प्रदेश
(पोस्ट का पोस्टमार्टम) *नौकरी दिलाने सांसद का सिफारिस लेटर हुआ वायरल**लेटर को सोशल मीडिया पर शेयर करलोग कर रहे ट्रोल*
एस पी वर्मा
सिंगरौली २८ अगस्त ;अभी तक ;
आधुनिक भारत मे अभिव्यक्ति की आजादी का सबसे सरल व सशक्त माध्यम सोशल मीडिया है. फेसबुक, वाट्सअप, इंस्टाग्राम व ट्विटर हैंडल जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हर आम व खास किसी भी मुद्दे पर अब अपनी बात बड़ी बेबाकी से रखता है. उक्त फ्लेटफार्म पर जन हितैषी कार्य करने वाले को जहाँ रातो रात स्टार व सुपरस्टार बना दिया जाता है वहीं भेदभाव व जन विरोधी कार्य करने वाले नेता हो या अभिनेता सबको चंद मिनटों मे एक्सस्पोज कर सही रास्ते पर भी ला दिया जाता है.
सोशल मीडिया कि बात इस लिए लिख रहे है क्योंकि आज बुधवार को प्रातः(फेसबुक ) सोशल मीडिया पर किसी के द्वारा जिला सीधी के ग्राम मझरेटी कुचवाही निवासी सुनील कुमार का कंडोई ओ बी कंपनी मे नौकरी लगवाने का सांसद राजेश मिश्रा के सिफारिस लेटर को पोस्ट कर दिया. फिर क्या, उसके बाद तो मानो जैसे सिंगरौली के युवाओं के जख्म पर कोई नमक छिड़क दिया. देखते ही देखते सांसद महोदय का सीधी प्रेम वाला सिफारिश लेटर तेजी से वायरल होने लगा. जो पुरे दिन शेयर होता रहा. सांसद के सीधी प्रेम को देख भड़के सिंगरौली के युवाओं ने सांसद के विरोध मे शब्दों के बाड़ छोड़ लेटर को खुब वायरल किया. बुधवार को पुरे दिन सोशल मीडिया पर सांसद महोदय का सिफारिश लेटर वायरल होता रहा.
*पुरे दिन शेयर किया लेटर, निकाला भड़ास*
लेटर को देख सिंगरौली जिले के युवाओं के साथ होते आ रहे भेदभाव से खिन्न युवाओं ने सांसद पर तीखे हमले कर अपनी भड़ास निकाला. इस दौरान लिखा पूर्व व वर्तमान सी एम ने घोषणा किया है कि सिंगरौली जिले के औद्योगिक इकाईयों व कंपनियों मे जिले के 70प्रतिशत बेरोजगार युवाओं को नौकरी की व्यवस्था की जाय.लेकिन सांसद महोदय सिंगरौली का हक़ मारकर दूसरे जिले के युवाओं को नौकरी दिला रहे हैँ. एक और पोस्ट मे लिखा गया कि सिंगरौली के लोग विस्थापन का दंश झेले, कोयले का धूल खाये व प्रदुषण से बीमारी के शिकार हो. लेकिन नौकरी सीधी वालो को दी जा रही हैँ. सांसद के खिलाफ अनगिनत पोस्ट हैँ. जिसको जैसे समझ मे आया कड़े शब्दों मे लेटर को शेयर कर अपना विरोध जताया.
*एक विधायक के भी कार्य गुजारियो को किया गया था एक्सपोज*
कुछ माह पूर्व जिले के एक नव निर्वाचित विधायक के तथाकथित गुर्गो द्वारा भी आउट सोर्स कंपनी मे अस्थायी रूप से काम लगवाने के नाम पर डेढ़ से दो लाख रूपये लिया जा रहा था. चूकीं यहाँ जिले के युवाओं को नौकरी दिलाया जा रहा था सो उतना विरोध नही हुआ. लेकिन पैसे देने के बाद जब कुछ लोगों को नौकरी नही मिली तो वह पैसे लेकर नौकरी ना दिलाने की खबर को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. यह मुद्दा उतना हाई लाइट नही हुआ क्योंकि सही समय पर विधायक ने संज्ञान लिया और उनके नाम पर नौकरी लगवाने का कारोबार कर रहे गुर्गो पर लगाम लगा दिया. हालांकि पैसे लेकर नौकरी लगवाने की बात वायरल होने के बाद भी लोगों ने गुस्सा नही किया, कारण पैसे लेकर ही सही कम से कम वह जिले के युवाओं को काम दिला रहे थे, लेकिन सांसद महोदय का सीधी प्रेम जगजाहिर हो गया और सिंगरौली के एक भी युवाओं को रोजगार नही दिलाया और सिंगरौली के कंपनी मे सीधी जिले के लोगों को नौकरी दिलाने का सिफारिश लेटर जारी कर दिया, जो लोगों के गले नही उतरा और सोशल मीडिया पर विरोध व आक्रोश युद्ध छेड़ दिया.
*संघर्ष संयुक्त मोर्चा के बैनर तले हो सकता हैँ बड़ा प्रदर्शन*
वायरल लेटर के बाद सिंगरौली के युवाओं को न्याय दिलाने संघर्ष संयुक्त मोर्चा सिंगरौली के बैनर तले सांसद के विरोध मे एक बड़ा धरना प्रदर्शन हो सकता हैँ. संयुक्त मोर्चा ने सिंगरौली के युवाओं व प्रबुद्ध वर्ग से धरना प्रदर्शन के लिए समर्थन माँगा हैँ. जबकि विपक्षी पार्टी का समर्थन अपने आप मिल रहा हैँ. संघर्ष संयुक्त मोर्चा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर के आह्वान किया हैं कि सिंगरौली के युवा और समाज के प्रबुद्ध वर्ग लामबंद होकर अपने हक़ के लिए आवाज़ बुलंद करें और धरना प्रदर्शन के लिए तैयार रहे.