महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ९ जुलाई ;अभी तक ; श्री आदिनाथ जैन मंदिर ट्रस्ट नयापुरा मंदसौर व श्री खरतरगच्छ श्रीसंघ की विनती पर मंदसौर में साध्वी श्री अमितगुणाश्रीजी म.सा. एवं साध्वी श्री श्रेयंनदिता श्रीजी म.सा. का चार्तुमास प्रारंभ हो चुुका है। 9 जुलाई बुधवार से चार्तुमासिक प्रवचन प्रारंभ हो चुके है। बुधवार को धर्मसभा को संबोधित करते हुुए साध्वी श्री अमितगुणाश्रीजी म.सा. ने कहा कि चातुर्मास का समय तप एवं धर्म आराधना के लिये उत्तम माना गया है। चार्तुमास के दिनों में की गई धर्म आराधना पूरे वर्ष मानव जीवन में नई ऊर्जा का संचार करती है। यह समय अपने मन को धर्म में लगाने का ही होता है। आपने कहा कि इस समय हमें जमीकंद एवं रात्रि भोजन का त्याग तो करना ही चाहिये। साध्वी श्री ने कहा कि चातुर्मास ही हमारे कर्मो का महान बनाते है, मनुष्य जीवन बडी मुश्किल से मिलता है इसलिए हमें इसका सद्पयोग करना चाहिए और अपने मन को धर्म आराधना में लगाना चाहिए। चार्तुमास के समय हमें जिनवाणी का श्रवण करना चाहिए इससे जीवन के संकट कम होते हैै।
सौन्दर्य सामग्री का करना चाहिए त्याग
साध्वी श्री अमितगुणाश्रीजी म.सा. ने कहा कि सौन्दर्य सामग्री का त्याग करना चाहिए कम से कम चार्तुमास के दौरान तो इसका बिल्कु ल भी उपयोेग महिलाओं को नहीं करना चाहिए क्योकि इनके निर्माण बडी मात्रा में जीव हत्या होती है। इसलिए इसका त्याग करना चाहिए। आपने कहा कि धर्मसभा में हमें सामायिक में रहना चाहिए, जिनवाणी के श्रवण करने के बाद सकारात्मक विचार लेकर घर जाना चाहिए।
धर्मसभा में फालौदी राजस्थान से बाबजी परिवार के सुनिल कुुमार जैन ने संत पूूजा की उनका बहुमान चार्तुमास समिति द्वारा किया गया। इस अवसर पर समाजसेवी राजेश मंडवारिया का भी बहुुमान किया गया। आज गुरू पूर्णिमा का पर्व मनाया जायेंगा।
धर्मसभा का संचालन कमल कोठारी ने किया। धर्म सभा में चार्तुुमास समिति के अध्यक्ष अशोक मारू नाकोड़Þा, आदिनाथ जैन मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष अभय चौरड़िया, दिलीप लोढा, अनिल बर्डिया, राजेश कोठारी, सुनिल बाफना, यशवंत पोखरना, पूनमचंद भंडारी, सुुरेन्द्र डोसी, धीरज लोढ़Þा, कुशल लोढा, चंद्रेश बाफना, हेमंत चंडालिया, अभय नाहटा, कुुशल डोसी, देवेन्द्र चौधरी, समरथ लोढा, प्रदीप लोढा, अनिल लोढा, गोपालसिंह पोखरना, अजय नाहटा, पारस चंडावला, सुनिल भागलपुुर, सुरेश बाफना, अशोक मेहता आदि ने सहभागिता की।


