महावीर अग्रवाल
मंदसौर ६ जुलाई ;अभी तक ; दिगम्बर जैनाचार्य श्री विभक्तसागरजी महाराज ससंघ का रविवार की प्रातः नगर में मंगल प्रवेश हुआ। आचार्यश्री की चार्तुमास काल में मंदसौर में स्थिरता रहेगी।
आचार्यश्री संघ के नगर प्रवेश पर तार बंगला मंदिर परिसर बीपीएल चौराहा पर बडी संख्या में उपस्थित समाजजनों ने संघ की अगवानी करते हुए पाद प्रक्षालन किए। बैण्डबाजों के साथ महाराज श्री समाजजनों के साथ जुलुस के रूप में चन्द्रप्रभु जिनालय नाकोड़ा नगर पहुंचे। जहां दर्शन के पश्चात् आचार्य सन्मति संत भवन में धर्मसभा हुई।
मार्ग में स्थान स्थान पर श्रद्धांलुओं ने आचार्य श्री की आरती व पाद प्रक्षालन किये।
धर्मसभा को संबोधित करते हुए आचार्यश्री विभक्त सागर जी महाराज ने कहा श्रीफल चढ़ाने से नहीं बल्कि स्वयं को समर्पित करने से सबकुछ प्राप्त होगा। भगवान के समक्ष मांगने से नहीं बल्कि श्रद्धाभक्ति से समस्त वैभव प्राप्त होता है। अपने कहा पुण्य का अर्जन करें, पाप कर्मों से बचें। भगवान ना किसी को देते हैं ना किसी से लेते हैं, अपने स्वयं के कर्मों के अनुसार ही हमारा जीवन प्रभावित होता रहता है।
धर्म सभा के प्रारंभ में मंगलाचरण श्रीमती सपना जैन ने किया, आचार्य भगवन्तों के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन व आचार्यश्री के पाद प्रक्षालन का लाभ तपस्वी सेवा ग्रुप को प्राप्त हुआ।
श्रीमती डॉली जैन, बबीता जैन, सिम्पल सेठी, रजनी सेठी व सीमा जैन ने आचार्यश्री को जिनवाणी भेंट की।
श्रीफल भेंट कर आर्शीवाद प्राप्त करने वालों में सकल दिगम्बर जैन समाज अध्यक्ष श्री अजय कुमार बाकलीवाल, चार्तुमास समिति अध्यक्ष श्री डॉ. एस. एम. जैन, मुनि सेवा समिति अध्यक्ष अरविन्द मेहता, सकल जैन समाज महामंत्री मनीष सेठी, सकल जैन समाज कोषाध्यक्ष भरत कुमार कोठारी, दिगम्बर जैन समाज महामंत्रीगण उमेश जैन, राकेश दोशी, विनोद सिंहल, जगदीश गर्ग, दीपक भूता, पं. अरविंद जैन, सुरेश जैन, कोमल प्रकाश पंछी, अभय मादावात ,आशोक जैन चयन, श्रीमती नीलू पाटनी आदि शामिल थे। जिनवाणी स्तुति के साथ सभा सम्पन्न हुई। दोपहर 2 बजे आचार्य श्री की केशलोचन क्रिया हुई जिसमें बड़ी संख्या में समाज जन उपस्थित हुए। धर्मसभा का संचालन डॉ. चंदा भरत कोठारी ने किया।
सकल दिगम्बर जैन समाज अध्यक्ष अजय कुमार बाकलीवाल व चार्तुमास समिति अध्यक्ष डॉ.एस.एम. जैन ने बताया श्री सन्मति सागर संत भवन में प्रतिदिन प्रातः 9 से 10 बजे तक आचार्यश्री के प्रवचन 10 बजे आहार चर्या होगी। सायंकाल 7 बजे आरती व गुरुभक्ति के कार्यक्रम होंगे।