आनंद ताम्रकार
बालाघाट 11 अप्रैल ;अभी तक ; बालाघाट जिले के नक्सल क्षेत्र में पर्याप्त विकास कार्य प्रारम्भ करने के लिए शुक्रवार को कलेक्टर श्री मृणाल मीना ने नक्सल क्षेत्रों के स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की। कलेक्टर श्री मीना ने विकास कार्यो के सम्बंध में कहा कि बालाघाट में नक्सल गतिविधियों को दूर करते हुए सड़क बिजली, स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र, नेटवर्क और रोजगार के कार्य करने है। कलेक्टर श्री मीना ने पंचायत वार क्षेत्रों में आवश्यकताओं को दूर करने के लिए प्रतिक्रियाएं ली।
कलेक्टर श्री मीना ने 15 से अधिक पंचायतों के स्थानीय जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर समस्याएं जानी। इस सम्बंध में कलेक्टर श्री मीना ने आश्वस्त करते हुए कहा कि जल्द ही समस्याओं के बारे में उनसे जुड़े विभागों के साथ पृथक से बैठक कर विभाग की प्लानिंग की अपडेट जानकारी लेते हुए प्रस्तावित कार्यो को पूरा किया जाएगा। इसके अलावा जो सुझाव आये है उन कार्यो को प्लानिंग में शामिल कर जल्द कार्य शुरू किए जाएंगे। कलेक्टर श्री मीना ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से कहा कि इसके बाद जल्द ही 15 दिनों में पुनः बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें कार्यो के सम्बंध में अवगत कराएंगे। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक सराफ भी मौजूद रहें।
पीएम आवास से हुई सहूलियत, सड़क बिजली और पानी सहित नेटवर्क की बताई आवश्यकताए
बैठक के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों से पंचायत वार आवश्यकताओं के बारे में जाना गया। इस दौरान 15 से अधिक पंचायतों के जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीण स्थितियों के सम्बंध में बताया गया। पंद्रापानी पंचायत के सुरेंद्र सिंह मेरावी ने बताया कि पंचायत में 38 पीएम आवास बन चुके है और 28 बन रहें है। मकान अच्छे बने है। साथ ही स्कूल भी खुलती और शिक्षक भी आते है,स्वास्थ्य केंद्र भी अच्छी स्थिति में है। परंतु अभी पानी की बड़ी समस्या है। गांव के लोगों का पलायन कर के जाने का कारण स्थानीय रोजगार नही है। बाहर उन्हें 300 से 400 रुपये मिल जाते है। इसी तरह तिलगांव सरपंच जामसिंह ने बताया कि पानी की समस्या तो है ही साथ ही कुछ टोलों में सड़क नही है।घोंघादार में बिजली व सर्वर की समस्या,कदला में पानी सड़क और नेटवर्क नही है। इनके अलावा जगनटोला,मोहनपुर,धनवार, बलगांव, माना, देवगांव,अकलपुर,टिकरिया पंचायतों के प्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्र की समस्याएं बताई।
ग्राम पंचायतों में नक्सल आत्मसमर्पण नीति के बैनर लगायें जायेगे, ग्राम सभा में नक्सल के प्रति जागरूकता पर होगी चर्चा
कलेक्टर श्री मीना ने पंचायतों के प्रतिनिधियों से कहा कि बालाघाट को नक्सल के दाग से मुक्त करने की दिशा में पंचायतों की सक्रिय भूमिका निभाने को कहा है। नक्सल क्षेत्र का दाग मिटेगा तो और तेजी से विकास के कार्य होंगे। मप्र शासन द्वारा नक्सल आत्मसमर्पण नीति लागू की गई है, पंचायतों में इसके बैनर लगाए और ग्राम सभाओं में भी इस सम्बंध में विस्तृत चर्चा करें।