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सजैस महिला प्रकोष्ठ ने प.पू. गुरूवर्या विचक्षणश्रीजी म.सा. के संयम जीवन का शताब्दी समारोह मनाया
महावीर अग्रवाल
मंदसौर ३० मई ;अभी तक; सकल जैन समाज महिला प्रकोष्ठ की महामंत्री श्रीमती चंचल चौरडिया ने बताया कि 29 मई को सकल जैन समाज महिला प्रकोष्ठ द्वारा श्री गोपाल कृष्ण गौशाला में परम पूज्य गुरुवर्या विचक्षण श्रीजी म.सा. के संयम जीवन का शताब्दी समारोह मनाया गया। इस अवसर पर पर गोवंश को आहार कराया गया।
इस अवसर पर प्रकोष्ठ मंत्री डॉ. अंजली जैन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पूज्य साध्वीजी ने बाल्य काल से दीक्षा ग्रहण कर जीवन को मानव कल्याण के लिए समर्पित किया। कैंसर जैसी पीड़ा जनक बीमारी के बाद भी साधु धर्म का पालन करते हुए कर्माे का क्षय किया, विश्व के जनमानस को संघर्ष करने का संदेश दिया। तन में व्याधि मन में समाधि को चरित्रार्थ करती हमारी गुरणीसा अंत समय तक महावीर स्वामी की तरह प्रवचन देती गई और ना कोई औषधि ना कोई दवाई का सहारा लिया। 6 वर्ष की आयु में आपकी सगाई पन्नालालजी मूणत के साथ हो गई थी किंतु 8 वर्ष की उम्र में अपने पिता के निधन से प्रथम बार संसार से विरक्ति का अनुभव हुआ और संयम जीवन की ओर अपने जीवन को मोड़ लिया। घर में कई संघर्षों के पश्चात अपने संयम अंगीकार किया और इस संयम पूर्ण जीवन को आपने एक मिसाल की तौर पर पूर्ण किया।
इस अवसर पर प्रकोष्ठ की शिक्षा मंत्री श्रीमती सुनीता चौधरी ने गुरणी सा के जीवन का संयम का चमत्कार मंदसौर में घटित एक घटना का वर्णन करते हुए बताया कि सन् 1961 में आपकी वर्षावास के समय भारी वर्षा हुई, बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई। सभी संप्रदाय के लोग चाहे वह हिंदू हो, मुसलमान हो, बोहरा हो गरणी सा के पास पहुंचे और अपनी व्यथा सुनाई। आपके संयम का चमत्कार यह रहा की जो पानी शहर में भर गया था कुछ घंटे में ही उतर गया और जनजीवन सामान्य हो गया। ऐसी चरित्र आत्मा को सकल जैन समाज महिला प्रकोष्ठ द्वारा वंदन नमन किया गया। इस प्रकल्प की लाभार्थी श्रीमती सुनीता विनोद जैन का आभार माना।
इस अवसर पर प्रकोष्ठ की मंत्री श्रीमती सारिका नाहटा, मंत्री श्रीमती निकिता कियावत, श्रीमती रेणु खटोड़, श्रीमती इंदु भंडारी, श्रीमती अलका जैन, श्रीमती चंचल मित्तल आदि सदस्य उपस्थित थे।