कमलनाथ द्वारा सड़क पर उतर जाने की सलाह देने से सरकार गिरी: सिंधिया
मुरैना 10 सितंबर ;अभी तक; मध्य प्रदेश के मुरैना की दिमनी विधनसभा मुख्यालय पर कल जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अतिथि शिक्षकों की आवाज उठाने पर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी ने उन्हें सड़क पर उतर जाने की सलाह दी थी.इसके बाद उन्होंने तय कर लिया था कि या तो कमलनाथ सरकार रहेगी या फिर वह रहेंगे और परिणाम जनता के सामने है. विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर भारतीय जनता पार्टी जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है.
जन आशीर्वाद यात्रा शनिवार को मुरैना के दिमनी में पहुंची तो यहां पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आमसभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा “साल 2020 में जब उन्होंने अतिथि शिक्षकों की आवाज उठाई थी तो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया था. जब उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी तो दोनों पूर्व मुख्यमंत्री की जोड़ी ने उन्हें सड़क पर उतर जाने की सलाह दी.उन्होंने कहा कि इस चुनौती के बाद उन्होंने फैसला कर लिया था कि या तो वे रहेंगे या फिर कमलनाथ सरकार रहेगी. इसके बाद कमलनाथ सरकार गिरा दी गई. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह भी कहा कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ यह भूल गए थे कि उनकी रगों में राजमाता विजययराजे सिंधिया का खून है. उन्होंने मंच से कहा कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया को भी पूर्व में डीपी मिश्रा (पूर्व मुख्यमंत्री द्वारका प्रसाद मिश्रा) ने चुनौती दी थी जिसके बाद डीपी मिश्रा सरकार को धूल चटा दी गई. इसी प्रकार की चुनौती पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने भी उन्हें दी थी। मुरैना जिले की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान भाजपा रथ पर केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा सवार थे।यात्रा मुरैना के अंबाह होते हुए कल ही भिंड जिला की ओर निकल गई।