प्रदेश
जमीनी विवाद मे दबंगो द्वारा प्रोढ़ की हत्या के बाद जिला प्रशासन ने हत्यारोपी के घर पर चलाया बुलडोजर, मकान को किया ध्वस्त*
एस पी वर्मा
सिंगरौली २८ जून ;अभी तक; विंध्यनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गहिलगढ़ मे जमीनी विवाद को लेकर अवैध कब्ज़ाधारी सरहंगो द्वारा घर मे घुसकर जमीन मालिक के परिवार ऊपर प्राण घातक हमला कर लाठी डंडे व अन्य हथियार से बेखौफ़ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया . हादसे मे गंभीर रूप से घायल जमीन मालिक मोतीचंद की उपचार के दौरान मौत हो गयी जबकि पत्नी व बेटा – बेटी की हालत स्थिर है। पुलिस ने जहाँ त्वरित सभी हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया वहीं आरोपियों के मकान को भी ध्वस्त करने की कार्यवाही की गयी है.
घटना की जानकारी मे *ए एस पी शिव कुमार वर्मा* ने बताया कि घटना दिनांक 27 जून को प्रातः 9 बजे *आरोपी शत्रुधन सिंह पुत्र दोमन सिंह उम्र 55 वर्ष, उसके दो पुत्र चन्दन सिंह उम्र 28 वर्ष, रंजन सिंह व पत्नी गीता सिंह* द्वारा घर मे घुसकर *मृतक मोतीचंद शाह पुत्र नान्हू उम्र 60 वर्ष व पत्नी मंशा देवी उम्र 55 वर्ष, पुत्र जीतेन्द्र शाह उम्र 26वर्ष, पुत्री सरस्वती शाह उम्र 20* के ऊपर प्राण घातक हमला कर लाठी डंडे से गंभीर रूप से मारपीट की घटना को अंजाम दिया. *ए एस पी श्री वर्मा* ने बताया की मारपीट से गंभीर रूप से घायल व जिला चिकित्सालय मे उपचारार्थ भर्ती मोतीचंद की 28 जून की प्रातः मौत हो गयी. जबकि बाकी लोगो की हालत स्थिर है. जिनका उपचार चल रहा है. *श्री वर्मा* के अनुसार मौत की खबर के बाद विंध्यनगर पुलिस ने त्वरित दबिश देकर सभी हत्या आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 294, 506 34 149 452, 307,302 का मामला दर्ज कर लिया है.
*मोतीचंद की मौत के बाद हरकत मे आया प्रशासन, हत्यारोपी के घर पर चलाया बुलडोजर*
जिला चिकित्सालय मे मोतीचंद के मृत्यु की सूचना वायरल होते ही सिंगरौली विधायक राम निवास शाह, सीडा पूर्व उपाध्यक्ष नरेश शाह, आप नेता अक्षय शाह कई लोग पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की. जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत मे आया और नगर निगम अमले को हत्यारोपी के घर को ध्वस्त करने रवाना किया. पुलिस बल के साथ ननि अमला प्रातः 10 बजे ग्राम गहिलगढ़ पहुँच आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया. बुलडोजर चलाने की कार्यवाही तक़रीबन 3 घण्टे तक चली. तनावपूर्ण माहौल से निपटने भारी संख्या मे पुलिस बल, ननि व जिला प्रशासन के जिम्मेदार मौजूद रहे. बुलडोजर कार्यवाही मे आरोपी के घर के साथ जिस जमीन पर जबरन कब्ज़ा किया था उस निर्मित मकान आदि को गिरा कर ध्वस्त कर दिया गया.
*डी एम, कमिश्नर व हाई कोर्ट से केस जितने के बाद भी नहीं मिली जमीन, चली गयी जान*
परिजनों ने बताया की हत्यारोपी लोगों ने मृतक के घर के बगल मे खाली पड़ी जमीन पर धीरे धीरे करके कब्ज़ा जमा कर लिया और घर बना लिया.. उसे रोकने फरियादि द्वारा कई बार थाने मे रिपोर्ट दर्ज किया जाता रहा लेकिन आरोपी के खिलाफ कोई कार्यवाही नही. दबंग शत्रुधन से परेशान मृतक ने न्यायालय का शरण लिया और कलेक्ट्रेट, कमिश्नर व हाई कोर्ट से केस जीत भी गया और अपने जमीन के पक्ष मे आदेश भी लाया लेकिन पुलिस व जिला प्रशासन के जिम्मेदारो ने जमीन पर कब्ज़ा नही दिलवाया. बताया की घटना दिवस गुरुवार को मृतक अपने जमीन का वीडियो बना रहा था, जो आरोपी को नागवार गुजरी और अपने दोनों पुत्र व पत्नी के साथ घर मे घुसकर सभी पर प्राण घातक हमला कर दिया.
*7 वर्ष पूर्व अवैध कब्जे को हटाने का एस डी एम ने दिया था आदेश*
जानकारी के अनुसार 7 वर्ष पूर्व एस डी एम सिंगरौली ने मृतक की जमीन पर कब्ज़ा ज़माने वाले आरोपी के खिलाफ कार्यवाही करते हुए अवैध निर्मित मकान को गिराने का आदेश जारी किया था, लेकिन उस आदेश का पालन नाही पुलिस ने और ना ही ननि व अन्य प्रशासनिक अमले ने की. परिजनों ने बताया की आदेश की कॉपी लेकर पीड़ित ननि व जिला प्रशासन के यहाँ दौड़ता रहा लेकिन कही कोई सुनवाई नही हुई. सूत्रों ने बताया की अवैध मकान को गिराने के लिए ननि का एक जिम्मेदार अधिकारी एक लाख रुपये की चढोत्तरी भी माँगा था. पुलिस, ननि व प्रशासन के जिम्मेदार लोगों की भ्रस्ट कार्यप्रणाली भी मोतीचंद की हत्या का एक कारण है.