महावीर अग्रवाल
मंदसौर १३ फरवरी ;अभी तक ; खेमराज मीना जनसंपर्क अधिकारी-रतलाम मंडल ने बताया कि पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के संरक्षा एवं उससे जुड़े विभागों के रेलकर्मी हमेशा सतर्क रहे इसके लिए समय-समय पर विभिन्न खंडों में अलग-अलग विषयों को लेकर मॉक ड्रिल किया जाता रहा है।

घटना की सूचना मिलते ही 00.22 बजे एआरएमई एवं एआरटी उज्जैन ऑर्डर हुए तथा 00.45 बजे एआरएमई एवं 00.55 बजे एआरटी(एक्सिडेंट रीलिफ ट्रेन) उज्जैन से घटना स्थल के लिए पूरी तैयारी के साथ रवाना हुई। इसके साथ ही संबंधित विभागों के अधिकारी, रेलवे के डॉक्टर तथा पर्यवेक्षक भी घटना स्थल के लिए रवाना हुए। इस घटना की सूचना मंडल कार्यालय रतलाम के संबंधित शाखाधिकारियों को भी सूचित किया गया।
घटना की सूचना मिलते ही रतलाम से वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक(जी), सीनियर सीडीओ इंदौर, क्षेत्राधिकारी इंदौर सहित अन्य अधिकारी भी घटना स्थल के लिए रवाना हुए।
समय पर अधिकारियों, पर्यवेक्षकों के साथ ही एआरटी एवं एआरएमई के घटना स्थल की ओर निर्धारित समयावधि में रवानगी की पुख्ता जानकारी मिलने के बाद संरक्षा विभाग द्वारा 01.15 बजे इसे मॉकड्रिल घोषित किया गया।
विदित हो कि रेलवे क्षेत्र में दुर्घटना होने पर जहॉं रेल यातायात बाधित होने एवं उस दुर्घटना में लोगों के हताहत होने जैसी सूचना मिलने पर निर्धारित समयावधि के अंदर संबंधित दुर्घटना स्थल के लिए एआरटी एवम एआरएमई का पूरी तैयारी के साथ प्रस्थान करना जरूरी होता है। इसमें एआरएमई पहले निकलती है ताकि घायल व्यक्तियों को तत्काल सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। इसके साथ ही संबंधित अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों की दुर्घटना स्थल के लिए रवानगी भी निर्धारित समयावधि में जरूरी है।
इन्हीं तैयारियो की जांच हेतु रतलाम मंडल पर 12/13 फरवरी की रात्रि में मॉक ड्रिल किया गया जो पूरी तरह से सफल रहा।