महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १२ मार्च ;अभी तक ; गरोठ तहसील के ग्राम उमरिया बलौदा में दलित किसान श्री प्रभुलाल मेघवंशी एवं उनके परिवार की खड़ी फसल को प्रशासन द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना या नोटिस के जेसीबी चलाकर नष्ट कर दिया गया। इस फसल में गेहूं, चना, प्याज सहित अन्य फसलें एवं सेंटर का बगीचा शामिल था, जो कि परिवार की आजीविका का मुख्य साधन था।
न्याय मांगने पर मिली सजा
श्री प्रभुलाल मेघवंशी लंबे समय से अपनी जमीन के सीमांकन विवाद को लेकर प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहे थे। उन्होंने कई बार तहसील कार्यालय के चक्कर काटे, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। जब उन्हें कहीं से कोई राहत नहीं मिली, तो उन्होंने सीएम हेल्पलाइन पर अपनी शिकायत दर्ज कराई।
इसके बाद प्रशासन द्वारा उन पर लगातार शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया गया। जब किसान परिवार ने दबाव के आगे झुकने से इनकार कर दिया, तो दुर्भावनापूर्वक उनकी फसल को बिना किसी पूर्व सूचना के नष्ट कर दिया गया। प्रशासन की इस अमानवीय कार्रवाई से किसान और उनका परिवार सदमे में है और अब न्याय की आस में दर-दर भटक रहा है।
जनसुनवाई में उठी किसान की आवाज
इस अन्याय के खिलाफ आज ग्राम वासियों के साथ महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष रूपल संचेती, कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के जिला अध्यक्ष एवं जिला पंचायत सदस्य भाई दीपक सिंह गुर्जर, एवं कांग्रेस अजा सेल के जिला अध्यक्ष भाई संदीप सलोद के नेतृत्व में जनसुनवाई में किसान परिवार की पीड़ा को रखा गया। प्रशासन से इस अमानवीय कृत्य के लिए जवाबदेही तय करने और पीड़ित परिवार को न्याय देने की मांग की गई।
महिला कांग्रेस करेगी संघर्ष
महिला कांग्रेस इस अन्याय के खिलाफ किसान परिवार के साथ खड़ी है और तब तक संघर्ष करेगी जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल जाता। प्रशासन द्वारा की गई इस अनुचित कार्रवाई के खिलाफ कड़े कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में किसी भी किसान को इस तरह के अन्याय का सामना न करना पड़े।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य दीपक सिंह गुर्जर अनुसूचित जनजाति के जिला अध्यक्ष संदीप सलोद, महिला कांग्रेस की मंडलम अध्यक्ष सरिता सोनी , रमेश मेघवंशी जी, मनीष सोनी , प्रभु लाल मेघवंशी, भारत मेघवंशी आदि कांग्रेस जन एवं पीड़ित परिवारजन उपस्थित थे ।