महावीर अग्रवाल
मंदसौर १३ अप्रैल ;अभी तक ; धर्मधाम गीता भवन में श्री हनुमन्त प्रकटोत्सव पर्व पर सहस्त्र नाम यज्ञ में गीता भवन में आने वाले प्रत्येक भक्तों ने मुक्त हस्त से आहुतियां दी। समूचे गीता भवन के श्री गीतेश्वर बालाजी के मंदिर की आकर्षक फूलों से गर्भगृह को श्रृंगारित किया गया, विद्युत सज्जा की गई। एक दिन पूर्व श्री गीतेश्वर बालाजी का जलाभिशेक किया, दूसरे दिन प्रातः जन्म आरती प्रातः 6 बजे हुई। गीता भवन के पुजारी पं. अभिषेक शर्मा ने युवा विद्वान पंडित हेमन्त भट्ट के मार्गदर्शन में अनुष्ठान किया।

इस अवसर पर समाजसेवी धार्मिक उत्सव समिति प्रमुख विनोद मेहता ने कहा कि गीता भवन का नाम न सिर्फ मालवांचल एवं प्रदेश में प्रमुख स्थान रखता है। स्वामी रामनिवासजी के मार्गदर्शन में गीता भवन ट्रस्ट ने दशपुर में अपना प्रमुख स्थान बनाया है। चित्तौड़ से आये समाजसेवी सम्पतलाल कालिया ने भी संबोधित किया।
बांसुरी वादिका की बांसुरी ने मन मोहा
हवन के पश्चात् बांसुरी वादिका ‘‘फैनी जैन’’ की बांसुरी वादन ने सभी का मन मोह लिया।
मातृशक्ति द्वारा सुंदरकांड पाठ
दोप. 3 बजे से गीता भवन में मातृशक्ति द्वारा सामूहिक सुंदरकांड का आयोजन किया गया। सुंदरकांड के बाद सभी माता बहनों को शुद्ध घी की नुक्ती का प्रसाद वितरित किया। इसके अलावा प्रातः जन्म आरती, हवन तथा सुंदरकांड के बाद अनवरत फल, मिठाई नुक्ती का प्रसाद वितरण किया। समूची व्यवस्था गीता भवन ट्रस्ट की ओर से की गई।
ढोल आतिशबाजी के साथ महाआरती
संध्या बेला में क्षेत्रवासी सेवा भावी युवकों द्वारा श्री गीतेश्वर बालाजी की महाआरती की गई जिसमें आकर्षक आतिशबाजी ढोल तथा बड़ी संख्या में शामिल श्रद्धालुजनों ने महाआरती में भाग लिया।
बांसुरी वादिका की बांसुरी ने मन मोहा
हवन के पश्चात् बांसुरी वादिका ‘‘फैनी जैन’’ की बांसुरी वादन ने सभी का मन मोह लिया।
मातृशक्ति द्वारा सुंदरकांड पाठ
दोप. 3 बजे से गीता भवन में मातृशक्ति द्वारा सामूहिक सुंदरकांड का आयोजन किया गया। सुंदरकांड के बाद सभी माता बहनों को शुद्ध घी की नुक्ती का प्रसाद वितरित किया। इसके अलावा प्रातः जन्म आरती, हवन तथा सुंदरकांड के बाद अनवरत फल, मिठाई नुक्ती का प्रसाद वितरण किया। समूची व्यवस्था गीता भवन ट्रस्ट की ओर से की गई।
ढोल आतिशबाजी के साथ महाआरती
संध्या बेला में क्षेत्रवासी सेवा भावी युवकों द्वारा श्री गीतेश्वर बालाजी की महाआरती की गई जिसमें आकर्षक आतिशबाजी ढोल तथा बड़ी संख्या में शामिल श्रद्धालुजनों ने महाआरती में भाग लिया।