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खरगोन जिले के आदिवासी क्षेत्र भीकनगांव में आयोजित हुआ विशाल ऐतिहासिक स्वास्थ्य शिविर
आशुतोष पुरोहित
खंडवा १३ जुलाई ;अभी तक; देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के हर व्यक्ति के स्वास्थ्य की चिंता की है। उनका मानना है कि प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ्य रहेगा तो हमारा प्रदेश और देश सशक्त बनेगा और विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ेगा। यह बातें खरगोन-खण्डवा सांसद श्री ज्ञानेश्वर पाटिल ने भीकनगांव स्वास्थ्य शिविर में उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कही।
सांसद श्री पाटिल ने शिविर में आये लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि खरगोन जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में एक ही छत के नीचे सभी तरह के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध कराना एक अच्छी पहल है। इसकी जितनी सराहना की जाए वह कम है। इस शिविर में इंदौर एवं खण्डवा के मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों के साथ ही इंदौर के प्रसिद्ध अस्पतालों के विशेषज्ञ चिकित्सक भी अपनी सेवाएं देने आये हैं। यह शिविर भीकनगांव एंव झिरन्या जैसे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र की जनता के लिए बहुत ही उपयोगी है। इस शिविर में उन्हें निःशुल्क जांच के साथ निःशुल्क दवाएं भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आयुष्मान कार्ड धारकों को 05 लाख रुपये तक के उपचार की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराई गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा भी स्वैच्छा अनुदान मद से जरूरत मंद लोगों को 02 लाख रुपये तक की राशि बीमारी के उपचार के लिए दी जा रही है। इस तरह के शिविर आने वाले दिनों में भी आयोजित किये जाएंगे।
कलेक्टर श्री शर्मा ने शिविर के शुभारंभ अवसर पर बताया कि भीकनगांव के इस शिविर के आयोजन में जिला प्रशासन के साथ में पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्कूल शिक्षा विभाग, जनजातीय कार्य विभाग, पीएचई, पीडब्ल्यूडी, परिवहन, आबकारी, खनिज, पुलिस विभाग, महिला एवं बाल विकास के अधिकारियों ने सक्रिय भागीदारी कर स्वास्थ्य विभाग का सहयोग किया है। यह शिविर भीकनगांव एवं दुरस्थ आदिवासी क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान साबित हुआ है। गरीब एवं आदिवासी समाज के लोगों को इलाज के लिए रुपए खर्च कर जिला मुख्यालय खरगोन, खण्डवा या इंदौर, बड़ौदा जैसे बड़े शहरों में जाना होता था। जिससे उन्हें शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक परेशानी को सामना करना पड़ता था और इसमें समय की बर्बादी भी होती थी। भीकनगांव का यह शिविर ऐसे लोगों के लिए राहत भरा रहा है। उन्हें एक ही छत के नीचे सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं मिली है। इस शिविर में 11 हजार से अधिक लोगों का इंदौर एवं खण्डवा से आए 150 से अधिक विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। इस शिविर में स्कूली एवं छात्रावास के छात्र-छात्राओं का भी स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया है। उन्होंने बताया कि इस शिविर में जिन लोगों की जांच की गई है और उन्हें फालोअप की जरूरत है तो ऐसे मरीजों के लिए एक यूनिक आईडी बनाई गई है। इस यूनिक आईडी के माध्यम से जिन चिकित्सकों ने उनकी जांच की है वे आगे भी उनका फालोअप लेते रहेंगे।
इंदौर संभाग के कमिश्नर श्री दीपक सिंह एवं खरगोन कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा के मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के जिलों में गांव के अंतिम छोर के लोगों के लिए वृहद स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से मदद पहुंचाने की अनूठी पहल की जा रही है। इसी कड़ी में जिला प्रशासन खरगोन के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग द्वारा 13 जुलाई को आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र भीकनगांव के कृषि उपज मंडी परिसर में ऐतिहासिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में 11 हजार से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जांच कर उनका सम्पूर्ण उपचार किया गया है। इस दौरान शिविर में सांसद श्री पाटिल एवं कलेक्टर श्री शर्मा ने अधिकारियों के साथ प्रत्येक काउंटर का निरीक्षण किया और वहां पर मरीजों को दी जा रही सेवाओं को देखा।
