महावीर अग्रवाल
मंदसौर ७ अप्रैल ;अभी तक ; सकल जैन समाज मंदसौर के तत्वावधान में तीर्थंकर श्री महावीर स्वामी के जन्मकल्याणक महोत्सव के उपलक्ष्य में 6 से 10 अप्रैल तक पंच दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। कल इसी के अंतर्गत सकल जैन समाज युवा प्रकोष्ठ के द्वारा युवा सम्मेलन का आयोजन जनकुपुरा स्थित जीवन विलास परिसर में यिा गया। इस युवा सम्मेलन में मंदसौर नगर के सभी समाज के युवाजनों ने बढ़चढ़कर सहभागिता की। युवा सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में इंदौर के युवा अभिभाषक श्री उन्नीत जैन झांझरी का आमजन हुआ और उन्होंने लगभग डेढ़ घण्टे तक जैन समाज के युवाओं को जैन धर्म, युवाओं के दायित्व आदि विषयों से परिचित कराया। युवा सम्मेलन के प्रारंभ में सकल जैन समाज के नूतन अध्यक्ष श्री जयकुमार बड़जात्या, निवृत्तमान अध्यक्ष श्री दिलीप लोढ़ा, संयोजक श्री सुरेन्द्र लोढ़ा, महामंत्री श्री मनीष सेठी, श्री सुनील तलेरा, श्री प्रतापसिंह कोठारी, उपसंयोजक अशोक मारू खानपुरा, सकल जैन समाज युवा प्रकोष्ठ महामंत्री श्री सौरभ विनायका, श्री हितेश पोखरना, महिला प्रकोष्ठ महामंत्री श्रीमती सारिका दिनेश बाकलीवाल, सकल दिगम्बर जैन समाज अध्यक्ष अजय बाकलीवाल के द्वारा भगवान महावीर स्वामी के के चित्र पर दीप प्रज्जवलित किया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में इंदौर से पधारे युवा अभिभाषक श्री उन्नीत झांझरी जैन ने कहा कि समाज के युवाओं सर्वप्रथम दिगम्बर श्वेताम्बर के भेद से उपर उठकर अपने को जैन समझने और दूसरे को भी जैन ही समझने का प्रयास करना होगा। जब तक हम जैन धर्मावलम्बी दिगम्बर, श्वेताम्बर स्थानकवासी तेरापंथी आदि विशेषण से बाहर नहीं निकलेंगे, समाज मे एकता नहीं आ पायेगी। भारत की जनसंख्या में जैन धर्मावलम्बियों की आबादी 1 करोड़ से भी कम है ऐसे में हम यदि दिगम्बर श्वेताम्बर करेंगे तो कैसे हम जैन तीर्थों की रक्षा कर पायेंगे। आपने कहा कि जैन कोई जाति नहीं बल्कि जीवन जीने की पद्धति है, शैली है। इसलिये सर्वप्रथम हम जैन धर्म को समझने का प्रयास करे। केवल रात्रि भोजन त्याग, जमीकंद त्याग को ही जैनत्व नहीं समझे, जैन धर्म की परिभाषा व्यापक है, हम पांच प्रकार के जो पाप है, उन सभी से दूर रहे। अपरिगृह, ब्रह्मचर्य, अस्तेय, अहिंसा सभी केा आत्मसात करे। आपने कहा कि जैन धर्म मन की शांति को महत्व देता है। इसलिये हम उपर से ही नहीं मन से भी प्रसन्न रहे। जीवन में हम जैन धर्म की जो बारिकिया है उसे समझे। 24 तीर्थंकर क्या है, जैन धर्म के बेसिक आधार क्या है हम जन्म से ही बच्चों को बताये। जैन धर्म की जो विविधता है उसे बच्चों को अवगत करा दे। जैन धर्म के जो महान आचार्य हुए है जिन्होंने शास्त्रार्थ करके जैन धर्म की महिमा को सबको बताई है, उनके बारे में स्वयं भी जाने और दूसरों को भी बतायें । आपने इस अवसर पर युवाओं में फैल रही पारिवारिक जिम्मेदारी के प्रति उदासीनता से भी अवगत कराया।
