आनंद ताम्रकार
बालाघाट २१ मार्च ;अभी तक ; धान खरीदी के दौरान खरीदी केंद्रों में धान के स्टाक का शार्टेज का मामला बालाघाट जिले में धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक सहायक प्रबंधक एवं प्रभारी और कम्प्यूटर आपरेटरों के लिये गले के फास बन गया है। इन विसंगतियों के चलते जहां एक ओर विभाग धान की शार्टेज के मान से वसूली करने में लगा तो दूसरी तरफ ईओडब्ल्यू इनके विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दायर किये जाने के लिये कार्यवाही कर रही है।
यह उल्लेखनीय है की जिले में बनाये गये 185 खरीदी केंद्र में से 120 केंद्रों में धान का शार्टेज पाया गया जिसकी क्षतिपूर्ति के लिये केन्द्रीय सहकारी बैंक ने संबंधित समितियों से लगभग 5 करोड़ 50 लाख रुपये की राशि जमा कराई है वहीं नागरिक आपूर्ति निगम ने भी परिवहन स्तर पर पाई गई शार्टेज के मान 22 लाख रुपये जमा कराये है। भंडारण के बाद 27 हजार 559 क्विंटल से अधिक धान का शार्टेज प्रकाश में आया है जिसका मूल्य 6 करोड़ 33 लाख रुपये अधिक का पाया गया है। इसी शार्टेज को लेकर ईओडब्ल्यू ने 18 एफआईआर दर्ज कराई है।
यह उल्लेखनीय है की ईओडब्ल्यू की 4 टीमों ने 20 खरीदी केंद्रों की जांच की थी जिसमें दस्तावेजों की छानबीन के बाद शार्टेज सहित अन्य अनियमितता पाई गई जिस पर ईओडब्ल्यू द्वारा कार्यवाही को अंजाम दिया जा रहा है।
ईओडब्ल्यू ने नांदी कटेधरा, बोथवा, धनकोसा, परसवाडा घाट, हरदोली, बम्हनी, मोहगांव मलाजखंड, चरेगांव, उकवा, कुमादेही, बोदा, टाकाबर्रा, घुनाडी, महकेपार, कुडवा,मडेरी,आमगांव,जरेरा, सिवनीकला, सारद,चिखला, करंजा के केन्द्र प्रबंधक,सहायक प्रबंधक, केन्द्र प्रभारी,कम्प्यूटर आपरेटर ईओडब्ल्यू द्वारा की जा रही कार्यवाही के घेरे में आ गये है।