महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १७ मार्च ;अभी तक ; मालव भूषण, तप सम्राट, जन जन की आस्था के केन्द्र आचार्य श्री नवरत्नसागरजी म.सा. के 82वें जन्मोत्सव पर कल नईआबादी स्थित संजय गांधी उद्यान में गुरू नवरत्न गुणानुवाद सभा का आयोजन हुआ। इस आयोजन में हजारों की संख्या में गुरूभक्त एकत्रित हुए और उन्होंने आचार्य श्री नवरत्नसागरजी म.सा. के तप त्यागमय जीवन की खूब खूब अनुमोदना की। प्रातः 10 बजे से दोप. 1 बजे तक आयोजित गुरू गुणानुवाद सभा में संतों के दिव्य प्रवचन श्रवण करने के लिये पूरे मालवा मेवाड़ा क्षेत्र के हजारों श्रावक संजय उद्यान में पहुंचे और उन्होंने आचार्य श्री नवरत्नसागरजी म.सा. के गुणों का बखान किया। आचार्य श्री विश्वरत्नसागरजी म.सा. की पावन प्रेरणा एवं गणिवर्य श्री कीर्तिरत्नसागरजी म.सा., मुनिराज श्री तीर्थरत्नसागरजी म.सा., साध्वी श्री मोक्षज्येाति श्रीजी म.सा., साध्वी श्री सिधांतज्योतिश्रीजी म.सा. की पावन निश्रा में आयोजित इस गुणानुवाद सभा के पूर्व नईआबादी स्थित आराधना भवन जैन मंदिर से भव्य चल समारोह गुरू नवरत्नसागरजी के जयकारों के साथ संजय गांधी उद्यान पहुंचा। यहां भव्य गुणानुवाद सभा हुई।
आचार्य श्री विश्वरत्नसागरजी म.सा. ने कहा कि आचार्य श्री नवरत्नसागरजी तप, त्याग की प्रतिमूर्ति थे उनका पूरा जीवन हम सभी के लिये प्रेरणदायी है। मालवा मेवाड़ क्षेत्र पर उनकी विशेष कृपा रही। उन्होनंे गुरू भक्तो के जीवन में प्रकाश पुंज का कार्य कियाऔर भक्तों के दिशाहिन जीवन को तप त्याग की ओर अग्रसर किया। भोपावर तीर्थ सहित देशभर के कई जैन तीर्थों का उन्होंने उद्धार कराया। खिलचीपुरा तीर्थ में भी उनकी प्रेरणा से नवीन जिनालय का कार्य हो रहा है। गुरूदेव की प्रेरणा से जैन श्वेताम्बर मालवा महासंघ एवं नवरत्न परिवार जैसी संस्थाए बनी जो कि आज जैन समाज की एकता व विभिन्न श्रीसंघों के मध्य सेतु का काम कर रही है। हम आज उनके जन्मोत्सव पर अपने जीवन को धर्म अध्यात्म की ओर समर्पित करने का संकल्प ले।
गुणानुवाद सभा में गणिवर्य श्री कीर्तिरत्नसागरजी मुनिराज, तीर्थरत्नसागरजी म.सा., आराधना भवन श्रीसंघ अध्यक्ष दिलीप रांका, सचिव महेश जैन तहलका, नवरत्न परिवार के राष्ट्रीय महासचिव अमित छिंगावत ने भी अपने विचार रखे। धर्मसभा के उपरांत विमलकुमार, अमित कुमार छिंगावत परिवार की ओर से सधर्मी स्वामी वात्सल्य का आयोजन किया गया। नवकारसी का आयेाजन सज्जनलाल दिलीप कुमार विजय कुमार रांका परिवार की ओर से किया गया। धर्मसभा में मालवा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष मेहता नागदा, उपाध्यक्ष अनिल दसेड़ा, गौतम जैन आगर, कमल कोठारी मंदसौर, राजेन्द्र करणपुरिया प्रतापगढ़, सचिव मंगेश भाचावत, राकेश मानव नीमच, अशोक कुमठ पिपलियामंडी, सकल जैन समाज अध्यक्ष जय बड़जात्या सहित बड़ी संख्या में धर्मालुजन भी उपस्थित थे। संचालन दीपक करणपुरिया ने किया तथा आभार आराधना भवन श्रीसंघ अध्यक्ष दिलीप रांका ने माना।
आचार्य श्री विश्वरत्नसागरजी म.सा. ने कहा कि आचार्य श्री नवरत्नसागरजी तप, त्याग की प्रतिमूर्ति थे उनका पूरा जीवन हम सभी के लिये प्रेरणदायी है। मालवा मेवाड़ क्षेत्र पर उनकी विशेष कृपा रही। उन्होनंे गुरू भक्तो के जीवन में प्रकाश पुंज का कार्य कियाऔर भक्तों के दिशाहिन जीवन को तप त्याग की ओर अग्रसर किया। भोपावर तीर्थ सहित देशभर के कई जैन तीर्थों का उन्होंने उद्धार कराया। खिलचीपुरा तीर्थ में भी उनकी प्रेरणा से नवीन जिनालय का कार्य हो रहा है। गुरूदेव की प्रेरणा से जैन श्वेताम्बर मालवा महासंघ एवं नवरत्न परिवार जैसी संस्थाए बनी जो कि आज जैन समाज की एकता व विभिन्न श्रीसंघों के मध्य सेतु का काम कर रही है। हम आज उनके जन्मोत्सव पर अपने जीवन को धर्म अध्यात्म की ओर समर्पित करने का संकल्प ले।
गुणानुवाद सभा में गणिवर्य श्री कीर्तिरत्नसागरजी मुनिराज, तीर्थरत्नसागरजी म.सा., आराधना भवन श्रीसंघ अध्यक्ष दिलीप रांका, सचिव महेश जैन तहलका, नवरत्न परिवार के राष्ट्रीय महासचिव अमित छिंगावत ने भी अपने विचार रखे। धर्मसभा के उपरांत विमलकुमार, अमित कुमार छिंगावत परिवार की ओर से सधर्मी स्वामी वात्सल्य का आयोजन किया गया। नवकारसी का आयेाजन सज्जनलाल दिलीप कुमार विजय कुमार रांका परिवार की ओर से किया गया। धर्मसभा में मालवा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष मेहता नागदा, उपाध्यक्ष अनिल दसेड़ा, गौतम जैन आगर, कमल कोठारी मंदसौर, राजेन्द्र करणपुरिया प्रतापगढ़, सचिव मंगेश भाचावत, राकेश मानव नीमच, अशोक कुमठ पिपलियामंडी, सकल जैन समाज अध्यक्ष जय बड़जात्या सहित बड़ी संख्या में धर्मालुजन भी उपस्थित थे। संचालन दीपक करणपुरिया ने किया तथा आभार आराधना भवन श्रीसंघ अध्यक्ष दिलीप रांका ने माना।