्यक्ष अनिल बाफना ने भी अपने विचार रखे।
ये धर्मालुजन हुए शामिल- चल समारोह व धर्मसभा मेंजैन शिक्षण प्रसार समिति अध्यक्ष गजेन्द्र हिंगड़, श्रीसंघ अध्यक्ष हस्तीमल नाहर, वर्षावास समिति अध्यक्ष अनिल बाफना, दशपुर मण्डी व्यापारी संघ अध्यक्ष राजेन्द्र नाहर, जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्रीसंघ अध्यक्ष अरविन्द बोथरा, समाजसेवी निर्मल सुराना, धर्मेन्द्र कर्नावट, राकेश जैन (एमपी एग्रो), भारत कोठारी, मनोहर सोनगरा, पारसमल खाबिया, पारसमल चौहान धारियाखेड़ी, मोहनलाल कर्नावट, गुणवानसिंह कोठारी, अनिल जैन चक्कीवाला, कमल डांगी, गजेन्द्र नाहर, दिनेश जैन धुंधड़का सहित बड़ी संख्या में श्रावक श्राविकायंे शामिल हुए।
साध्वी श्री मुक्तिदर्शिता श्रीजी म.सा. ने कहा कि श्री सौधर्म वृहत्त तपागच्छीय त्रिस्तुतिक जैन संघ, बोधिलाभ वर्षावास समिति, श्री श्रेयांशनाथ मंदिर ट्रस्ट सभी मिलजूलकर चातुर्मास की व्यवस्थाओं के कार्य में लगे रहेंगे तो यह वर्षावास सभी के लिये श्रेष्ठ रहेगा। संचालन राकेश जैन ने किया। कार्यक्रम में हस्तीमल नाहर, बोधिलाभ वर्षावास समिति अध्यक्ष अनिल बाफना ने भी अपने विचार रखे।
ये धर्मालुजन हुए शामिल- चल समारोह व धर्मसभा मेंजैन शिक्षण प्रसार समिति अध्यक्ष गजेन्द्र हिंगड़, श्रीसंघ अध्यक्ष हस्तीमल नाहर, वर्षावास समिति अध्यक्ष अनिल बाफना, दशपुर मण्डी व्यापारी संघ अध्यक्ष राजेन्द्र नाहर, जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्रीसंघ अध्यक्ष अरविन्द बोथरा, समाजसेवी निर्मल सुराना, धर्मेन्द्र कर्नावट, राकेश जैन (एमपी एग्रो), भारत कोठारी, मनोहर सोनगरा, पारसमल खाबिया, पारसमल चौहान धारियाखेड़ी, मोहनलाल कर्नावट, गुणवानसिंह कोठारी, अनिल जैन चक्कीवाला, कमल डांगी, गजेन्द्र नाहर, दिनेश जैन धुंधड़का सहित बड़ी संख्या में श्रावक श्राविकायंे शामिल हुए।