खरगोन जिले के इतिहास में इंदौर संभाग कमिश्नर श्री दीपक सिंह की पहल पर एवं जिला कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा के सहयोग से यह अब तक के सबसे बड़े स्वास्थ्य शिविरों में से एक हैं। जिसमें इतनी बड़ी संख्या में आमजन ने अपनी स्वास्थ्य जांच कर उपचार कराया है। शिविर में चिन्हित जिन लोगों का यहां उपचार संभव नहीं है, उन लोगों के फोलोअप की भी व्यवस्था की गई है। इसके पूर्व 10 फरवरी को भगवानपुरा में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर 14 हजार से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जांच एवं उपचार किया गया था।
भीकनगांव में स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ खरगोन-खण्डवा सांसद श्री ज्ञानेश्वर पाटिल, विधायक श्रीमती झुमा सोलंकी, कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मराज मीना, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनुबाई तंवर, श्रीमती नंदा ब्राम्हणे, नगर परिषद अध्यक्ष श्री अमित जायसवाल, जनपद अध्यक्ष श्री सरदार रावत, उपाध्यक्ष श्री दिनेश जायसवाल, जनपद पंचायत झिरन्या के अध्यक्ष श्रीमती संगीता नार्वे, पूर्व विधायक श्री धुलसिंग डावर की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत के सीईओ श्री आकाश सिंह, एसडीएम श्री बीएस कलेश, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमएस सिसोदिया एवं अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
इस शिविर में मेडिकल कॉलेज इंदौर व खण्डवा तथा इंदौर के निजी अस्पतालों से सभी विधाओं के 150 से अधिक विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों की जांच एवं उपचार के लिए उपस्थित थे। शिविर में मरीजों के पंजीयन, जनरल मेडिसीन एवं दवाई वितरण के लिए अलग-अलग काउंटर बनाएं गए थे। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं, सिकलसेल एनीमिया, केंसर जांच, दंत रोग, नेत्र रोग, चर्म रोग, शिशु रोग, अस्थि रोग, मूत्र रोग, ह्दय रोग सहित अन्य सभी रोगों के सम्पूर्ण इलाज एवं जांच की व्यवस्था की गई थी। अलग-अलग बीमारियों की जांच के लिए अलग-अलग कक्ष बनाएं गए थे।
संभागायुक्त श्री दीपक सिंह की पहल से एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर के साथ अरविंदो मेडिकल कॉलेज इंदौर, संकरा आई अस्पताल इंदौर, अपोलो राजश्री अस्पताल इंदौर, विशेष जुपिटर, बॉम्बे अस्पताल इंदौर, शैल्बी अस्पताल इंदौर, कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल इंदौर, इंदौर कैंसर फाउण्डेशन इंदौर, एलएनसीटी चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर, श्री नंदकुमार सिंह चौहान मेडिकल कॉलेज खण्डवा के करीबन 150 से अधिक चिकित्सकों ने स्वास्थ्य सेवाओं में अपना योगदान दिया। इस स्वास्थ्य शिविर में विभिन्न विधाओं की विशेषज्ञों मेडिसिन विभाग सर्जरी विभाग ईएनटी, नेत्र कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी ऑर्थाेपेडिक्स डेंटल फिजियोथेरेपी के साथ-साथ अन्य विधाओं के चिकित्सक उपस्थित रहे। इस शिविर में पैथोलॉजी विभाग की तरफ से विभिन्न प्रकार की जांच भी की गई जिसमें खून की जांच, पेशाब की जांच, ब्लड प्रेशर की जांच, शुगर की जांच के साथ-साथ अन्य सभी प्रकार की जांच भी की गई। इस शिविर की विशेषता यह रही कि शिविर में महिलाओं की सोनोग्राफी जांच एवं ईको, इसीजी, कॉर्डियों सहित सभी प्रकार की जांच की गई और एएनसी परीक्षण किए गए। स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा विभिन्न बीमारियों के साथ-साथ, कैंसर, नाक, कान, गला, हड्डी के चिकित्सकों द्वारा भी अपनी सेवाएं प्रदान की गई।
शिविर में चिकित्सकों द्वारा कुछ ऐसी बीमारियां चिन्हित की गई है जिनका उपचार यहां संभव नहीं है उनका उपचार एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर एवं मेडिकल कॉलेज खण्डवा से संबद्ध समस्त चिकित्सालय में निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। इस शिविर में आयुष विभाग के चिकित्सकों द्वारा भी आयुर्वेद, होम्योपैथी एवं युनानी पद्धति से मरीजों के उपचार के लिए परीक्षण किया गया और निःशुल्क दवाएं दी गई।
शिविर में 50 मरीज मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए शंकरा नेत्र अस्पताल इंदौर के लिए चिन्हित किए गए। 02 हाइड्रोसीफल के बच्चो को रेफर किया, 17 बच्चो को दिल में छेद होने पर चिन्हित किया। जिनकी सर्जरी ओपोलो अस्पताल इंदौर, जुपियर अस्पताल इंदौर में की जाएगी। 03 बच्चे कटे होंट कटे तालू के चिन्हित किए गए जिनका लाहोटी अस्पताल भोपाल में उपचार किया जाएगा। स्वास्थ्य मेले में स्वास्थ्य विभाग के लगभग 750 अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा प्रातः 07 बजे से शिविर समाप्ति तक अपनी सेवायें प्रदाय गई ।