प्रदेश
साध्वी श्री रमणीक कुंवरजी म.सा. आदि ठाणा 4 का चातुर्मास हेतु हुआ मंगल प्रवेश
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १५ जुलाई ;अभी तक; प.पू. श्री सौभाग्यमलजी म.सा., प्रवर्तक श्री प्रकाशमुनिजी म.सा. , साध्वी श्री केसरकुंवरजी म.सा. की शिष्या साध्वी श्री रमणीककुंवरजी म.सा. आदि ठाणा 4 का चातुर्मास हेतु कल मंगल प्रवेश हुआ। नईआबादी स्थित श्री जैन दिवाकर स्वाध्याय भवन (शास्त्री कॉलोनी) में साध्वी श्री रमणीककुंवरजी म.सा. व उनके साथ साध्वी श्री लाभोदयालजी म.सा. साध्वी श्री जिज्ञासाजी म.सा., साध्वी श्री चंदनाश्रीजी म.सा. का भी चातुर्मास हेतु मंगल प्रवेश हुआ।
साध्वीगणों के मंगल प्रवेश पर स्थानकवासी जैन समाज की परम्परानुसार सादगीपूर्ण रूप से चल समारोह भी निकाला गया। श्री गोपालकृष्ण गौशाला (बस स्टेण्ड के पास) से प्रारंभ होकर यह चल समारोह गांधी चौराहा, हास्पिटल रोड़, बीपीएल चौराहा (जैन दिवाकर गेट), अफीम गोदाम रोड़ होते हुए जैन दिवाकर स्वाध्याय भवन शास्त्री कॉलोनी पहुंचा। श्री भगवान महावीर व श्री दिवाकर चौथमलजी म.सा. के जयकारे लगाये हुए बड़ी संख्या में स्थानकवासी जैन समाज के श्रावक श्राविकाओं ने इस चल समारेाह में सहभागिता की। शास्त्री कॉलोनी जैन दिवाकर स्वाध्याय भवन पहुंचकर यह चल समारोह विशाल धर्मसभा में परिवर्तित हुआ। इस धर्मसभा में श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ नईआबादी के साथ ही जनकूपुरा, खानपुरा व शहर श्रीसंघ के धर्मालुजन एवं साधुमार्गी शांत क्रांति जैन श्रावक संघ के श्रावक श्राविकाओं ने भी सहभागिता की।
साध्वी श्री रमणीककुंवरजी म.सा. (रंजन) ने कहा कि हमें अपनी आत्मा को दुर्गति में जाने से रोकना है तो प्रभु महावीर के बताये सत्य, अहिंसा के मार्ग को अपनाना ही पड़ेगा। सत्य, अहिंसा, संयम, दया, करूणा ऐसे गुण है जिन्हें अपने जीवन में अपनाकर हम जीवन में शाश्वत सुख पा सकते है। धन से धर्म श्रेष्ठ है धर्म ही हमें आत्मसुख दे सकता है। यह में समझना पड़ेगा। देव गुरू धर्म से जुड़कर हम स्वयं का कल्याण कर सकते है। तथा दूसरों को भी इसके लिये प्रेरित कर सकते है।
धर्मसभा में अशोक मारू खानपुरा, विजय खटोड़, अनिल डुंगरवाल, पवन पोरवाल ने भी अपने विचार रखे। संचालन अशोक झेलावत ने किया। धर्मसभा में स्वागत उद्बोधन श्रीसंघ अध्यक्ष श्री अशोक उकावत ने दिया तथा आभार महामंत्री श्री मनोहर नाहटा ने माना।
इन्होनंे की सहभागिता- श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ मंदसौर के तत्वावधान में निकले इस चल समारोह व धर्मसभा में जैन दिवाकर नवयुवक परिषद व महिला मण्डल के पदाधिकारीगण व सदस्यगण भी शामिल हुए। इस चल समारोह में श्रीसंघ के अध्यक्ष अशोक उकावत, महामंत्रीगण मनोहर नाहटा, राजीव मेहता, कोषाध्यक्ष हेमन्त मेहता, नवयुवक परिषद अध्यक्ष पवन जैन (एचएम), सकल जैन समाज अध्यक्ष दिलीप लोढ़ा, पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कीमती, समाजसेवी लोकेन्द्र जैन गोटावाला, कांतिलाल रातड़िया, प्रकाश रातड़िया, सोमिल नाहटा, अजीत जैन थम्बावाला, राजेश सिंघवी, सागरमल जैन गरोठवाला, अजीत नाहर, प्रतापसिंह नलवाया, कपील भण्डारी, डॉ. बी.