मुख्य वक्ता के रूप में इंदौर से पधारे युवा अभिभाषक श्री उन्नीत झांझरी जैन ने कहा कि समाज के युवाओं सर्वप्रथम दिगम्बर श्वेताम्बर के भेद से उपर उठकर अपने को जैन समझने और दूसरे को भी जैन ही समझने का प्रयास करना होगा। जब तक हम जैन धर्मावलम्बी दिगम्बर, श्वेताम्बर स्थानकवासी तेरापंथी आदि विशेषण से बाहर नहीं निकलेंगे, समाज मे एकता नहीं आ पायेगी। भारत की जनसंख्या में जैन धर्मावलम्बियों की आबादी 1 करोड़ से भी कम है ऐसे में हम यदि दिगम्बर श्वेताम्बर करेंगे तो कैसे हम जैन तीर्थों की रक्षा कर पायेंगे। आपने कहा कि जैन कोई जाति नहीं बल्कि जीवन जीने की पद्धति है, शैली है। इसलिये सर्वप्रथम हम जैन धर्म को समझने का प्रयास करे। केवल रात्रि भोजन त्याग, जमीकंद त्याग को ही जैनत्व नहीं समझे, जैन धर्म की परिभाषा व्यापक है, हम पांच प्रकार के जो पाप है, उन सभी से दूर रहे। अपरिगृह, ब्रह्मचर्य, अस्तेय, अहिंसा सभी केा आत्मसात करे। आपने कहा कि जैन धर्म मन की शांति को महत्व देता है। इसलिये हम उपर से ही नहीं मन से भी प्रसन्न रहे। जीवन में हम जैन धर्म की जो बारिकिया है उसे समझे। 24 तीर्थंकर क्या है, जैन धर्म के बेसिक आधार क्या है हम जन्म से ही बच्चों को बताये। जैन धर्म की जो विविधता है उसे बच्चों को अवगत करा दे। जैन धर्म के जो महान आचार्य हुए है जिन्होंने शास्त्रार्थ करके जैन धर्म की महिमा को सबको बताई है, उनके बारे में स्वयं भी जाने और दूसरों को भी बतायें । आपने इस अवसर पर युवाओं में फैल रही पारिवारिक जिम्मेदारी के प्रति उदासीनता से भी अवगत कराया।

सकल जैन समाज अध्यक्ष श्री जयकुमार बड़जात्या ने कहा कि युवा राष्ट्र की धरोहर है, युवाओं के कंधो पर ही राष्ट्र व धर्म की रक्षा का दायित्व है। युवा ही वर्तमान एवं भविष्य के आधाार है।, मंदसौर की युवा शक्ति ने पूरे देश में नाम कमाया है। आपने कहा कि युवाजन गुरूजनों एवं वरिष्ठजनों के बताये मार्ग पर चलकर समाज में एकता के लिये काम करते रहे।
सकल जैन समाज संयोजक श्री सुरेन्द्र लोढ़ा ने कहा कि युवाओं में जोश होता है, उमंग होती है, इसलिये जीवन में निरंतर आगे बड़ते रहे। आत्म विश्वास से अपने कर्तव्य के मार्ग पर चलते हुए धर्म व राष्ट्र की सेवा करेंगे तो युवाओं का मान सम्मान बड़ेगा।
सकल जैन समाज के निवृत्तमान अध्यक्ष श्री दिलीप लोढ़ा ने भी अपने विचार रखे। अतिथ्थ उद्बोधन देते हुए सकल जैन समाज युवा प्रकोष्ठ महामंत्री श्री सौरभ विनायका ने कहा कि सकल जैन समाज के द्वारा पंच दिवसीय महोत्सव का जो आयोजन किया जा रहा है उसमें समाज के युवा बढ़ चढ़कर भागीदारी करेंगै। उसमे ंसमाज के सभी युवाओं को भागीदारी करना है और महावीर जन्म कल्याणक पर्व पर आयोजित चल समारोह में भी युवा प्रकोष्ठ पुरी सक्रियता से भागीदारी हरेगा। अतिथि परिचय मयंक गांधी ने दिया। कार्यक्रम