महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ६ अप्रैल ;अभी तक ; एक समय था जब बैंड बाजों की आवाज सुरीली व कर्णप्रिय लगती थी लेकिन धीरे धीरे इलेक्ट्रिक माध्यमों ने स्थान ले लिया और अब तो डीजे आ गए । डीजे की अत्यधिक तेज आवाज वृद्धों व बीमारों के लिए जान लेवा साबित हो रही हैं । एक समाचार के अनुसार डीजे की अत्यधिक तेज आवाज के कारण एक युवा की धड़कन ही बंद हो गई । डीजे की तेज आवाज के कारण मानव तो ठीक है आसपास के मकान तक में कंपन होने लगता है । प्रशासन इसे गंभीरता ले व ध्वनि प्रदूषण के नियमों का आमजन हित में कड़ाई से पालन कराए ।
उक्त बात वरिष्ठ समाजसेवी हरिनारायण माथुर ने कही । वे अनुराग संस्था द्वारा प्रत्येक माह के प्रथम रविवार को स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण व जल संवर्धन को लेकर निकाली जाने वाली जनजागरण पदयात्रा के अवसर पर अपनी भावना व्यक्त कर रहे थे ।
अनुराग जनजागरूकता पद यात्रा में अशोककुमार रत्नावत, सिद्धार्थ तंवर, रमेश सोनी, श्रीचंद भावनानी, डॉ. देवेंद्र पुराणिक, राजाराम तंवर, सत्यनारायण भूरिया, इंजी. सुनील व्यास, इंजी. एस के जैन, बंशीलाल टांक, अजीजुल्लाह खान, राजेश मेडतवाल, प्रकाश गंधर्व, रामचंद्र रैकवार आदि गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया । संचालन गोपालकृष्ण पंचारिया ने किया ।