आर. नलवाया, नरेन्द्र मेहता, अशोक मारू, सुभाष नाहर, नरेन्द्र रांका, सुरेन्द्र रांका, राजेन्द्र पामेचा, सुभाष पामेचा, कमल कच्छारा, अंकित कीमती, संजय जैन श्वेता, भूपेन्द्र भण्डारी, अनिल डूंगरवाल, विनोद मेहता, बाबूलाल जैन नगरीवाला, आशीष उकावत, विजय खटोड़, आशीष चौरड़िया, संजय पोरवाल, अजय पोरवाल नवकार, अजीत खटोड़, वीणा नाटा, जमना बाफना, शशि मारू, अनिता मेहता, मनीषा मेहता सहित कई गणमान्य नागरिकगण भी शामिल हुए।
साध्वी श्री रमणीककुंवरजी म.सा. (रंजन) ने कहा कि हमें अपनी आत्मा को दुर्गति में जाने से रोकना है तो प्रभु महावीर के बताये सत्य, अहिंसा के मार्ग को अपनाना ही पड़ेगा। सत्य, अहिंसा, संयम, दया, करूणा ऐसे गुण है जिन्हें अपने जीवन में अपनाकर हम जीवन में शाश्वत सुख पा सकते है। धन से धर्म श्रेष्ठ है धर्म ही हमें आत्मसुख दे सकता है। यह में समझना पड़ेगा। देव गुरू धर्म से जुड़कर हम स्वयं का कल्याण कर सकते है। तथा दूसरों को भी इसके लिये प्रेरित कर सकते है।
धर्मसभा में अशोक मारू खानपुरा, विजय खटोड़, अनिल डुंगरवाल, पवन पोरवाल ने भी अपने विचार रखे। संचालन अशोक झेलावत ने किया। धर्मसभा में स्वागत उद्बोधन श्रीसंघ अध्यक्ष श्री अशोक उकावत ने दिया तथा आभार महामंत्री श्री मनोहर नाहटा ने माना।
इन्होनंे की सहभागिता- श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ मंदसौर के तत्वावधान में निकले इस चल समारोह व धर्मसभा में जैन दिवाकर नवयुवक परिषद व महिला मण्डल के पदाधिकारीगण व सदस्यगण भी शामिल हुए। इस चल समारोह में श्रीसंघ के अध्यक्ष अशोक उकावत, महामंत्रीगण मनोहर नाहटा, राजीव मेहता, कोषाध्यक्ष हेमन्त मेहता, नवयुवक परिषद अध्यक्ष पवन जैन (एचएम), सकल जैन समाज अध्यक्ष दिलीप लोढ़ा, पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कीमती, समाजसेवी लोकेन्द्र जैन गोटावाला, कांतिलाल रातड़िया, प्रकाश रातड़िया, सोमिल नाहटा, अजीत जैन थम्बावाला, राजेश सिंघवी, सागरमल जैन गरोठवाला, अजीत नाहर, प्रतापसिंह नलवाया, कपील भण्डारी, डॉ. बी.आर. नलवाया, नरेन्द्र मेहता, अशोक मारू, सुभाष नाहर, नरेन्द्र रांका, सुरेन्द्र रांका, राजेन्द्र पामेचा, सुभाष पामेचा, कमल कच्छारा, अंकित कीमती, संजय जैन श्वेता, भूपेन्द्र भण्डारी, अनिल डूंगरवाल, विनोद मेहता, बाबूलाल जैन नगरीवाला, आशीष उकावत, विजय खटोड़, आशीष चौरड़िया, संजय पोरवाल, अजय पोरवाल नवकार, अजीत खटोड़, वीणा नाटा, जमना बाफना, शशि मारू, अनिता मेहता, मनीषा मेहता सहित कई गणमान्य नागरिकगण भी शामिल हुए।