महावीर अग्रवाल
मंदसौर ५ जुलाई ;अभी तक ; डाईट कॉलेज मन्दसौर में संस्था अरूणोदय सर्वेश्वरी लोक कल्याण समिति द्वारा आईशर फाउण्डेशन के वित्तीय सहयोग से डिजिटल साक्षरता एवं डिजिटल सायबर फ्रॉड विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ में श्री दिलीप सिंह राठौर, प्राचार्य का पुष्प माला से स्वागत संस्था अरूणोदय के प्रवीण शर्मा एवं आई.एस.मन्सुरी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम अरूणोदय संस्था के प्रवीण शर्मा द्वारा संस्था परिचय एवं कार्यशाला विषय पर संक्षिप्त में जानकारी प्रदान की इसके पश्चात् अतिथि श्री संदीप परमार ई दक्ष विभाग द्वारा सायबर फ्रॉड के विभिन्न आधुनिक तरीको को प्रोजेक्टर के माध्यम से विस्तृत रूप में बताया एवं इससे बचाव एवं क्या सर्तकता रखनी है। इसके बारे में बहुत ही विस्तार से उदाहरण सहित समझाया उन्होने बताया कि सायबर फाड के जाल में पढ़ें लिखे लोग ज्यादा फस रहे है, इससे डरने की जरूरत नहीं है अगर एसी कोई घटना होती है तो 1930 पर कॉल कर सकते है सायबर फॉड से बचने का सबसे आसान तरिका है कि फोन के संचालन में सर्तकता रखना है अनावश्यक विडियो काल व लिंक का जवाब नही देना है। और लालच भरे मैसेज या कॉल से सर्तक रहना है। सर्तकता ही बचाव है एवं डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई कानुन नहीं होता है। ऐसा कोई भी अधिकारी नही कर सकता है, जानकारी दी गई।
इसके पश्चात् मॉस्टर ट्रेनर आई. एच. मुन्सरी, वित्तीय साक्षरता एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के बारे में शिक्षको को जानकारी प्रदान की ताकि वे ग्रामीण को इस योजना के बारे बताये । कार्यशाला में सुरेन्द्र सिंह भदोरिया द्वारा वर्तमान समय में मोबाईल से होने वाली वित्तीय धोखाधड़ी की सत्य घटनाओ से प्रशिक्षणाथीर्यो को बताकर जागरूक रहने को कहा। संस्था के श्री राजेश जोशी एवं भरत रमनानी द्वारा उपस्थित जनो का रजीस्ट्रेशन किया गया एवं सर्तकता किट दी गई, जिसमे साईबर जागरूकता पेम्पलेट, बजट डायरी, पेन दिये गये। डाईट कॉलेज प्रशिक्षण प्रभारी श्री आर.डी. जोशी द्वारा संस्था अरूणोदय एवं आईशर फाउण्डेशन का धन्यवाद व्यक्त किया एवं कहा कि बहुत ही महत्वपूर्ण एवं ज्ञानवर्धक जानकारी संस्था द्वारा यहा कार्यक्रम में दी गई जिससे सायबर फाड से बचने में सहायता मिलेगी। कार्यक्रम के अंत में संस्था के प्रवीण शर्मा द्वारा उपस्थित अतिथि एवं शिक्षको को आभार व्यक्त किया गया।