में पधारे अतिथिगणों का सवागत सकल जैनसमाज युवा प्रकोष्ठ के महामंत्री सौरभ विनायका, युवा प्रकोष्ठ के पूर्व पदाधिकारीगण निर्विकार रातड़िया, कपिल भण्डारी, जयेश डांगी, प्रतीक चण्डालिया, कपिल भण्डारी, राकेश दुग्गड़, अप्रेश भण्डारी, नवीन सखलेचा, सिद्धार्थ पामेचा, मंत्रीगण अभिलाष बाकलीवाल, अनिकेत जैन, मोहित गंगवाल, शुभम भण्डारी, सार्थक कोठारी, तन्मय कोठारी, नमन मोदी, मयंक गांधी, आदित्य मेहता, पूर्वेश जैन, सिद्धार्थ मुरड़िया, मोहित जैन, प्रणय धाकड़, सोहित जैन, दिशांत डांगी, धवल चपरोत, प्रतीक जैन, अक्षत जैन, आदित्य मोगरा, सन्नी जैन, अरूण मारू, साहिल जैन, सहमंत्री अर्पित गोधा, अभिषेक बोहरा, मुकुल मित्तल, सोनू जैन, रजत जैन, रूपेश मेहता, अजीत बाकलीवाल, गौरव बड़जात्या, अभिषेक कोठारी, संयम कुदार, गौरव तरवेचा, भाविक संचेती, अविनाश नाहटा, अंकुश सोनगरा, आलोक चण्डावला, आदित्य पोरवाल, प्रणय मारू, आयुष गर्ग, आशीष परमार, मेहुल चौधरी, हार्दिक हड़पावत, संयम मुरड़िया, वैदिक विनायका, आदि ने किया। संचालन रिंकेश पाटनी ने किया व आभार दिशांक डांगी ने माना।
53 धर्मस्थानों पर हुआ नवकार महामंत्र का जाप- पांच दिवसीय तीर्थंकर श्री महावीर स्वामी जन्म कल्याणक महोत्सव का शुभारंभ रविवार को प्रातः 8 से दोप. 12 बजे तक मंदसौर नगर के विभिन्न जैन मंदिर, उपाश्रयों, स्थानकों पर नवकार महामंत्र के जाप का आयोजन हुआ। नगर में कुल 53 धर्मस्थानों पर नवकार महामंत्र के जाप का आयोजन विभिन्न जैन श्रीसंघों के पदाधिकारियों की मौजूदगी में सम्पन्न हुआ।
स्केटिंग प्रतियोगिता का हुआ आयोजन- दोपहर में दशपुर बीसा पोरवाल स्पोर्ट्स क्लब द्वारा जैन समाज के 5 से 15 वर्ष तक के बच्चों के लिये नूतन स्टेडियम के समीप स्केटिंग कोर्ट पर स्केटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में जैन समाज के लगभग 80 बच्चों ने सहभागिता की। प्रतियोग्रिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को विधायक श्री विपिन जैन ने शिल्ड व प्रमाण पत्र भेंट करके पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सकल जैनसमाज अध्यक्ष जयकुमार बड़जात्या, संयोजक सुरेन्द्र लोढ़ा, बीसा पोरवाल समाज अध्यक्ष लोकेन्द्र जैन, समाजसेवी कपिल भण्डारी, प्रतीक डोसी सीए भी शामिल हुए। अतिथियों का स्वागत पियुष जैन नाहरगढ़वाला, शुभम पोरवाल, नरेन्द्र जैन अन्ना, नितिन रिछावरा, शैलेष जैन, नीतेश पोरवाल, आयुष जैन, विशाल पोरवाल, सौरभ पोरवाल आदि ने किया।
सकल जैन समाज संयोजक श्री सुरेन्द्र लोढ़ा ने कहा कि युवाओं में जोश होता है, उमंग होती है, इसलिये जीवन में निरंतर आगे बड़ते रहे। आत्म विश्वास से अपने कर्तव्य के मार्ग पर चलते हुए धर्म व राष्ट्र की सेवा करेंगे तो युवाओं का मान सम्मान बड़ेगा।
