रविवार से बदलेगा मौसम, पश्चिमी विक्षोभ का दिखेगा असर, छाएंगे बादल, 6 संभागों में बारिश-बिजली के आसार
दक्षिण पश्चिम मानसून के विदा होते ही एक बार फिर मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव देखने को मिलने वाला है। पश्चिमी विॆक्षोभ के प्रभाव से 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक ग्वालियर, चंबल, उज्जैन संभाग, सागर और रीवा संभाग के जिले में बारिश होने के आसार हैं, इस दौरान बादल गरजने और बिजली गिरने की भी संभावना है। वही 18 अक्टूबर से पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होते ही मौसम में बदलाव आएगा और तापमान में गिरावट आना शुरू हो जाएगी। 20 अक्टूबर के बाद प्रदेश में ठंड का असर देखने को मिलेगा।
17 अक्टूबर तक बारिश, 18 से फिर बदलेगा मौसम
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार से प्रदेश में अगले तीन दिनों तक प्रदेश के अलग-अलग संभागों में बारिश होने की संभावना है, इस दौरान कई जगहों पर वज्रपात की भी स्थिति भी बनने के संकेत है।3 दिनों में प्रदेश के उत्तरी और मध्य क्षेत्र में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होगी, ऐसे में किसानों को सलाह दी गई है कि वह अपनी कटी हुई फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रख लें, अन्यथा नुकसान हो सकता है।वही इंदौर संभाग में भी बादल छाने के साथ बूंदाबांदी होगी।
रविवार-सोमवार को 6 संभागों में बारिश के आसार
एमपी मौसम विभाग की मानें तो रविवार को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ग्वालियर चंबल संभाग, उज्जैन संभाग का मौसम बदलने की संभावना है, इस दौरान कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होगी। वही 16 अक्टूबर को भी ग्वालियर चंबल संभाग, उज्जैन संभाग, भोपाल संभाग, सागर संभाग, रीवा संभाग, इंदौर संभाग के जिले झाबुआ धार में भी हल्की से मध्यम बारिश के आसार है। 17 अक्टूबर को ग्वालियर चंबल संभाग, सागर संभाग, रीवा संभाग में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ कुछ जगहों पर वज्रपात होने की भी संभावना है।
वर्तमान में पाकिस्तान के उत्तरी हिस्से में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है, जो अगले 24 घंटे में जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करेगा। वही मध्य महाराष्ट्र के पास एक चक्रवात बना हुआ है,जिससे हवाओं का रुख बदल रहा है और अरब सागर से नमी भी आ रही है, जिसके चलते आंशिक बादल भी बन रहे हैं। 15 अक्टूबर को बादल छाने के साथ ग्वालियर चंबल संभाग में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है।रविवार या सोमवार को संभाग में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी भी हो सकती है। 17 अक्टूबर से मौसम फिर से शुष्क हो जाएगा। इसके बाद न्यूनतम तापमान में गिरावट होगी, जिससे रात में हल्की ठंड का दौर शुरू होगा।