प्रदेश
एक और किसान ने 5 बीघा में खड़ी सोयाबीन की फसल पर चलाया रोटावेटर
महावीर अग्रवाल
मंदसौर २० अगस्त ;अभी तक ; कृषि प्रधान मंदसौर जिले के एक और किसान नागेश्वर पाटीदार 43 ने वर्तमान में सोयाबीन के भाव को देखते हुए अपनी 5 बीघा में खड़ी सोयाबीन की फसल को रोटावेटर से नष्ट कर दी। 15 सितंबर के बाद फायदे वाली फसल की बुआई करेंगे।
मंदसौर से कोई 50 किमी दूर ग्राम रकोदा के किसान नागेश्वर पाटीदार का कहना है कि 5 बीघा की सोयाबीन की फसल पर अभी तक 40 हजार रु का खर्चा आ गया और इतना ही खर्च अभी फसल घर आएगी तब तक और लगेगा। इस प्रकार 8 हजार रु प्रति बीघा खर्च लग जाने पर किसान को कुछ भी नही मिलता है। उन्होंने कहा कि सोयाबीन के भाव की यही स्थिति रहती है तो अगले वर्ष सोयाबीन नही बोएंगे।
श्री नागेश्वर पाटीदार ने कहा कि अगर सोयाबीन 3000 से 3500 रु क्विंटल बिकता है तो सोयाबीन की खेती पूरी तरह से घाटे का सौदा होगी। जब उन्होंने इस वर्ष सोयाबीन की फसल बोई थी तब से अभी तक सोयाबीन के भाव मे 700 से 800 रु क्विंटल कम हो गए।आज तमाम तरह की दवाइयों, खाद,बीज की कीमतें आसमान छू रही है। आज सोयाबीन की फसल बोने से तो अच्छा है खेत खाली रख दे।
उन्होंने कहा कि 15 सितंबर के बाद फायदे वाली फसल देखकर बुआई करेंगे। जैसे चना,अजवाइन।इनमें लागत भी कम लगती है। उन्होंने मक्का और उड़द की फसल बौने का भी विचार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उनके परिवार में 6 सदस्य है और उनके पास 25 बीघा खेती है।
श्री पाटीदार ने सरकार से कहा कि किसानों की फसलों के बारे में बैठकर निर्णय लेना चाहिए। किसानों को उनकी उपज का लागत मूल्य तो मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांव के ही एक और किसान राजेश पाटीदार ने भी अपनी 4 बीघा में खड़ी सोयाबीन की फसल हांक दी है।
श्री पाटीदार ने यह भी बताया कि कल गरोठ के पास ग्राम देवरिया के किसान कमलेश पाटीदार ने सोयाबीन के भाव को लेकर अपनी सोयाबीन की खड़ी फसल को नष्ट के8या वे उनके मामा है।
उन्होंने यह भी कहा कि अभी लहसुन के जो भाव मिल रहे है उससे वे खुश है।