सकल जैन समाज के निवृत्तमान अध्यक्ष श्री दिलीप लोढ़ा ने भी अपने विचार रखे। अतिथ्थ उद्बोधन देते हुए सकल जैन समाज युवा प्रकोष्ठ महामंत्री श्री सौरभ विनायका ने कहा कि सकल जैन समाज के द्वारा पंच दिवसीय महोत्सव का जो आयोजन किया जा रहा है उसमें समाज के युवा बढ़ चढ़कर भागीदारी करेंगै। उसमे ंसमाज के सभी युवाओं को भागीदारी करना है और महावीर जन्म कल्याणक पर्व पर आयोजित चल समारोह में भी युवा प्रकोष्ठ पुरी सक्रियता से भागीदारी हरेगा। अतिथि परिचय मयंक गांधी ने दिया। कार्यक्रम में पधारे अतिथिगणों का सवागत सकल जैनसमाज युवा प्रकोष्ठ के महामंत्री सौरभ विनायका, युवा प्रकोष्ठ के पूर्व पदाधिकारीगण निर्विकार रातड़िया, कपिल भण्डारी, जयेश डांगी, प्रतीक चण्डालिया, कपिल भण्डारी, राकेश दुग्गड़, अप्रेश भण्डारी, नवीन सखलेचा, सिद्धार्थ पामेचा, मंत्रीगण अभिलाष बाकलीवाल, अनिकेत जैन, मोहित गंगवाल, शुभम भण्डारी, सार्थक कोठारी, तन्मय कोठारी, नमन मोदी, मयंक गांधी, आदित्य मेहता, पूर्वेश जैन, सिद्धार्थ मुरड़िया, मोहित जैन, प्रणय धाकड़, सोहित जैन, दिशांत डांगी, धवल चपरोत, प्रतीक जैन, अक्षत जैन, आदित्य मोगरा, सन्नी जैन, अरूण मारू, साहिल जैन, सहमंत्री अर्पित गोधा, अभिषेक बोहरा, मुकुल मित्तल, सोनू जैन, रजत जैन, रूपेश मेहता, अजीत बाकलीवाल, गौरव बड़जात्या, अभिषेक कोठारी, संयम कुदार, गौरव तरवेचा, भाविक संचेती, अविनाश नाहटा, अंकुश सोनगरा, आलोक चण्डावला, आदित्य पोरवाल, प्रणय मारू, आयुष गर्ग, आशीष परमार, मेहुल चौधरी, हार्दिक हड़पावत, संयम मुरड़िया, वैदिक विनायका, आदि ने किया। संचालन रिंकेश पाटनी ने किया व आभार दिशांक डांगी ने माना।
53 धर्मस्थानों पर हुआ नवकार महामंत्र का जाप- पांच दिवसीय तीर्थंकर श्री महावीर स्वामी जन्म कल्याणक महोत्सव का शुभारंभ रविवार को प्रातः 8 से दोप. 12 बजे तक मंदसौर नगर के विभिन्न जैन मंदिर, उपाश्रयों, स्थानकों पर नवकार महामंत्र के जाप का आयोजन हुआ। नगर में कुल 53 धर्मस्थानों पर नवकार महामंत्र के जाप का आयोजन विभिन्न जैन श्रीसंघों के पदाधिकारियों की मौजूदगी में सम्पन्न हुआ।
स्केटिंग प्रतियोगिता का हुआ आयोजन- दोपहर में दशपुर बीसा पोरवाल स्पोर्ट्स क्लब द्वारा जैन समाज के 5 से 15 वर्ष तक के बच्चों के लिये नूतन स्टेडियम के समीप स्केटिंग कोर्ट पर स्केटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में जैन समाज के लगभग 80 बच्चों ने सहभागिता की। प्रतियोग्रिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को विधायक श्री विपिन जैन ने शिल्ड व प्रमाण पत्र भेंट करके पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सकल जैनसमाज अध्यक्ष जयकुमार बड़जात्या, संयोजक सुरेन्द्र लोढ़ा, बीसा पोरवाल समाज अध्यक्ष लोकेन्द्र जैन, समाजसेवी कपिल भण्डारी, प्रतीक डोसी सीए भी शामिल हुए। अतिथियों का स्वागत पियुष जैन नाहरगढ़वाला, शुभम पोरवाल, नरेन्द्र जैन अन्ना, नितिन रिछावरा, शैलेष जैन, नीतेश पोरवाल, आयुष जैन, विशाल पोरवाल, सौरभ पोरवाल आदि ने किया।