सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय में मिट्टी, गोबर व आटे से बने दीप की प्रतियोगिता आयोजित

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर ८ नवंबर ;अभी तक; सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय, संजीत मार्ग, मंदसौर में मिट्टी, गोबर व आटे से  बने दीप प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें बी.एड. एवं डी.एल.एड. के  प्रशिक्षणार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. निशा महाराणा ने प्रशिक्षणार्थियों को  कलात्मक व परम्परागत दीपक में अंतर समझाते हुए कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति में हाथों से बने हुए दीपक की महत्ता है। आपने दीपों के महोत्सव दीपावली के बारे में जानकारी दी ।
                                             कलात्मक मिट्टी के दीपक प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर बी.एड. प्रथम वर्ष की छात्राध्यापिका सोनू बी, द्वितीय स्थान पर डी.एल.एड. प्रथम वर्ष  की छात्राध्यापिका संतोष धनगर रहीं। परंपरागत मिट्टी  के दीपक में प्रथम स्थान पर बी.एड. प्रथम वर्ष की, छात्राध्यापिका कृष्णा कुँवर, द्वितीय स्थान पर डी.एल.एड. प्रथम वर्ष की छात्राध्यापिका बगदी धनगर एवं तृतीय स्थान पर डी.एल.एड. प्रथम वर्ष  की छात्राध्यापिका कृष्णा बोराना रहीं। आटे के  दीपक में प्रथम स्थान पर बी.एड. प्रथम वर्ष की छात्राध्यापिका कृष्णा  कुँवर रहीं। गोबर के दीपक में प्रथम स्थान पर  डी. एल. एड. प्रथम वर्ष  की छात्राध्यापिका बगदी धनगर रहीं । निर्णायकगण आवासीय विद्यालय की शिक्षिका कुसुम तिवारी, रचना भट्ट व  तनीषा प्रजापत थे। प्रशिक्षणार्थियों के उत्साहवर्धन करने के लिये सरस्वती विहार शैक्षिक संस्थान के प्रबंधक श्री सुनील शर्मा व  समस्त स्टॉफ उपस्थित रहे।