महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १४ फरवरी ;अभी तक ; राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलगुरु प्रो अरविन्द कुमार शुक्ला के निर्देशन में उद्यानिकी महाविद्यालय मंदसौर में दूसरी बार आयोजित तीन दिवसीय युवा महोत्सव कलाकुंभ 2025 का समापन हो गया। युवा महोत्सव के अंतिम दिन एकांकी नाट्य श्रेणी मे पांच महाविद्यालयों ने ग्रामीण एवं कृषि पृष्ठभूमि आधारित प्रस्तुतिया दी ।
मध्याह्न पश्चात् उद्यानिकी महाविद्यालय मंदसौर, कृषि महाविद्यालय सीहोर, कृषि महाविद्यालय इंदौर, कृषि महाविद्यालय खंडवा और कृषि महाविद्यालय ग्वालियर के प्रतिभागियों ने रंगारंग लोक नृत्यो की शानदार प्रस्तुतिया दी। जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
समापन दिवस की मुख्य अतिथि नपाध्यक्ष श्रीमती रमादेवी गुर्जर थी। श्रीमती गुर्जर ने विद्यार्थियों से सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने का आह्वान किया। उद्यानिकी महाविद्यालय मंदसौर के अधिष्ठाता डॉ. इंदर सिंह तोमर ने सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास में सांस्कृतिक गतिविधियों के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने विद्यार्थियों एवं प्रतिभागियों को स्वस्थ प्रतियोगिता अपना कर जीवन पथ पर अग्रसर होने को प्रेरित किया। युवा महोत्सव के सांस्कृतिक संयोजक डॉ. रोशन गलानी ने सफल एवं शांतिपूर्वक आयोजन के लिए विद्यार्थियों एवं सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के अंतिम दिन विजेता विद्यार्थी पुरस्कृत किए गए। लोक नृत्य श्रेणी में कृषि महाविद्यालय खंडवा प्रथम रहा। ललित कला गतिविधियों में कृषि महाविद्यालय सीहोर प्रथम रहा वहीं साहित्यिक गतिविधियों की श्रेणी में कृषि महाविद्यालय ग्वालियर प्रथम रहा। उद्यानिकी महाविद्यालय मंदसौर ने संगीत श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त किया। सर्वश्रेष्ठ अनुशासित महाविद्यालय का पुरस्कार कृषि महाविद्यालय इंदौर को मिला। उद्यानिकी महाविद्यालय मंदसौर ने चल समारोह ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रथम स्थान प्राप्त किया।
तीन दिवसीय युवा महोत्सव कलाकुंभ को सफल एवं शांति पूर्वक आयोजन में डॉ. ओ पी सिंह, डॉ. एच.पी. सिंह, डॉ एस.एस. कुशवाह, डॉ. रुपेश चतुर्वेदी, डॉ. अनुज कुमार, डॉ. बसंत कचोली, डॉ. एच सी भारवे, डॉ. के सी मीणा, डॉ. राजेश आर्वे, डॉ. के आलम खान, डॉ. प्रियंवदा सोनकर, डॉ. प्रमोद फतेहपुरिया, डॉ. प्रदीप तुरुकमाने, डॉ. अल्पना कुम्हारे, डॉ. पंकज मईड़ा, डॉ. शैलेन्द्र द्विवेदी, डॉ. आर के शर्मा, डॉ. बी के पाटीदार, डॉ. इनवाती, डॉ. ओम सिंह, धर्मेन्द्र पाटीदार, राजेश चौहान एवं अभिषेक सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा।